चंडीगढ़: कांग्रेस पार्टी इन दिनों पूरे देश में भीतरघात से जूझ रही है. राजस्थान से लेकर मध्यप्रदेश और केरल से लेकर हरियाणा तक हर जगह पार्टी के नेता आपस में लड़ रहे हैं, जिसका खामियाजा कांग्रेस पार्टी को बड़े स्तर पर भुगतना पड़ रहा है. हरियाणा में भी गुटों में बंटी कांग्रेस की कुछ ऐसी ही स्थिति है. इस बार आपसी गुटबाजी की वजह भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा निकाली जा रही 'विपक्ष आपके समक्ष' यात्रा है.
क्या है विवाद?: नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 10 अक्टूबर को करनाल से 'विपक्ष आपके समक्ष' नामक यात्रा शुरू की, लेकिन यात्रा से पहले ही कांग्रेस दो धड़ों बंट गई. सैलजा ग्रुप के माने जाने वाले असंध से कांग्रेसी विधायक शमशेर सिंह गोगी ने हुड्डा की विपक्ष आपके समक्ष यात्रा पर सवाल उठाए. कुछ कांग्रेस विधायकों का कहना है कि कार्यक्रम का नाम विपक्ष आपके समक्ष नहीं बल्कि कांग्रेस आपके समक्ष होना चाहिए था, दूसरा इसमें प्रदेश के सभी कांग्रेस विधायकों की भागेदारी होनी चाहिए. जो फिलहाल नहीं दिख रही.
सैलजा गुट को कार्यक्रम के नाम से आपत्ति: ईटीवी भारत से बात करते हुए असंध से कांग्रेसी विधायक शमशेर सिंह गोगी ने कहा कि उन्हें इस यात्रा से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन जिस दिन इस यात्रा को लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सभी विधायकों के साथ बैठक की थी. उस बैठक में उन्होंने हुड्डा से कहा था कि यात्रा को लेकर प्रदेश अध्यक्ष को विश्वास में लेना जरूरी है. उनसे इस बारे में बात की जानी चाहिए. लेकिन हुड्डा ने उनकी बात नहीं मानी. इसके अलावा इस यात्रा का नाम रखा गया है विपक्ष आपके समक्ष जबकि इसका नाम होना चाहिए था कांग्रेस आपके समक्ष. क्योंकि हमें कांग्रेस पार्टी के लिए काम करना है, विपक्ष में तो अन्य कई पार्टियां भी आती हैं.
हुड्डा गुट की कार्यक्रम को लेकर सफाई: दूसरी तरफ ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता केवल ढींगरा ने कहा कि यह सब बातें बेबुनियाद हैं, क्योंकि जब इस बैठक को लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा चर्चा की गई थी. तब प्रदेश के सभी 31 कांग्रेसी विधायक बैठक में मौजूद थे. गोगी भी उस बैठक में मौजूद थे. इसलिए गोगी यह कैसे कह सकते हैं कि उन्हें इस यात्रा का न्योता नहीं मिला. जबकि सारी चर्चाएं उनके सामने हुई थी.
इसके अलावा गोगी यह आरोप लगा रहे हैं कि यात्रा का नाम विपक्ष आपके समक्ष नहीं बल्कि कांग्रेस आपके समक्ष होना चाहिए था, जबकि यात्रा का नाम भी गोगी के सामने ही तय किया गया था और यह नाम भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा नहीं बल्कि सभी विधायकों द्वारा आपसी सहमति से तय किया गया था. इसलिए नाम पर सवाल खड़े करना भी सही नहीं है. क्योंकि यह कांग्रेस की यात्रा है भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कोई व्यक्तिगत यात्रा नहीं है.
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