चंडीगढ़: अभय सिंह चौटाला और दुष्यंत चौटाला को एक बार फिर एक ही डंडे और झंडे के नीचे लाने की खाप पंचायत के मंसूबे पूरे होते नहीं दिख रहे हैं. जहां अभय सिंह चौटाला ने खाप द्वारा लिए गए निर्णय पर मुहर लगाने की बात कही तो वहीं दुष्यंत चौटाला ने अभय चौटाला का नाम लिए बगैर उन्हें एक बार फिर से नॉन सीरियस पॉलीटिशियन कह दिया.
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पार्टी नेताओं की लेंगे राय
खाप पंचायतों की ओर से इंडियन नेशनल लोकदल और जननायक जनता पार्टी को फिर से एक करने की मुहिम पर पूछे गए सवाल के जवाब में दुष्यंत ने कहा कि पहले वो इस बात को लेकर पार्टी संरक्षक अजय सिंह चौटाला से बात करेंगे. इसके बाद वे पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की राय लेने के बाद ही इस पर कोई फैसला कर सकते हैं. वहीं इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला की ओर से खापों के फैसले को सिर माथे रखने की बात कहने पर दुष्यंत ने कहा कि वे नॉन सीरियस लोगों की बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देते.
इशारों ही इशारों में किया विलय से इंकार
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की ओर से दोनों पार्टियों को एक करने को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बड़े बादल साहब उनके परिवार के मुखिया हैं और वो उनकी बात का सम्मान करते हैं, लेकिन दो पार्टियों को एक करना एक राजनीतिक मसला है. ये कोई पारिवारिक मसला नहीं है, इसका फैसला संगठन करेगा. उन्होंने कहा कि आज देश में ऐसे अनेक उदाहरण मौजूद हैं, जहां एक ही परिवार के लोग अलग-अलग तरीके से अपनी राजनीति में मशगूल हैं.