चंडीगढ़: हरियाणा में मौसम लगातार परिवर्तनशील बना हुआ (Haryana Weather Update) है. मौसम विभाग की मानें तो 22 सितंबर तक प्रदेश में कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश होगी. हालांकि 22 सितंबर तक बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनेगा. संभावनाएं है कि यह प्रदेश को भी प्रभावित करेगा. फिलहाल उमस वाली गर्मी अपने तेवर दिखा रही है.
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण पश्चिम राजस्थान पर एक प्रतिचक्रवात बनने के कारण उत्तर पश्चिमी भारत में शुष्क हवाएँ चलती रहेंगी और मौसम भी शुष्क रहेगा. इस प्रकार अगले 3 दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल होती जा रही हैं जिसका असर प्रदेश पर भी पड़ने की संभावना है. दक्षिण पश्चिम राजस्थान पर एक प्रतिचक्रवात बनने के कारण उत्तर पश्चिमी भारत में शुष्क हवाएँ चलती रहेंगी और मौसम भी शुष्क रहेगा.
मॉनसून ट्रफ गंगानगर, दिल्ली, बरेली, वाराणसी, डाल्टनगंज, बालासोर और फिर दक्षिण पूर्व की ओर बंगाल की पूर्व मध्य खाड़ी की ओर जा रही है. चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ है, जो औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है. इसके प्रभाव में 20 सितंबर तक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है.
22 तक हरियाणा में मौसम परिवर्तनशील- स्काईमेट की रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा में मौसम शुष्क बना (Weather Forecast in haryana) रहेगा. इस दौरन दक्षिण व पश्चिमी जिलों (महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुड़गांव, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी, चरखीदादरी) के साथ- साथ उत्तरी हरियाणा के जिले चंडीगढ़, पंचकुला अंबाला, करनाल, कैथल कुरुक्षेत्र में कहीं-कहीं छिटपुट बूंदाबांदी होने की संभावना है.
सरसो के लिए लाभदायक होगी बारिश- कृषि विशेषज्ञों की माने तो अब जो बारिश होगी उससे सरसों की फसल में लाभ होगा. लेकिन बाजरे की फसल को भी नुकसान पहुंच सकता है। क्योंकि अब बाजरे की कटाई का कार्य जारी है. इधर, तापमान में उतार-चढ़ाव बना हुआ है. सोमवार को हरियाणा एनसीआर में अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 33.0 डिग्री सेल्सियस से 38.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है. जबकि न्यूनतम तापमान 22.0 डिग्री सेल्सियस से 26.4 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया.