भिवानी: दिल्ली में वकीलों और पुलिस के बीच बढ़े विवाद से देशभर के वकीलों और पुलिस के रिश्तों में खटास सी आ गई थी. लेकिन एसपी गंगाराम पूनिया ने एक अनोखी पहल करते हुए दोनों को एक मंच पर इकट्ठा किया. इतना ही नहीं उन्हें प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया गया और बेहतर समन्वय स्थापित करने की पहल की है.
एसपी गंगाराम पूनिया ने की अनोखी पहल
इस दौरान एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि उत्कृष्ट अनुसंधान व अभियोजन करने वाले अधिकारियों में अगर समन्वय बेहतर होगा तभी लोगों को न्याय मिलेगा और अपराधियों को सजा मिलेगी.
'सभी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का करें सम्मान'
वहीं अयोध्या विवाद पर आए फैसले पर बोलते हुए एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि जिले में धारा-144 लागू है और सुरक्षा के प्रबंध कड़े इंतजाम किए गए हैं. वहीं लोगों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर किसी भी प्रकार न तो विवाद खड़ा करें और न ही कोई अफवाह फैलाएं.
'किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें'
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सोशल मीडिया पर बिना पुष्टि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और कहीं कुछ ऐसा लगे तो तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना भी दें. एसपी पूनिया ने कहा कि सद्भावना और सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने में सभी सहयोग दें.
अयोध्या विवाद पर 'सुप्रीम' फैसला
आपको बता दें कि देश के सबसे पुराने केस में से एक अयोध्या विवाद पर फैसला आ गया है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में संवैधानिक पीठ ने फैसला सुनाते हुए निर्मोही अखाड़ा और शिया वक्फ बोर्ड का दावा खारिज कर दिया है. रामलला का हक माना गया है. साथ ही मुस्लिम पक्ष को अलग जगह जमीन देने का आदेश दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया है.
जानें क्या थी फैसले की बड़ी बातें
- अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला, मंदिर का रास्ता साफ
- विवादित जमीन पर माना गया रामलला का हक
- सुन्नी वक्फ को 5 एकड़ वैकल्पिक जमीन मिलेगी
- निर्मोही अखाड़े और शिया वक्फ बोर्ड का दावा खारिज
- पक्षकार गोपाल विशारद को मिला पूजा-पाठ का अधिकार
- तीन महीने में केंद्र सरकार करेगी मंदिर ट्रस्ट का गठन
- राम मंदिर निर्माण की रूपरेखा तैयार करेगा नया ट्रस्ट
- मुस्लिम पक्ष को जमीन देने की जिम्मेदारी योगी सरकार की
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