चंडीगढ़: चंडीगढ़ में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक (Haryana CLP meeting in Chandigarh) के बाद मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह ने कहा कि 28 अगस्त को दिल्ली में होने वाली कांग्रेस की हल्ला बोल रैली को लेकर इस बैठक में चर्चा की गई है. कांग्रेस पार्टी के इस कार्यक्रम की वजह से 28 तारीख को विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम की तारीख को भी बदल दिया दिया है, अब वो कार्यक्रम 11 सितंबर को होगा. कांग्रेस विधायक दल की हुई इस बैठक में खासतौर पर 28 अगस्त को दिल्ली में महंगाई पर होने वाले हल्ला बोल कार्यक्रम पर चर्चा की गई है.
हरियाणा में पंचायत चुनाव (Panchayat elections in Haryana) को लेकर बैठक में प्रस्ताव पास किया है. इस प्रस्ताव में मांग की गई कि पंचायत चुनाव में बैकवर्ड क्लास आरक्षण का प्रावधान किया जाये. इसके लिए बैकवर्ड कमीशन अपनी सिफारिश भेजे. इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पार्टी पंचायत चुनाव सिंबल पर नहीं लड़ेगी. अगर जिला परिषद और बीडीसी के चेयरमैन का चुनाव सीधा होता है तो उसको सिंबल पर लड़ा जाएगा.
शामलात जमीनों के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर हुड्डा ने एक दिन का विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग की. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि इस मामले में सरकार सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन फाइल करे. दरअसल शामलात देह और जुमला मुस्तरका मालकान भूमि (Jumla Mushtarka Malkan Bhoomi) पंजाब विलेज काॅमन लैंड रेगुलेशन अधिनियम 1961 (punjab village common Land act) के तहत काश्तकारों और काब्जिों के नाम हो चुकी थी. माल रिकॉर्ड के अनुसार किसान इनके मालिक हैं और वो इनको बेच, खरीद और रेहन कर सकते हैं. इन जमीनों पर मकान, दुकान, फैक्टरी भी बनी हुई हैं.
साल 1992 में तत्कालीन सरकार ने विलेज काॅमन लैंड रेगुलेशन अधिनियम 1961 में संशोधन कर जुमला मुस्तरका मालकान जमीनों को पंचायती जमीन करार दे दिया था. सरकार के इस फैसले के विरोध में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में किसानों ने याचिका डाली थी. हाईकोर्ट ने फैसला किसानो के पक्ष में दिया था. लेकिन 7 अप्रैल 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने फिर से शामलात देह और जुमला मुस्तरका मालकान भूमि वापस पंचायतों और नगरपालिकाओं को करने के आदेश दिए हैं. हरियाणा सरकार के वित्त आयुक्त ने इस फैसले को लागू करवाने के लिए 21 जून 2022 को सभी जिला उपायुक्तों को लेटर जारी कर दिया था
पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की गौरव यात्रा 9 से 15 अगस्त को निकली गई थी. इस यात्रा को जनता का अच्छा रिस्पॉन्स मिला. नौकरियों को लेकर हुड्डा ने कहा कि जो 10 दिन के लिए एडहॉक पर है उसे भी नौकरी नहीं माना जाता. फौज की नौकरी की भी पेंशन नहीं रही. वह भी 4 साल की हो गई है. सही मायने में नौकरी रही ही नहीं है. उन्होंने कहा कि 38 हजार स्कूलों में पद खाली है, जबकि स्वास्थ्य विभाग में 10 हजार पद खाली हैं.
तोशाम से कांग्रेस विधायक किरण चौधरी (Kiran Chaudhary) की तरफ से कार्यकर्ताओं के बीच जाने को लेकर तय किए गए कार्यक्रम पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि लोगों के बीच सभी को जाना चाहिए. विधायकों की तरफ से गौरव यात्रा निकाली जा रही हैं. जितना लोगों के बीच जाएंगे उससे पार्टी को मजबूती मिलेगी. पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश में बिजली की व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमला किया. हुड्डा ने आरोप लगाया कि पिछले दिनों बिजली की कमी थी. सीएजी की रिपोर्ट ने भी इसे स्पष्ट कर दिया है. सीएजी की रिपोर्ट में बिजली विभाग के रेवेन्यू में कमी की बात सामने आई है.