चंडीगढ़: हरियाणा के परिवहन विभाग के बेड़े में 36 सौ बसे हैं. लॉकडाउन से पहले प्रदेश में या दूसरे प्रदेशों में 3300 बसें रूट पर दौड़ती थी, जिनमें साढ़े 9 लाख यात्री प्रतिदिन सफर करते थे. ये बसें 10 लाख किलोमीटर का सफर तय करते हुए प्रतिदिन साढ़े तीन करोड़ रुपये का रेवेन्यू विभाग को मुहैया करवाती थी. ये बात परिवहन व खनन विभाग के मंत्री मूलचन्द शर्मा ने ईटीवी भारत के साथ की खास बातचीत के दौरान कही.
'प्रदेश से बाहर बसों की संचालन बंद'
इस मौके पर उन्होंने कहा कि लॉकडाउन व अनलॉक के समय में दूसरे प्रदेशों में हालात को देखते हुए बसे हरियाणा से बाहर नहीं जा पा रही हैं. प्रदेश में व जिलों में ही इनका संचालन किया जा रहा है.
सिर्फ 18 लाख 523 रुपये का रेवेन्यू
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में 628 के आसपास बसें चल रही हैं जिनमें से 91 ऑनलाइन बुकिंग व 570 मैनुअल बुकिंग पर चलाई जा रही हैं. इन बसों में प्रतिदिन 31,543 यात्री सफर तय कर रहे हैं और 18 लाख 523 रुपये की प्राप्ति रोज विभाग हो रही है. पिछले दिनों की तुलना में बहुत बड़ा फर्क इस समय परिवहन विभाग के रेवेन्यू में आ रहा है, लेकिन फिर भी इन मुश्किल हालातों में पूरी जिम्मेदारी के साथ परिवहन विभाग अपना काम कर रहा है.
'कोविड-19 फंड से मदद की गुहार'
हरियाणा सरकार व मुख्यमंत्री हमेशा ही परिवहन विभाग की मदद करते रहे हैं. परिवहन विभाग हमेशा से ही घाटे का सौदा रहा है. जब हरियाणा सरकार द्वारा मदद की जाती है तभी इसका संचालन पूर्ण रूप से हो पाता है. प्रदेश सरकार परिवहन विभाग की मदद जरूर करेगी. हमनें मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है जिसमें कोविड-19 फंड से कुछ मदद करने की बात कही गई है.
'सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम'
बसों में सुरक्षा इंतजाम पर मूलचन्द शर्मा ने कहा कि बसों के संचालन में लगे कर्मचारियों को सैनिटाइजर, फेस्क मास्क दिए गए हैं. जहां 52 सीटर बस है वहां 30 ही यात्री सफर कर रहे हैं, सब का टेंपरेचर चेक किया जा रहा है. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के हिसाब से बसों का संचालन किया जा रहा है.
'अवैध खनन पर पैनी नजर'
मानसून से पहले अवैध खनन जोर पकड़े के सवाल पर उन्होंने कहा कि इन दिनों में दो नंबर के लोग अवैध खनन का काम करने में जुट जाते हैं जो कि विभाग को ना तो रॉयल्टी और ना ही टैक्स देते हैं, वहीं पर्यावरण को भी नुकसान पहुचाने का काम करते हैं. शर्मा ने कहा कि अब 15-20 दिनों में बारिश शुरू हो जाएगी तो ऐसे लोग अब मेटीरियल का स्टॉक करने में जुट जाते हैं. इसको देखते हुए विभाग के अधिकारियों को विशेष रूप से रात-दिन नजर रखने की हिदायत मंत्रालय द्वारा दी गई है. बता दें कि मूलचन्द शर्मा के पास खनन विभाग भी है.
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