ETV Bharat / city

हरियाणा में बेरोजगारी, महंगाई और शिक्षा की ओर सरकार का ध्यान नहीं, बजट सत्र में उठाएंगे मुद्दा- गीता भुक्कल

नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Leader of Opposition Bhupinder Singh Hooda) की ओर से बुलाई गई विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने पहुंची पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान डाडम हादसा और अन्य कई मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा.

author img

By

Published : Feb 22, 2022, 8:30 PM IST

former education minister geeta bhukkal
पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल से चर्चा.

चंडीगढ़: आगामी दो मार्च से हरियाणा का बजट सत्र शुरू होने वाला है. जिसको लेकर मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Leader of Opposition Bhupinder Singh Hooda) की ओर से विधायक दल की बैठक बुलाई गई. जिसमें सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर चर्चा की गई. बैठक के बाद पूर्व शिक्षा मंत्री और झज्जर से एमएलए गीता भुक्कल (former education minister geeta bhukkal) ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की.


गीता भुक्कल ने कहा कि बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई. ऐसे बहुत से मुद्दे हैं, जिनकी तरफ सरकार का ध्यान नहीं है और उन सभी मुद्दों को हम सत्र के दौरान उठाएंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे. उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान डाडम हादसा को प्रमुखता से उठाया जाएगा. क्योंकि कांग्रेस की ओर से पिछले काफी समय से सरकार के सामने यह मुद्दा लाया गया था कि डाडम में अवैध खनन जारी है, लेकिन सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. इस वजह से वहां पर इतना बड़ा हादसा हुआ.

पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल से चर्चा.

इसके अलावा प्रदेश में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. प्रदेश में शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है. स्वास्थ्य सेवाएं भी बिगड़ती जा रही हैं. प्रदेश में डॉक्टर्स की भारी कमी है. दूसरी ओर आंगनबाड़ी वर्कर्स भी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं. जिन किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है. उनकी जमीन अभी तक गिरदावरी भी नहीं हो पाई है. उन्हें मुआवजा कैसे मिलेगा इस तरह और भी कई मुद्दे हैं, जिन्हें सत्र के दौरान उठाया जाएगा.

आठवीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षा के फैसले को वापस लेने के मामले पर उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि सरकार शिक्षा को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. सरकार कभी कहती है कि आठवीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षाएं होंगी और कभी कहती है कि बोर्ड की परीक्षाएं नहीं होंगी. इस तरह की बातों से छात्रों की पढ़ाई का काफी नुकसान होता है, अगर सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर होती तो इस तरह की असमंजस की स्थिति कभी पैदा नहीं होती.

वहीं, डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को जेड प्लस सिक्योरिटी देने के मामले पर जब उनसे पूछा गया था तो उन्होंने कहा कि यह एक न्यायिक मामला है जिस पर कोर्ट फैसला करती है. इस मामले पर वे कोई टिप्पणी नहीं कर सकती हैं.

ये भी पढ़ें: कोरोना की वजह से 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षा कराने का फैसला लिया गया वापस, अगले सेशन में होगा विचार- शिक्षा मंत्री

ये भी पढ़ें: हरियाणा में 5वीं और 8वीं बोर्ड एक साल के लिए स्थगित, स्कूल स्तर पर ही होगी परीक्षा- सीएम

चंडीगढ़: आगामी दो मार्च से हरियाणा का बजट सत्र शुरू होने वाला है. जिसको लेकर मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Leader of Opposition Bhupinder Singh Hooda) की ओर से विधायक दल की बैठक बुलाई गई. जिसमें सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर चर्चा की गई. बैठक के बाद पूर्व शिक्षा मंत्री और झज्जर से एमएलए गीता भुक्कल (former education minister geeta bhukkal) ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की.


गीता भुक्कल ने कहा कि बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई. ऐसे बहुत से मुद्दे हैं, जिनकी तरफ सरकार का ध्यान नहीं है और उन सभी मुद्दों को हम सत्र के दौरान उठाएंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे. उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान डाडम हादसा को प्रमुखता से उठाया जाएगा. क्योंकि कांग्रेस की ओर से पिछले काफी समय से सरकार के सामने यह मुद्दा लाया गया था कि डाडम में अवैध खनन जारी है, लेकिन सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. इस वजह से वहां पर इतना बड़ा हादसा हुआ.

पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल से चर्चा.

इसके अलावा प्रदेश में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. प्रदेश में शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है. स्वास्थ्य सेवाएं भी बिगड़ती जा रही हैं. प्रदेश में डॉक्टर्स की भारी कमी है. दूसरी ओर आंगनबाड़ी वर्कर्स भी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं. जिन किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है. उनकी जमीन अभी तक गिरदावरी भी नहीं हो पाई है. उन्हें मुआवजा कैसे मिलेगा इस तरह और भी कई मुद्दे हैं, जिन्हें सत्र के दौरान उठाया जाएगा.

आठवीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षा के फैसले को वापस लेने के मामले पर उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि सरकार शिक्षा को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. सरकार कभी कहती है कि आठवीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षाएं होंगी और कभी कहती है कि बोर्ड की परीक्षाएं नहीं होंगी. इस तरह की बातों से छात्रों की पढ़ाई का काफी नुकसान होता है, अगर सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर होती तो इस तरह की असमंजस की स्थिति कभी पैदा नहीं होती.

वहीं, डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को जेड प्लस सिक्योरिटी देने के मामले पर जब उनसे पूछा गया था तो उन्होंने कहा कि यह एक न्यायिक मामला है जिस पर कोर्ट फैसला करती है. इस मामले पर वे कोई टिप्पणी नहीं कर सकती हैं.

ये भी पढ़ें: कोरोना की वजह से 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षा कराने का फैसला लिया गया वापस, अगले सेशन में होगा विचार- शिक्षा मंत्री

ये भी पढ़ें: हरियाणा में 5वीं और 8वीं बोर्ड एक साल के लिए स्थगित, स्कूल स्तर पर ही होगी परीक्षा- सीएम

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.