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अयोध्या फैसले पर एसपी गंगाराम की अपील, कहा- सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने में सभी करें सहयोग - अयोध्या फैसले पर एसपी गंगाराम की अपील

भिवानी में एसपी गंगाराम पूनिया ने एक अनोखी पहली की. दिल्ली में वकीलों और पुलिस के बीच बढ़े विवाद के बाद एक कार्यक्रम का आयोजन कर दोनों में बेहतर समन्वय स्थापित करने की कोशिश की. साथ ही अयोध्या विवाद पर आए फैसले पर उन्होंने कहा कि कि सद्भावना और सोहार्दपूर्ण वातावरण बनाने में सभी सहयोग दें.

अयोध्या फैसले पर एसपी गंगाराम की अपील
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Published : Nov 9, 2019, 7:09 PM IST

भिवानी: दिल्ली में वकीलों और पुलिस के बीच बढ़े विवाद से देशभर के वकीलों और पुलिस के रिश्तों में खटास सी आ गई थी. लेकिन एसपी गंगाराम पूनिया ने एक अनोखी पहल करते हुए दोनों को एक मंच पर इकट्ठा किया. इतना ही नहीं उन्हें प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया गया और बेहतर समन्वय स्थापित करने की पहल की है.

एसपी गंगाराम पूनिया ने की अनोखी पहल
इस दौरान एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि उत्कृष्ट अनुसंधान व अभियोजन करने वाले अधिकारियों में अगर समन्वय बेहतर होगा तभी लोगों को न्याय मिलेगा और अपराधियों को सजा मिलेगी.

अयोध्या फैसले पर एसपी गंगाराम की अपील

'सभी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का करें सम्मान'
वहीं अयोध्या विवाद पर आए फैसले पर बोलते हुए एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि जिले में धारा-144 लागू है और सुरक्षा के प्रबंध कड़े इंतजाम किए गए हैं. वहीं लोगों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर किसी भी प्रकार न तो विवाद खड़ा करें और न ही कोई अफवाह फैलाएं.

'किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें'
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सोशल मीडिया पर बिना पुष्टि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और कहीं कुछ ऐसा लगे तो तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना भी दें. एसपी पूनिया ने कहा कि सद्भावना और सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने में सभी सहयोग दें.

अयोध्या विवाद पर 'सुप्रीम' फैसला
आपको बता दें कि देश के सबसे पुराने केस में से एक अयोध्या विवाद पर फैसला आ गया है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में संवैधानिक पीठ ने फैसला सुनाते हुए निर्मोही अखाड़ा और शिया वक्फ बोर्ड का दावा खारिज कर दिया है. रामलला का हक माना गया है. साथ ही मुस्लिम पक्ष को अलग जगह जमीन देने का आदेश दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया है.

जानें क्या थी फैसले की बड़ी बातें

  • अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला, मंदिर का रास्ता साफ
  • विवादित जमीन पर माना गया रामलला का हक
  • सुन्नी वक्फ को 5 एकड़ वैकल्पिक जमीन मिलेगी
  • निर्मोही अखाड़े और शिया वक्फ बोर्ड का दावा खारिज
  • पक्षकार गोपाल विशारद को मिला पूजा-पाठ का अधिकार
  • तीन महीने में केंद्र सरकार करेगी मंदिर ट्रस्ट का गठन
  • राम मंदिर निर्माण की रूपरेखा तैयार करेगा नया ट्रस्ट
  • मुस्लिम पक्ष को जमीन देने की जिम्मेदारी योगी सरकार की

ये भी पढ़ें: विवादित जमीन ट्रस्ट को, मस्जिद के लिए पांच एकड़ वैकल्पिक जमीन

भिवानी: दिल्ली में वकीलों और पुलिस के बीच बढ़े विवाद से देशभर के वकीलों और पुलिस के रिश्तों में खटास सी आ गई थी. लेकिन एसपी गंगाराम पूनिया ने एक अनोखी पहल करते हुए दोनों को एक मंच पर इकट्ठा किया. इतना ही नहीं उन्हें प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया गया और बेहतर समन्वय स्थापित करने की पहल की है.

एसपी गंगाराम पूनिया ने की अनोखी पहल
इस दौरान एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि उत्कृष्ट अनुसंधान व अभियोजन करने वाले अधिकारियों में अगर समन्वय बेहतर होगा तभी लोगों को न्याय मिलेगा और अपराधियों को सजा मिलेगी.

अयोध्या फैसले पर एसपी गंगाराम की अपील

'सभी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का करें सम्मान'
वहीं अयोध्या विवाद पर आए फैसले पर बोलते हुए एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि जिले में धारा-144 लागू है और सुरक्षा के प्रबंध कड़े इंतजाम किए गए हैं. वहीं लोगों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर किसी भी प्रकार न तो विवाद खड़ा करें और न ही कोई अफवाह फैलाएं.

'किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें'
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सोशल मीडिया पर बिना पुष्टि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और कहीं कुछ ऐसा लगे तो तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना भी दें. एसपी पूनिया ने कहा कि सद्भावना और सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने में सभी सहयोग दें.

अयोध्या विवाद पर 'सुप्रीम' फैसला
आपको बता दें कि देश के सबसे पुराने केस में से एक अयोध्या विवाद पर फैसला आ गया है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में संवैधानिक पीठ ने फैसला सुनाते हुए निर्मोही अखाड़ा और शिया वक्फ बोर्ड का दावा खारिज कर दिया है. रामलला का हक माना गया है. साथ ही मुस्लिम पक्ष को अलग जगह जमीन देने का आदेश दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया है.

जानें क्या थी फैसले की बड़ी बातें

  • अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला, मंदिर का रास्ता साफ
  • विवादित जमीन पर माना गया रामलला का हक
  • सुन्नी वक्फ को 5 एकड़ वैकल्पिक जमीन मिलेगी
  • निर्मोही अखाड़े और शिया वक्फ बोर्ड का दावा खारिज
  • पक्षकार गोपाल विशारद को मिला पूजा-पाठ का अधिकार
  • तीन महीने में केंद्र सरकार करेगी मंदिर ट्रस्ट का गठन
  • राम मंदिर निर्माण की रूपरेखा तैयार करेगा नया ट्रस्ट
  • मुस्लिम पक्ष को जमीन देने की जिम्मेदारी योगी सरकार की

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Intro:SP गंगाराम पूनिया ने शुरू की अनुठी पहल
उत्कृष्ट अनुसंधान व अभियोजन करने वाले अधिकारियों को किया सम्मानित
पहली बार पुलिस कर्मचारी व ADA एक साथ हुये सम्मानित
अपराधी को सज़ा दिलाने में IO व ADA की होती है मेहनत- SP
दोनों के बीच समन्वय अच्छा स्थापित करना है हमारा उद्देश्य- SP
अच्छा काम करने वालों को मिले प्रोत्साहन, दूसरे कर्मी प्रेरणा लें- SP
दिल्ली में वकीलों व पुलिस के बीच हुआ था बड़ा विवाद
उसके बाद ये पहली और अच्छी तस्वीरें, जहाँ दोनों एक साथ हुए सम्मानित
दिल्ली में वकिलों व पुलिस के बीच बढे विवाद के बाद देश भर में वकिलों व पुलिस के रिशों खटास आ गई थी, लेकिन भिवानी एसपी गंगाराम पूनिया ने अनुठी पहल करते हुए पुलिस व वकिलों को ना केवल एक मंच पर इक्कठा किया बल्कि दोनों को सम्मानित कर बेहतर समन्वय स्थापित करने की पहल की है। एसपी ने कहा कि उत्कृष्ट अनुसंधान व अभियोजन करने वाले अधिकारियों में समन्वय बेहतर होगा तभी लोगों को न्याय मिलेगा और अपराधी को सजा मिलेगी।
काला कोट व खाखी, एक साथ, एक मंच पर देख कर आप चकित हो रहे होंगे। क्योंकि दिल्ली में हुए घटनाकर्म के बाद वकिलों व पुलिस कर्मियों को एक साथ देख कर आप ही नहीं हर किसी का चकित होना लाजमी है। पर भिवानी में ये सब मुमकिन हुआ है एसपी गंगाराम पूनिया की पहल पर, जो पहली बार शुरु की गई है। सम्मानित होने वालों में जिला न्यायवादी व सहायक न्यायवादी तथा पुलिस के वो कर्मचारी व अधिकारी थे जिन्होने विभिन्न अपराधिक मामलों में कङी मेहनत कर अपराधियों को जेल तक पहुंचाने में अपना अहम योगदान दिया। ऐसे कर्मचारियों व अधिकारियों को एसपी गंगाराम पूनिया ने एक मंच पर इक्कठा कर प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि किसी भी अपराधिक मामले में जांच करना और पीङित को न्याय दिलाते हुए अपराधी को सजा दिलाने में पुलिस के जांच अधिकारी तथा अभियोजन अधिकारी का अहम रोल होता है। जब दोनों में अच्छा समन्वय होगा और दोनों मिलकर सभी साक्ष्यों पर कङी मेहनत करेंगें तभी पीङित को पूरा न्याय मिलेगा और अपराधी को सजा। उन्होने कहा कि इन दोनों में बेहतर समन्वय स्थापित करने के प्रयास से ये आयोजन किया गया है। एसपी ने कहा कि उत्कृष्ठ कार्य करने वालों को सम्मान पाकर प्रोत्साहन मिलता है और वो दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं।
वहीं अयोध्या विवाद मामले पर आए फैसले पर एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि जिला भर में धारा-144 लागू है और सुरक्षा के प्रबंध कङे किए गए हैं। उन्होने आमजन से अपील की कि सुप्रिम कोर्ट के फैसले पर कोई भी किसी प्रकार की छिंटाकशी ना करे और अफवाह ना फैलाए। साथ ही कहा कि सोसल मीडिया पर बिना पुष्टि के किसी अफवाह पर ध्यान ना दें और कहीं कुछ ऐसा लगे तो तुरंत पुलिस कंट्रोल रूप में सूचना दें। एसपी ने कहा कि सद्भावना व सोहार्दपूर्ण वातावरण बनाने में सभी सहयोग दें।
निश्चित तौर पर बहुत दिनों बाद खाखी व काला कोट एक साथ एक मंच पर दिखे हैं। ऐसे में इन दोनों को एक मंच पर लाकर और सम्मानित कर एसपी गंगाराम पूनिया ने ना केवल अनुठी पहल की है बल्कि दूसरे जिलों के लिए ये एक प्रेरणा भी है। क्योंकि अनुसंधान व अभियोजन के बीच बेहतर समन्वय और उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रोत्साहन अच्छे कार्य व बेहतर परीणाम लाने के लिए बहुत जरूरी है।
बाइट- गंगाराम पूनिया (एसपी)Body:SP गंगाराम पूनिया ने शुरू की अनुठी पहल
उत्कृष्ट अनुसंधान व अभियोजन करने वाले अधिकारियों को किया सम्मानित
पहली बार पुलिस कर्मचारी व ADA एक साथ हुये सम्मानित
अपराधी को सज़ा दिलाने में IO व ADA की होती है मेहनत- SP
दोनों के बीच समन्वय अच्छा स्थापित करना है हमारा उद्देश्य- SP
अच्छा काम करने वालों को मिले प्रोत्साहन, दूसरे कर्मी प्रेरणा लें- SP
दिल्ली में वकीलों व पुलिस के बीच हुआ था बड़ा विवाद
उसके बाद ये पहली और अच्छी तस्वीरें, जहाँ दोनों एक साथ हुए सम्मानित
दिल्ली में वकिलों व पुलिस के बीच बढे विवाद के बाद देश भर में वकिलों व पुलिस के रिशों खटास आ गई थी, लेकिन भिवानी एसपी गंगाराम पूनिया ने अनुठी पहल करते हुए पुलिस व वकिलों को ना केवल एक मंच पर इक्कठा किया बल्कि दोनों को सम्मानित कर बेहतर समन्वय स्थापित करने की पहल की है। एसपी ने कहा कि उत्कृष्ट अनुसंधान व अभियोजन करने वाले अधिकारियों में समन्वय बेहतर होगा तभी लोगों को न्याय मिलेगा और अपराधी को सजा मिलेगी।
काला कोट व खाखी, एक साथ, एक मंच पर देख कर आप चकित हो रहे होंगे। क्योंकि दिल्ली में हुए घटनाकर्म के बाद वकिलों व पुलिस कर्मियों को एक साथ देख कर आप ही नहीं हर किसी का चकित होना लाजमी है। पर भिवानी में ये सब मुमकिन हुआ है एसपी गंगाराम पूनिया की पहल पर, जो पहली बार शुरु की गई है। सम्मानित होने वालों में जिला न्यायवादी व सहायक न्यायवादी तथा पुलिस के वो कर्मचारी व अधिकारी थे जिन्होने विभिन्न अपराधिक मामलों में कङी मेहनत कर अपराधियों को जेल तक पहुंचाने में अपना अहम योगदान दिया। ऐसे कर्मचारियों व अधिकारियों को एसपी गंगाराम पूनिया ने एक मंच पर इक्कठा कर प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि किसी भी अपराधिक मामले में जांच करना और पीङित को न्याय दिलाते हुए अपराधी को सजा दिलाने में पुलिस के जांच अधिकारी तथा अभियोजन अधिकारी का अहम रोल होता है। जब दोनों में अच्छा समन्वय होगा और दोनों मिलकर सभी साक्ष्यों पर कङी मेहनत करेंगें तभी पीङित को पूरा न्याय मिलेगा और अपराधी को सजा। उन्होने कहा कि इन दोनों में बेहतर समन्वय स्थापित करने के प्रयास से ये आयोजन किया गया है। एसपी ने कहा कि उत्कृष्ठ कार्य करने वालों को सम्मान पाकर प्रोत्साहन मिलता है और वो दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं।
वहीं अयोध्या विवाद मामले पर आए फैसले पर एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि जिला भर में धारा-144 लागू है और सुरक्षा के प्रबंध कङे किए गए हैं। उन्होने आमजन से अपील की कि सुप्रिम कोर्ट के फैसले पर कोई भी किसी प्रकार की छिंटाकशी ना करे और अफवाह ना फैलाए। साथ ही कहा कि सोसल मीडिया पर बिना पुष्टि के किसी अफवाह पर ध्यान ना दें और कहीं कुछ ऐसा लगे तो तुरंत पुलिस कंट्रोल रूप में सूचना दें। एसपी ने कहा कि सद्भावना व सोहार्दपूर्ण वातावरण बनाने में सभी सहयोग दें।
निश्चित तौर पर बहुत दिनों बाद खाखी व काला कोट एक साथ एक मंच पर दिखे हैं। ऐसे में इन दोनों को एक मंच पर लाकर और सम्मानित कर एसपी गंगाराम पूनिया ने ना केवल अनुठी पहल की है बल्कि दूसरे जिलों के लिए ये एक प्रेरणा भी है। क्योंकि अनुसंधान व अभियोजन के बीच बेहतर समन्वय और उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रोत्साहन अच्छे कार्य व बेहतर परीणाम लाने के लिए बहुत जरूरी है।
बाइट- गंगाराम पूनिया (एसपी)Conclusion:SP गंगाराम पूनिया ने शुरू की अनुठी पहल
उत्कृष्ट अनुसंधान व अभियोजन करने वाले अधिकारियों को किया सम्मानित
पहली बार पुलिस कर्मचारी व ADA एक साथ हुये सम्मानित
अपराधी को सज़ा दिलाने में IO व ADA की होती है मेहनत- SP
दोनों के बीच समन्वय अच्छा स्थापित करना है हमारा उद्देश्य- SP
अच्छा काम करने वालों को मिले प्रोत्साहन, दूसरे कर्मी प्रेरणा लें- SP
दिल्ली में वकीलों व पुलिस के बीच हुआ था बड़ा विवाद
उसके बाद ये पहली और अच्छी तस्वीरें, जहाँ दोनों एक साथ हुए सम्मानित
दिल्ली में वकिलों व पुलिस के बीच बढे विवाद के बाद देश भर में वकिलों व पुलिस के रिशों खटास आ गई थी, लेकिन भिवानी एसपी गंगाराम पूनिया ने अनुठी पहल करते हुए पुलिस व वकिलों को ना केवल एक मंच पर इक्कठा किया बल्कि दोनों को सम्मानित कर बेहतर समन्वय स्थापित करने की पहल की है। एसपी ने कहा कि उत्कृष्ट अनुसंधान व अभियोजन करने वाले अधिकारियों में समन्वय बेहतर होगा तभी लोगों को न्याय मिलेगा और अपराधी को सजा मिलेगी।
काला कोट व खाखी, एक साथ, एक मंच पर देख कर आप चकित हो रहे होंगे। क्योंकि दिल्ली में हुए घटनाकर्म के बाद वकिलों व पुलिस कर्मियों को एक साथ देख कर आप ही नहीं हर किसी का चकित होना लाजमी है। पर भिवानी में ये सब मुमकिन हुआ है एसपी गंगाराम पूनिया की पहल पर, जो पहली बार शुरु की गई है। सम्मानित होने वालों में जिला न्यायवादी व सहायक न्यायवादी तथा पुलिस के वो कर्मचारी व अधिकारी थे जिन्होने विभिन्न अपराधिक मामलों में कङी मेहनत कर अपराधियों को जेल तक पहुंचाने में अपना अहम योगदान दिया। ऐसे कर्मचारियों व अधिकारियों को एसपी गंगाराम पूनिया ने एक मंच पर इक्कठा कर प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि किसी भी अपराधिक मामले में जांच करना और पीङित को न्याय दिलाते हुए अपराधी को सजा दिलाने में पुलिस के जांच अधिकारी तथा अभियोजन अधिकारी का अहम रोल होता है। जब दोनों में अच्छा समन्वय होगा और दोनों मिलकर सभी साक्ष्यों पर कङी मेहनत करेंगें तभी पीङित को पूरा न्याय मिलेगा और अपराधी को सजा। उन्होने कहा कि इन दोनों में बेहतर समन्वय स्थापित करने के प्रयास से ये आयोजन किया गया है। एसपी ने कहा कि उत्कृष्ठ कार्य करने वालों को सम्मान पाकर प्रोत्साहन मिलता है और वो दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं।
वहीं अयोध्या विवाद मामले पर आए फैसले पर एसपी गंगाराम पूनिया ने कहा कि जिला भर में धारा-144 लागू है और सुरक्षा के प्रबंध कङे किए गए हैं। उन्होने आमजन से अपील की कि सुप्रिम कोर्ट के फैसले पर कोई भी किसी प्रकार की छिंटाकशी ना करे और अफवाह ना फैलाए। साथ ही कहा कि सोसल मीडिया पर बिना पुष्टि के किसी अफवाह पर ध्यान ना दें और कहीं कुछ ऐसा लगे तो तुरंत पुलिस कंट्रोल रूप में सूचना दें। एसपी ने कहा कि सद्भावना व सोहार्दपूर्ण वातावरण बनाने में सभी सहयोग दें।
निश्चित तौर पर बहुत दिनों बाद खाखी व काला कोट एक साथ एक मंच पर दिखे हैं। ऐसे में इन दोनों को एक मंच पर लाकर और सम्मानित कर एसपी गंगाराम पूनिया ने ना केवल अनुठी पहल की है बल्कि दूसरे जिलों के लिए ये एक प्रेरणा भी है। क्योंकि अनुसंधान व अभियोजन के बीच बेहतर समन्वय और उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रोत्साहन अच्छे कार्य व बेहतर परीणाम लाने के लिए बहुत जरूरी है।
बाइट- गंगाराम पूनिया (एसपी)
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