भिवानी : हरियाणा में लंपी स्किन बीमारी (lumpy skin disease) को लेकर पशुपालन और डेयरी विभाग के अधिकारियों ने कमर कस ली है. भिवानी डेयरी विभाग और पशुपालन विभाग ने जागरुकता अभियान चलाकर पशुपालकों को जानकारी दे रहे हैं. वहीं पशुपालन विभाग की ओर से सभी स्वस्थ पशुओं के लिए टीकाकरण का कार्य जोर-शोर से किया जा रहा है. पशुओं में लंपी स्किन बीमारी से बचाने के लिए पशुपालकों के लिए जागृति कैंप भी आयोजित किए जा रहे है जिससे कि पशुओं को इस बीमारी से बचाने के लिए पशुपालकों को जानकारी दी जा सके.
शनिवार को भिवानी के बलियाली गांव की श्रीकृष्ण गौशाला में टीकाकरण अभियान चलाया गया. पशुओं को लंपी बीमारी से बचाने के लिए टीके लगाए गए. डॉ. विजय सनसनवाल ने बताया कि श्रीकृष्ण गौशाला में टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया गया है. 200 पशुओं का टीकाकरण किया गया है. उन्होंने बताया कि इस टीकाकरण से काफी हद तक बीमारी से बचाव हो सकेगा.
लंपी स्किन बीमारी से कैसे करें बचाव: डॉ. सनसनवाल ने पशुपालकों को हिदायत देते हुए कहा कि यदि कोई पशु बीमार है तो उसे अन्य पशुओं से अलग रखा (How to prevent Limpy Skin Disease) जाए. उसे प्रतिदिन लाल दवाई डालकर या फिटकरी के पानी से नहलाया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि कोई भी पशुपालक सोशल मीडिया के दुष्प्रचार में ना फंसे. बीमारी से ग्रसित पशु का पशु चिकित्सक से ही ईलाज कराएं.
डॉ. सनसनवाल ने कहा कि यदि पशुओं में बीमारी के चलते होने वाली गांठे फूल जाती है तो उन पर मक्खी ना बैठने दें, मच्छरदानी का प्रयोग करें. ऐसा करने से 10 से 15 दिन में पशु स्वस्थ हो जाता है, उन्होंने हिदायत दी कि ऐसे पशु का दूध भी उबालकर पीएं.
लंपी स्किन बीमारी से बचने के उपाय बताते हुए पशुपालक ने कहा कि गौशाला में पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए पशुपालन विभाग ने टीकाकरण अभियान (Vaccination campaign started in Bhiwani) चलाया है, जिससे अब उनके पशुओं को बीमारी का खतरा नहीं हो. उन्होंने कहा कि बलियाली की गौशाला में पशु चिकित्सकों की मेहनत और सहयोग से यहां पर टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है.
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