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भिवानी में भी फिल्म 'पानीपत' का विरोध, बैन किए जाने की मांग - फिल्म पानीपत के खिलाफ गुस्सा

फिल्म पानीपत का विरोध रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. अब भिवानी में जाट समूदाय के लोगों ने फिल्म पर बैन लगाने और फिल्म के निर्मता पर कार्रवाई करने की मांग की है.

jaat community demands to ban panipat movie
भिवानी में भी फिल्म 'पानीपत' का विरोध
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Published : Dec 11, 2019, 6:15 AM IST

भिवानी: जिले में भी पानीपत फिल्म को लेकर विरोध के स्वर शुरू हो गए हैं. जाट समाज ने आरोप लगाया है कि इस फिल्म में महाराज सुरजमल के चरित्र को गलत दिखाया गया है, जो पूरे समाज के लिए गलत संदेश है. जाट समाज ने केंद्र सरकार से इस फिल्म को बैन कर निर्मता के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है, ताकि भविष्य में कोई निर्मता किसी समाज के साथ खिलवाड़ ना करे.

भिवानी में भी फिल्म 'पानीपत' का विरोध, देखें वीडियो

महाराज सुरजमल के चरित्र को गलत दिखाया गया है- जाट नेता

जाट धर्मशाला में जाट समाज ने गंगाराम श्योराण के नेतृत्व में प्रेसवार्ता की. इस दौरान समाज के नेता मंगल सिंह सुई, बलबीर सिंह बजाड़, रणबीर बेनिवाल और कमल प्रधान ने कहा कि फिल्म पानीपत में महाराज सुरजमल को लेकर जो भी दिखाया गया है, वो गलत है. महाराज सुरजमल एक महान योद्धा थे.

उन्होंने मुगलों से लड़ने के लिए मराठाओं के सामने तीन शर्तें रखी थी, लेकिन भाऊ ने दिल्ली जीतने के बाद अंहकार में आकर महाराज सुरजमल की शर्तें नहीं मानी. जिसके चलते मराठाओं की हार हुई. बावजूद इसके महाराजा सुरजमल ने मराठाओं के घायल सैनिकों, उनके बच्चों और महिलाओं को संरक्षण देकर उनकी सेवा की और उन्हें उस समय लाखों रूपये देकर अपने सैनिकों की सुरक्षा में महाराष्ट्र भेजा था.

पानीपत फिल्म पर बैन लगाने की मांग की

गंगाराम श्योराण ने कहा कि वो केंद्र सरकार से पानीपत फिल्म बैन करने की और इस फिल्म के निर्माता पर मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हैं. उन्होंने कहा कि निर्मता के खिलाफ कार्रवाई होगी, तभी संदेश जाएगा और भविष्य में कोई निर्माता किसी समाज से खिलवाड़ नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सेंसर बोर्ड पर भी लगाम लगाए. सेंसर बोर्ड तय करे कि किसी भी ऐतिहासिक फिल्म को लेकर निर्माता द्वारा इतिहास के तथ्यों की पुष्टी तय करवाए.

ये भी पढ़ें- पीएम मोदी से मिले उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, हुई शिष्टाचार मुलाकात

भिवानी: जिले में भी पानीपत फिल्म को लेकर विरोध के स्वर शुरू हो गए हैं. जाट समाज ने आरोप लगाया है कि इस फिल्म में महाराज सुरजमल के चरित्र को गलत दिखाया गया है, जो पूरे समाज के लिए गलत संदेश है. जाट समाज ने केंद्र सरकार से इस फिल्म को बैन कर निर्मता के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है, ताकि भविष्य में कोई निर्मता किसी समाज के साथ खिलवाड़ ना करे.

भिवानी में भी फिल्म 'पानीपत' का विरोध, देखें वीडियो

महाराज सुरजमल के चरित्र को गलत दिखाया गया है- जाट नेता

जाट धर्मशाला में जाट समाज ने गंगाराम श्योराण के नेतृत्व में प्रेसवार्ता की. इस दौरान समाज के नेता मंगल सिंह सुई, बलबीर सिंह बजाड़, रणबीर बेनिवाल और कमल प्रधान ने कहा कि फिल्म पानीपत में महाराज सुरजमल को लेकर जो भी दिखाया गया है, वो गलत है. महाराज सुरजमल एक महान योद्धा थे.

उन्होंने मुगलों से लड़ने के लिए मराठाओं के सामने तीन शर्तें रखी थी, लेकिन भाऊ ने दिल्ली जीतने के बाद अंहकार में आकर महाराज सुरजमल की शर्तें नहीं मानी. जिसके चलते मराठाओं की हार हुई. बावजूद इसके महाराजा सुरजमल ने मराठाओं के घायल सैनिकों, उनके बच्चों और महिलाओं को संरक्षण देकर उनकी सेवा की और उन्हें उस समय लाखों रूपये देकर अपने सैनिकों की सुरक्षा में महाराष्ट्र भेजा था.

पानीपत फिल्म पर बैन लगाने की मांग की

गंगाराम श्योराण ने कहा कि वो केंद्र सरकार से पानीपत फिल्म बैन करने की और इस फिल्म के निर्माता पर मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हैं. उन्होंने कहा कि निर्मता के खिलाफ कार्रवाई होगी, तभी संदेश जाएगा और भविष्य में कोई निर्माता किसी समाज से खिलवाड़ नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सेंसर बोर्ड पर भी लगाम लगाए. सेंसर बोर्ड तय करे कि किसी भी ऐतिहासिक फिल्म को लेकर निर्माता द्वारा इतिहास के तथ्यों की पुष्टी तय करवाए.

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Intro:रिपोर्ट इन्द्रवेश भिवानी
दिनांक 10 दिसंबर।
फिल्म के विरोध में उतरा जाट समाज
पानीपत फिल्म के विरोध में उतरा जाट समाज
कहा : इस फिल्म में महाराजा सुरजमल के चरित्र को दिखाया गलत
सरकार से फिल्म बैन कर निर्माता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की उठाई मांग
कहा : भविष्य में कोई निर्माता किसी किसी समाज के साथ खिलवाड़ ना करे
कहा : एतिहासिक फिल्मों को लेकर सरकार सेंसर बोर्ड पर लगाए लगाम
भिवानी में भी पानीपत फिल्म को लेकर विरोध के स्वर शुरू हो गए हैं। जाट समाज ने आरोप लगाया है कि इस फिल्म में महाराज सुरजमल के चरित्र को गलत दिखाया गया है, जो पूरे समाज के लिए गलत संदेश है। जाट समाज ने केंद्र सरकार से इस फिल्म को बैन कर निर्मता के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है, ताकि भविष्य में कोई निर्मता किसी समाज के साथ खिलवाड़ ना करे।
Body: जाट धर्मशाला में जाट समाज ने गंगाराम श्योराण के नेतृत्व में प्रैसवार्ता की। इस दौरान समाज के नेता मंगल सिंह सुई, बलबीर सिंह बजाड़, रणबीर बेनिवाल व कमल प्रधान ने कहा कि फिल्म पानीपत में महाराज सुरजमल को लेकर जो भी दिखाया गया है, वो गलत है। महाराज सुरजमल एक महान योद्धा थे। उन्होंने मुगलों से लडऩे के लिए मराठाओं के सामने तीन शर्तें रखी थी, लेकिन भाऊ ने दिल्ली जीतने के बाद अंहकार में आकर महाराज सुरजमल की शर्तें नहीं मानी। जिसके चलते मराठाओं की हार हुई। बावजूद इसके महाराजा सुरजमल ने मराठाओं के घायल सैनिकों, उनके बच्चों व महिलाओं को संरक्षण देकर उनकी सेवा की और उन्हे उस समय लाखों रूपये देकर अपने सैनिकों की सुरक्षा में महाराष्ट्र भेजा था।
Conclusion: गंगाराम श्योराण ने कहा कि वो केंद्र सरकार से पानीपत फिल्म बैन करने की और इस फिल्म के निर्माता पर मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि निर्मता के खिलाफ कार्रवाही होगी, तभी संदेश जाएगा और भविष्य में कोई निर्माता किसी समाज से खिलवाड़ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सेंसर बोर्ड पर भी लगाम लगाए। सेंसर बोर्ड तय करे कि किसी भी एतिहासिक फिल्म को लेकर निर्माता द्वारा इतिहास के तथ्यों की पुष्टी तय करवाए।
बाईट : गंगाराम श्योराण जाट नेता।
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