चंडीगढ़: प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए श्रावण महीने में इस बार कावड़ियों को कावड़ यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं दी गई है. हालांकि हरियाणा सरकार ने प्रदेश की जनता की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर हरिद्वार से गंगा जल को प्रदेश में लाने की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है.
इस संबंध में गृह विभाग की ओर से बताया गया है कि इस वर्ष श्रावण के महीने में महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर पंचकूला फरीदाबाद और गुरुग्राम के मंडलायुक्त पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस रेंज रोवर आयुक्तों, जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस आयुक्तों को कावड़ियों को कावड़ यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं देने के निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि ये निर्णय उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सरकारों द्वारा कावड़ियों के रहने एवं ठहरने की व्यवस्था में असमर्थता जताने पर लिया गया है. राज्य सरकार ने सभी उपायुक्तों पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे कोविड-19 के मद्देनजर अपने-अपने जिलों की कावड़ समितियों, भक्त मंडलियों, धार्मिक नेताओं से बात कर ये सुनिश्चित करें कि वो कावड़ यात्रा पर ना जाएं.
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बता दें कि प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है. कोरोना वायरस मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. जिसको देखते हुए हरियाणा सरकार ने इस बार श्रावण के महीने में भगवान शिव पर गंगाजल चढ़ाने के लिए खुद व्यवस्था करने का निर्णय लिया है और इस बार कांवड़ियों को कावड़ लाने की अनुमति नहीं दी गई है.