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चंडीगढ़: लॉकडाउन-4 में बढ़ा प्रदूषण, 90 के स्तर तक पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स - चंडीगढ़ वायु प्रदूषण

लॉकडाउन शुरू होने के बाद सबसे बड़ा बदलाव चंडीगढ़ के पर्यावरण में देखा गया था. तब चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 20 तक जा पहुंचा था.

Chandigarh Air pollution Increasing in lockdown 4
एयर क्वालिटी इंडेक्स चंडीगढ़
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Published : May 28, 2020, 12:48 PM IST

Updated : May 28, 2020, 12:59 PM IST

चंडीगढ़: लॉकडाउन-1 में चंडीगढ़ की हवा देश में सबसे साफ हवा दर्ज की गई थी. अब लॉकडाउन-4 में ढील मिलने के बाद लोग घरों से बाहर निकलने लगे हैं. सड़कों पर गाड़ियां चलने लगी हैं. जिससे चंडीगढ़ के प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. चंडीगढ़ में एयर क्वालिटी इंडेक्स 90 के स्तर पर पहुंच गया है. हालांकि ये सामान्य है.

लॉकडाउन में हुई बंदी के कारण साफ हुई हवा

इस बारे में ईटीवी भारत ने चंडीगढ़ पर्यावरण विभाग के निदेशक देवेंद्र दलाई से खास बातचीत की. जिन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सबसे खास बात यह रही कि लोगों ने इतनी साफ हवा महसूस की. जिसकी कभी कल्पना नहीं की जा सकती थी. क्योंकि ऐसा किसी ने नहीं सोचा होगा कि सड़कों पर वाहन नहीं चलेंगे. फैक्ट्रियां बंद हो जाएंगी और निर्माण कार्य भी रुक जाएंगे. लेकिन ऐसा हुआ, जिससे चंडीगढ़ की हवा बेहद साफ हो गई.

लॉकडाउन-4 में बढ़ा प्रदूषण, 90 के स्तर तक पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स

अब सड़कों पर वाहन चलने लगे हैं. जिससे चंडीगढ़ के प्रदूषण में बढ़ोतरी हो रही है. चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 80 से 90 तक पहुंच चुका है. हालांकि ये सामान्य है. लेकिन फिर भी स्तर बढ़ा तो है ही.

आने वाले दिनों में चंडीगढ़ में फैक्ट्रियां भी शुरू हो जाएंगी. इन पर उन्होंने कहा की फैक्ट्रियां शुरू होने से प्रदूषण के स्तर में ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा. क्योंकि गर्मियों में गर्म हवा की वजह से प्रदूषण के कण ऊपर चले जाते हैं. जिससे प्रदूषण ज्यादा नहीं बढ़ पाता. हालांकि फैक्ट्री शुरू होने के बाद चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से ऊपर चला जाएगा.

ऐसे रखें हवा साफ

देवेंद्र दलाई ने कहा कि लोग बेहद साफ हवा को महसूस कर चुके हैं. इसलिए अब उन्हें पता है कि स्वच्छ पर्यावरण क्या होता है. अब लोगों को खुद ही समझना होगा कि उन्हें चंडीगढ़ की हवा को साफ कैसे बनाए रखना है. ये कोई मुश्किल काम नहीं है.

  • चंडीगढ़ एक ऐसा शहर है जहां पर 40 से 50 फीसदी तक हरियाली है.
  • हर सेक्टर में पार्क हैं और यहां पर 200 किलोमीटर के टाइटल ट्रैक हैं.
  • लोग वाहनों का इस्तेमाल कम करें. साइकिल का प्रयोग ज्यादा करें.
  • अगर कार में कहीं जाना हो तो कार पूल करें. इससे प्रदूषण में काफी कमी दर्ज होगी.
  • साथ ही लोग इलेक्ट्रॉनिक वाहनों का इस्तेमाल भी करना शुरू करें.

स्टबल बर्निंग को लेकर देवेंद्र बलाई ने कहा कि हालांकि चंडीगढ़ में इसका बहुत ज्यादा असर तो नहीं है. लेकिन अगर हरियाणा और पंजाब में स्टबल बर्निंग की जाती है और हवा चंडीगढ़ की तरफ बहती है तो इससे चंडीगढ़ में भी प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी होगी. लेकिन फिलहाल ऐसे आंकड़े मौजूद नहीं है. जिनसे ये पता चले कि हरियाणा या पंजाब में स्टबल बर्निंग की वजह से चंडीगढ़ के प्रदूषण में बढ़ोतरी हुई हो.

बता दें कि लॉकडाउन शुरू होने के बाद सबसे बड़ा बदलाव चंडीगढ़ के पर्यावरण में देखा गया था. तब चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 20 तक जा पहुंचा था. जिससे चंडीगढ़ की हवा देश में सबसे साफ हवा दर्ज की गई थी.

ये भी पढ़ें- धान बुआई पर सियासत तेज, सुरजेवाला बोले- जब तक काला कानून वापस नहीं लेंगे हम चैन से नहीं बैठेंगे

चंडीगढ़: लॉकडाउन-1 में चंडीगढ़ की हवा देश में सबसे साफ हवा दर्ज की गई थी. अब लॉकडाउन-4 में ढील मिलने के बाद लोग घरों से बाहर निकलने लगे हैं. सड़कों पर गाड़ियां चलने लगी हैं. जिससे चंडीगढ़ के प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. चंडीगढ़ में एयर क्वालिटी इंडेक्स 90 के स्तर पर पहुंच गया है. हालांकि ये सामान्य है.

लॉकडाउन में हुई बंदी के कारण साफ हुई हवा

इस बारे में ईटीवी भारत ने चंडीगढ़ पर्यावरण विभाग के निदेशक देवेंद्र दलाई से खास बातचीत की. जिन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सबसे खास बात यह रही कि लोगों ने इतनी साफ हवा महसूस की. जिसकी कभी कल्पना नहीं की जा सकती थी. क्योंकि ऐसा किसी ने नहीं सोचा होगा कि सड़कों पर वाहन नहीं चलेंगे. फैक्ट्रियां बंद हो जाएंगी और निर्माण कार्य भी रुक जाएंगे. लेकिन ऐसा हुआ, जिससे चंडीगढ़ की हवा बेहद साफ हो गई.

लॉकडाउन-4 में बढ़ा प्रदूषण, 90 के स्तर तक पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स

अब सड़कों पर वाहन चलने लगे हैं. जिससे चंडीगढ़ के प्रदूषण में बढ़ोतरी हो रही है. चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 80 से 90 तक पहुंच चुका है. हालांकि ये सामान्य है. लेकिन फिर भी स्तर बढ़ा तो है ही.

आने वाले दिनों में चंडीगढ़ में फैक्ट्रियां भी शुरू हो जाएंगी. इन पर उन्होंने कहा की फैक्ट्रियां शुरू होने से प्रदूषण के स्तर में ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा. क्योंकि गर्मियों में गर्म हवा की वजह से प्रदूषण के कण ऊपर चले जाते हैं. जिससे प्रदूषण ज्यादा नहीं बढ़ पाता. हालांकि फैक्ट्री शुरू होने के बाद चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से ऊपर चला जाएगा.

ऐसे रखें हवा साफ

देवेंद्र दलाई ने कहा कि लोग बेहद साफ हवा को महसूस कर चुके हैं. इसलिए अब उन्हें पता है कि स्वच्छ पर्यावरण क्या होता है. अब लोगों को खुद ही समझना होगा कि उन्हें चंडीगढ़ की हवा को साफ कैसे बनाए रखना है. ये कोई मुश्किल काम नहीं है.

  • चंडीगढ़ एक ऐसा शहर है जहां पर 40 से 50 फीसदी तक हरियाली है.
  • हर सेक्टर में पार्क हैं और यहां पर 200 किलोमीटर के टाइटल ट्रैक हैं.
  • लोग वाहनों का इस्तेमाल कम करें. साइकिल का प्रयोग ज्यादा करें.
  • अगर कार में कहीं जाना हो तो कार पूल करें. इससे प्रदूषण में काफी कमी दर्ज होगी.
  • साथ ही लोग इलेक्ट्रॉनिक वाहनों का इस्तेमाल भी करना शुरू करें.

स्टबल बर्निंग को लेकर देवेंद्र बलाई ने कहा कि हालांकि चंडीगढ़ में इसका बहुत ज्यादा असर तो नहीं है. लेकिन अगर हरियाणा और पंजाब में स्टबल बर्निंग की जाती है और हवा चंडीगढ़ की तरफ बहती है तो इससे चंडीगढ़ में भी प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी होगी. लेकिन फिलहाल ऐसे आंकड़े मौजूद नहीं है. जिनसे ये पता चले कि हरियाणा या पंजाब में स्टबल बर्निंग की वजह से चंडीगढ़ के प्रदूषण में बढ़ोतरी हुई हो.

बता दें कि लॉकडाउन शुरू होने के बाद सबसे बड़ा बदलाव चंडीगढ़ के पर्यावरण में देखा गया था. तब चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 20 तक जा पहुंचा था. जिससे चंडीगढ़ की हवा देश में सबसे साफ हवा दर्ज की गई थी.

ये भी पढ़ें- धान बुआई पर सियासत तेज, सुरजेवाला बोले- जब तक काला कानून वापस नहीं लेंगे हम चैन से नहीं बैठेंगे

Last Updated : May 28, 2020, 12:59 PM IST
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