चरखी दादरी: हरियाणा के चरखीदादरी में एक तरफ किसान बेमौसम बारिश से परेशान हैं. वहीं किसानों के लिए खाद की दिक्कत भी सामने आ रही है. खाद को लेकर किसान परेशान घूम रहा है. दो बोरी खाद पाने के लिए उसे इधर-उधर के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. ऐसे में रवि फसलों की बुआई पिछड़ रही है. किसान चिंतित हैं कि ऐसे हालातों में वह कैसे फसल तैयार कर सकेंगे. किसान कहते हैं कि एक तो मौसम ने इस बार जो कहर बरपाया उससे फसलों को नुकसान हुआ है. अब जब खेत तैयार कर फसल बोने का समय आया तो चरखीदादरी में खाद का संकट (fertilizer crisis In Charkhi dadri ) खड़ा हो गया है.
एक-दो बोरी डीएपी खाद के लिए किसानों को खेती छोड़कर सुबह- सुबह से दुकानों के बाहर लाइनों में लगना पड़ रहा है. बावजूद इसके किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है. किसानों ने पुलिस व प्रशासन पर अपने चेहतों को खाद देने का आरोप लगाया. वहीं कृषि विभाग अधिकारियों का कहना है कि पर्याप्त मात्रा में खाद का स्टॉक आ रहा है. उसी अनुसार ही वितरण कर रहे हैं.
बता दें कि पिछले दिनों हुई बारिश के चलते किसानों द्वारा रबी फसलों की बुआई की तैयारियां (Preparations for sowing of Rabi crops) की जा रही हैं. हालांकि खरीफ की फसलें मौसम की चपेट में आने से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. अब किसानों को रबी फसलों की बुआई की चिंता सता रही है. इसलिए किसान सुबह से डीएपी खाद के लिए लाइनों में लगे हैं. खाद लेने पहुंचे किसानों का कहना है कि हम अपना काम-धंधा छोड़कर लाइनों में लग रहे हैं. बावजूद इसके खाद नहीं मिल रही है.
कई किसान तो ऐसे हैं जिनको तीन दिन से लगातार लाइन में लगने पर भी खाद नहीं मिला. खाद के लिए लाइनों में लगे किसान धर्मबीर सिंह ने कहा कि सुबह से लाइनों में लगे हुए हैं लेकिन खाद नहीं मिल रही है. यहां किसानों की बजाय पुलिस व प्रशासन द्वारा अपने चेहतों को बैकडोर से खाद दे दिया जाता है. ऐसे में उन्हें खाद के लिए काफी चिंता सता रही है कि रबी फसलों की बुआई कैसे कर पाएंगे.
वहीं कृषि विभाग के एसडीओ डा. कृष्ण कुमार ने बताया कि फिलहाल पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद की सप्लाई आ रही है. किसानों को पिछले साल की तरह खाद मिलने की आश के अनुरूप लाइनों में लगे हैं. जितना भी खाद का स्टॉक आता है तुरंत किसानों को वितरित कर रहे हैं.