चंडीगढ़: 74वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर चंडीगढ़ के प्रशासक एंव पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने उत्कृष्ट कार्य के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से चंडीगढ़ पीजीआई के डॉ. विपिन कौशल, डॉ. रश्मि रंजन गुरु और डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज डॉक्टर जी. दीवान को सम्मनित किया गया.
पीजीआई के कोविड अस्पताल के इंचार्ज डॉ. विपिन कौशल ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत करते हुए बताया कि राज्यपाल ने जो सम्मान दिया है. वो सिर्फ उनका सम्मान नहीं बल्कि पीजीआई के हर उस कर्मचारी का सम्मान है. जो पिछले कई महीनों से लगातार कोविड के मरीजों के इलाज में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीजीआई के सैकड़ों कर्मचारी अपना घर परिवार और अपनी व्यक्तिगत जिंदगी को भूल कर लोगों की सेवा में लगे हुए हैं.
उन्होंने कहा कि ये हमारी टीम की मेहनत का ही नतीजा है कि पीजीआई में आने वाले ज्यादातर कोविड के मरीजों को सकुशल ठीक करके घर भेज रहे हैं. हमारे पास 35 प्रतिशत मरीज ऐसे आते हैं. जिनकी हालत बेहद गंभीर होती है. जिन्हें वेंटिलेटर की जरूरत होती है. हम ऐसे मरीजों का भी खास ध्यान रखते हैं और उन्हें भी स्वस्थ करने में अपनी पूरी ताकत लगा लगा देते हैं.
वहीं इस मौके पर पीजीआई के कोविड अस्पताल के एडमिन डॉ. रश्मि रंजन गुरु ने भी ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि हमने बेहद कम समय में विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस कोविड अस्पताल तैयार किया है. साथ ही अस्पताल को सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है. कोविड अस्पताल में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मी पिछले छह महीनों से दिन-रात मरीजों की सेवा में लगे हैं. अस्पताल में अभी तक करीब 2000 स्वास्थ्य कर्मी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
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उन्होंने कहा कि कोविड अस्पताल में काम करना सामान्य अस्पताल में काम करने से बिल्कुल अलग है. यहां पर जब कर्मचारियों को काम करने के लिए बुलाया जाता है तो पहले उन्हें 4 घंटे का एक लेक्चर दिया जाता है. जिसमें उन्हें यहां पर काम करने का तरीका बताया जाता है. कर्मचारियों को कई तरह की ट्रेनिंग करवाई जाती है. वही इस दौरान उन्होंने लोगों से सरकार और प्रशासन के आदेशों का पालन करने की अपील की. ताकि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.