चंडीगढ़: कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह (Akhilesh Pratap Press conference in Chandigarh) ने जानकारी दी कि 7 सितंबर से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा शुरू हो रही है, जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलेगी. राहुल गांधी इसका आगाज करने के साथ-साथ इस यात्रा में शिरकत भी करेंगे. करीब 3500 किलोमीटर लंबी ये यात्रा 150 दिन तक चलेगी, इस दौरान ये 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होकर निकलेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सोच समझकर मौजूदा हालात को देखते हुए ये फैसला लिया है और इस यात्रा के जरिये बेरोजगारी, बढ़ते सामाजिक भेदभाव और आर्थिक विषमताओं को उठाया जाएगा. जिन राज्यों में ये यात्रा नहीं जाएगी उन राज्यों में भी पदयात्रा होगी, उन राज्यों की इकाइयों की ओर से पदयात्रा का आयोजन किया जाएगा.
बीजेपी सरकार पर वार- अखिलेश प्रताप सिंह (Akhilesh Pratap) ने कहा कि मौजूदा बीजेपी सरकार ईस्ट इंडिया कंपनी पार्ट-2 है. उन्होंने कहा कि आज सरकार को पावर नहीं पैसा चाहिए. मौजूदा सरकार में लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं है, जैसा कि ईस्ट इंडिया कंपनी के दौर में था. उन्होंने कहा कि पहले के समय में पहले के समय में आवाज उठाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती थी और आज की सरकार भी वही दमनकारी नीति अपनाए हुए है. इन सभी को दखते हुए हमने फैसला लिया है कि सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक दूरियों को कम करेंगे.
विदेश नीति को लेकर सरकार पर निशाना- विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि अब वो दिन गए जब वोट बैंक की राजनीति विदेश नीति पर हावी होती थी. विदेश मंत्री ने इस बयान के सहारे कांग्रेस पर निशाना साधा है. जिसपर अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि ये सरकार हमें विदेश नीति के बारे में ना बताए. देश में 67 साल कांग्रेस की सरकार रही है और पूरी दुनिया के देशों के साथ हमारे बहुत अच्छे रिश्ते थे. आज हमें पाकिस्तान और चीन ही नहीं नेपाल भी आंख दिखा रहा है. कांग्रेस के समय में जो विदेश नीति थी उसका लोहा पूरी दुनिया मानती थी.
उन्होंने कहा कि इजयाइल के साथ भी कांग्रेस सरकार के दौरान देश के रिश्ते अच्छे थे और दोनों देशों के बीच कई द्विपक्षीय समझौते हुए थे. पूरी दुनिया भारत को अपना लीडर मानती है और हमारे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पूरी दुनिया में बहुत सम्मान था. जबकि आज की सरकार सिर्फ डींगे हांक रही है. दरअसल विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कांग्रेस राज में विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक समय था जब वोट बैंक की राजनीति विदेश नीति पर हावी हो गई थी. जिसने इजराइल के साथ भारत के संबंधों को आगे बढ़ने से रोका.
हुड्डा की विश्वसनीयता पर शक नहीं- पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद सभी पद पा चुके हैं. भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ कुमारी सैलजा के पत्र पर उन्होंने कहा कि इस मामले में भूपेंद्र हुड्डा ने जवाब दे दिया है. भूपेंद्र हुड्डा की विश्वसनीयता पर किसी को पार्टी में शक नहीं है.
ये भी पढ़ें- राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के तहत तेलंगाना में 366 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे