चंडीगढ़: हरियाणा में कभी 4 सीटें जीतने वाली बीजेपी का सूरज फिलहाल बुलंदी पर है. कहावत है कि उगते सूरज को हर कोई सलाम करता है. दूसरे दलों से बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं का सिलसिला इस बात की गवाही दे रहा है. गुरुवार को दिल्ली में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला की मौजूदगी में अकाली दल के विधायक बलकौर सिंह बीजेपी में शामिल हो गए.
कौन हैं बलकौर सिंह ?
50 वर्षीय बलकौर सिंह का जन्म राजस्थान के संगरिया में हुआ था. बलकौर सिंह ने कालांवाली में 10वीं तक की पढ़ाई की और फिर बाद में पढ़ाई छोड़ दी थी. पेशे से किसान बलकौर सिंह 1996 से लेकर 2014 शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य भी रहे थे. बलकौर सिंह के चार बच्चे भी हैं.
2014 में बने थे विधायक
बलकौर सिंह 2014 के विधानसभा चुनाव में कालांवाली विधानसभा सीट से इनेलो और अकाली दल के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरे थे और कांग्रेस के शीशपाल केहरवाला को लगभग 13 हजार वोटों से हराकर इस सीट को शिअद-इनेलो की झोली में डाला था. बलकौर सिंह को 54112 वोट मिले थे और शीशपाल केहरवाला को 41147 वोट मिल थे.
चुनाव लड़ने को लेकर हुआ था विवाद
2014 में जब इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला ने बुध सिंह नामक नेता को कालांवाली से उम्मीदवार बनाया तो शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन होने के चलते खासा विवाद पैदा हो गया था. अभय सिंह चौटाला ने किसी तरह बुध सिंह को मना लिया, तब जाकर गठबंधन उम्मीदवार के रूप में बलकौर सिंह को मैदान में उतारा गया. बलकौर सिंह 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के शीशपाल केहरवाला को हराकर पहली बार विधायक बने थे.
अकाली और जजपा को दिया था झटका
जनवरी 2019 में अजय चौटाला की मौजूदगी में बलकौर सिंह जननायक जनता पार्टी में शामिल हुए थे. हालांकि बाद में बलकौर सिंह ने जजपा में शामिल होने की बात को नकार दिया था और समर्थन देने की बात कहते हुए यू-टर्न ले लिया था. चर्चा थी कि अकाली दल प्रमुख प्रकाश सिंह बादल से मुलाकात में फटकार लगने के बाद बलकौर सिंह ने जजपा में शामिल होने की बात नकारी थी.
बीजेपी में हुए शामिल
गुरुवार को बलकौर सिंह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए और उनको कालांवाली से उम्मीदवार बनाने की कयास भी शुरू हो चुकी है. बात अगर 2014 के विधानसभा चुनाव की करें तो तब बीजेपी ने कालांवाली से राजेंद्र देशुजोडा को चुनावी मैदान में उतारा था लेकिन उन्हें कोई खास कामयाबी नहीं मिली थी और 17,005 मतों के साथ वो तीसरे नंबर पर रहे थे. इसके अलावा भी इस विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के पास कोई खास चेहरा नहीं है. बलकौर सिंह के बीजेपी में आने के बाद पार्टी को मजबूती मिलना तय है.