चंडीगढ़: कंटेनमेंट जोन घोषित होने के बाद से बापूधाम निवासी अपने घरों में बंद हैं जिनका सोमवार को गुस्सा फूट पड़ा. बापूधाम निवासियों ने न सिर्फ प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की बल्कि सड़कों पर कूड़ा गिराकर अपना विरोध भी जताया. लोगों का प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि इसे शांत कराने मौके पर सीआरपीएफ और पुलिस के जवान पहुंचे.
कंटेनमेंट जोन खोलने की मांग
बापूधाम निवासियों का कहना था कि जब से बापूधाम कंटेनमेंट जोन में आया है तब से वो अपने घरों में कैद है. उनकी हालत बद से भी बदतर होती जा रही है. अब स्थिति ये आ गई है कि वो आत्महत्या करने को मजबूर हैं. अगर वो इसी तरह से ही घरों में कैद रहेंगे तो किस तरह से अपना घर चलाएंगे.
गौरतलब है कि बापूधाम में अभी भी कई एरिया ऐसे हैं जिन्हें बिल्कुल पूरी तरह से सील किया गया है. घरों में बंद लोग अब चिंता में डूबे हुए हैं. क्योंकि ना तो प्रशासन द्वारा इनके बिजली पानी के बिल माफ किए गए हैं. इतने दिनों तक घरों में कैद रहने से इनके सामने आजीविका और बच्चों की स्कूल फीस देने की चिंता सताने लगी है. लोगों ने कहा है कि उन्हें अनाज नहीं आजादी चाहिए.
बापूधाम कॉलोनी कंटेनमेंट जोन
बता दें कि, चंडीगढ़ में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित बापूधाम में कॉलोनी हैं. जिस कारण से इस कॉलोनी को प्रशासन ने सील कर कंटेनमेंट एरिया घोषित किया हुआ है.
चंडीगढ़ में कोरोना वायरस की स्थिति
चंडीगढ़ में कुल मरीजों की संख्या 357 तक पहुंच चुकी है. जिनमें से 301 मरीज ठीक हो चुके हैं. एक्टिव मरीजों की संख्या 50 है. जबकि 6 मरीजों की मौत हो चुकी है. चंडीगढ़ में अब तक 6027 लोगों की सैंपलिंग की जा चुकी है. जिनमें से 5645 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. 26 सैंपल की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है.
ये भी पढ़ें- हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष चुनाव पर बैठकों का दौर जारी, बराला बोले- हाई कमान करेगा अंतिम फैसला