चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जल संसाधन के क्षेत्र में हरियाणा और इजराइल मिलकर काम करेंगे और आगे (Israel will Help Haryana To Water Conservation) बढ़ेंगे. हरियाणा में घटते जलस्तर और इजराइल में कम पानी की समस्या है. ऐसे में दोनों मिलकर तकनीक व अन्य विषयों पर काम कर सकते हैं. इससे हरियाणा व इजराइल में पानी से जुड़ी समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है. मुख्यमंत्री मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित अपने निवास स्थान पर जल संसाधन को लेकर इजालइल के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करते हुए बोल रहे थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में जल स्तर तेजी से गिर रहा है ऐसे में प्रदेश सरकार पानी बचाने के लिए लगातार कार्य कर रही है. इसके लिए प्रदेश सरकार ने हरियाणा जल संसाधन (संरक्षण, विनियमन और प्रबंधन) प्राधिकरण बनाया (Haryana water resources authority) है जिसके तहत प्रदेश के 18 हजार तालाबों के जीर्णोदार का जिम्मा उठाया गया है. इन तालाबों की सफाई के साथ-साथ इन्हे डिशिल्ट भी किया जा रहा है ताकि भूमि में पानी की ज्यादा से ज्यादा रिचार्जिंग हो. इसके साथ-साथ प्रदेशभर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लॉट (एसटीपी) लगाए जा रहे हैं. इन एसटीपी के पानी को खेती, निर्माण और घरों में गार्डनिंग के लिए उपयोग करने पर जोर दिया जा रहा है. खेती में ड्रिप इरीगेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है. पानी बचाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है.
एग्रीकल्चर के क्षेत्र में भी मदद कर रहा इजराइल- मुख्यमंत्री ने कहा कि इजराइल और हरियाणा दोनों ही पानी की चुनौती को समझते हैं. मुझे लगता है कि हमें मिलकर काम करने की जरुरत है. इजराइल पहले ही हरियाणा के साथ कृषि और बागवानी के क्षेत्र में सहयोग कर रहा है. हरियाणा में इंडो इजराइल सहयोग के चार उत्कृष्टता केंद्र चल रहे हैं और पांचवा केंद्र भिवानी में बनाया जा रहा है. इसी तरह ड्रिप इरीगेशन में भारत की कुछ निजी कंपनियां इजराइल में कार्य कर रही हैं. पानी बचाने के लिए हम दोनों को सहयोग करके आगे बढ़ना होगा. इससे हमारे संबंध और मधुर होंगे.
मुख्यमंत्री ने टास्क फोर्स बनाने के दिए निर्देश- इजराइल के साथ मिलकर जल संसाधन एवं प्रबंधन के विषय पर कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग को एक टास्क फोर्स बनाने के निर्देश दिए (haryana Irrigation and Water Resources Department) हैं. उन्होंने कहा कि दोनों को एक दूसरे की तकनीक, अविष्कार और चुनौतियों से सीखने की जरुरत है. इसके लिए टास्क फोर्स काम करे. मुख्यमंत्री ने इजराइल के प्रतिनिधिमंडल का आह्वान किया कि वे ऐसे प्रोजेक्ट व प्लान हरियाणा में लेकर आएं जिससे पानी का सही इस्तेमाल किया जा सके और कम पानी में भी भूमि की ऊपजाऊ शक्ति को कायम रखा जा सके. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हरियाणा और इजराइल को भविष्य में और आगे बढ़ना है।
दूरगामी सोच के साथ जल प्रबंधन और जल संसाधन पर कार्य कर रहा इजराइल- इजराइल के पूर्व मंत्री एवं मेकोरोट के चेयरमैन अरोनोविच ईत्सहाक ने कहा कि इजराइल जल संसाधन में एक अग्रणी देश है. कम पानी होने के बावजूद यहां अच्छे जल प्रबंधन से खेती की जा रही है. हम चाहते हैं कि इजराइल की तकनीक व अन्य संसाधनों के माध्यम से हरियाणा को टिकाऊ जल प्रबंधन एवं संसाधन का समाधान दिया जा सके. बाढ़, सूखे, वाटर रिचार्जिंग आदि की स्थिति से कैसे निपटा इसके लिए अच्छे प्लॉन तैयार किए जाएं. अरोनोविच ने कहा कि इजराइल दूरगामी सोच के साथ जल प्रबंधन और संसाधन पर कार्य कर रहा है. इसी तरह वह हरियाणा में भी कार्य करना चाहते हैं.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल बोले- जल संसाधन के क्षेत्र में हरियाणा और इजराइल मिलकर बढ़ेंगे आगे
हरियाणा सरकार ने सिंचाई विभाग को जल संसाधन और प्रबंधन के लिए टास्क फोर्स बनाने के निर्देश दिए (Haryana water resources authority) हैं. इस सिलसिले में इजराइल की एक टीम ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से मुलाकात की.
चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जल संसाधन के क्षेत्र में हरियाणा और इजराइल मिलकर काम करेंगे और आगे (Israel will Help Haryana To Water Conservation) बढ़ेंगे. हरियाणा में घटते जलस्तर और इजराइल में कम पानी की समस्या है. ऐसे में दोनों मिलकर तकनीक व अन्य विषयों पर काम कर सकते हैं. इससे हरियाणा व इजराइल में पानी से जुड़ी समस्याओं का समाधान निकाला जा सकता है. मुख्यमंत्री मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित अपने निवास स्थान पर जल संसाधन को लेकर इजालइल के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करते हुए बोल रहे थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में जल स्तर तेजी से गिर रहा है ऐसे में प्रदेश सरकार पानी बचाने के लिए लगातार कार्य कर रही है. इसके लिए प्रदेश सरकार ने हरियाणा जल संसाधन (संरक्षण, विनियमन और प्रबंधन) प्राधिकरण बनाया (Haryana water resources authority) है जिसके तहत प्रदेश के 18 हजार तालाबों के जीर्णोदार का जिम्मा उठाया गया है. इन तालाबों की सफाई के साथ-साथ इन्हे डिशिल्ट भी किया जा रहा है ताकि भूमि में पानी की ज्यादा से ज्यादा रिचार्जिंग हो. इसके साथ-साथ प्रदेशभर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लॉट (एसटीपी) लगाए जा रहे हैं. इन एसटीपी के पानी को खेती, निर्माण और घरों में गार्डनिंग के लिए उपयोग करने पर जोर दिया जा रहा है. खेती में ड्रिप इरीगेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है. पानी बचाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है.
एग्रीकल्चर के क्षेत्र में भी मदद कर रहा इजराइल- मुख्यमंत्री ने कहा कि इजराइल और हरियाणा दोनों ही पानी की चुनौती को समझते हैं. मुझे लगता है कि हमें मिलकर काम करने की जरुरत है. इजराइल पहले ही हरियाणा के साथ कृषि और बागवानी के क्षेत्र में सहयोग कर रहा है. हरियाणा में इंडो इजराइल सहयोग के चार उत्कृष्टता केंद्र चल रहे हैं और पांचवा केंद्र भिवानी में बनाया जा रहा है. इसी तरह ड्रिप इरीगेशन में भारत की कुछ निजी कंपनियां इजराइल में कार्य कर रही हैं. पानी बचाने के लिए हम दोनों को सहयोग करके आगे बढ़ना होगा. इससे हमारे संबंध और मधुर होंगे.
मुख्यमंत्री ने टास्क फोर्स बनाने के दिए निर्देश- इजराइल के साथ मिलकर जल संसाधन एवं प्रबंधन के विषय पर कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग को एक टास्क फोर्स बनाने के निर्देश दिए (haryana Irrigation and Water Resources Department) हैं. उन्होंने कहा कि दोनों को एक दूसरे की तकनीक, अविष्कार और चुनौतियों से सीखने की जरुरत है. इसके लिए टास्क फोर्स काम करे. मुख्यमंत्री ने इजराइल के प्रतिनिधिमंडल का आह्वान किया कि वे ऐसे प्रोजेक्ट व प्लान हरियाणा में लेकर आएं जिससे पानी का सही इस्तेमाल किया जा सके और कम पानी में भी भूमि की ऊपजाऊ शक्ति को कायम रखा जा सके. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हरियाणा और इजराइल को भविष्य में और आगे बढ़ना है।
दूरगामी सोच के साथ जल प्रबंधन और जल संसाधन पर कार्य कर रहा इजराइल- इजराइल के पूर्व मंत्री एवं मेकोरोट के चेयरमैन अरोनोविच ईत्सहाक ने कहा कि इजराइल जल संसाधन में एक अग्रणी देश है. कम पानी होने के बावजूद यहां अच्छे जल प्रबंधन से खेती की जा रही है. हम चाहते हैं कि इजराइल की तकनीक व अन्य संसाधनों के माध्यम से हरियाणा को टिकाऊ जल प्रबंधन एवं संसाधन का समाधान दिया जा सके. बाढ़, सूखे, वाटर रिचार्जिंग आदि की स्थिति से कैसे निपटा इसके लिए अच्छे प्लॉन तैयार किए जाएं. अरोनोविच ने कहा कि इजराइल दूरगामी सोच के साथ जल प्रबंधन और संसाधन पर कार्य कर रहा है. इसी तरह वह हरियाणा में भी कार्य करना चाहते हैं.