भिवानी: 1 और 2 अगस्त को संचालित होने वाली एक विषय में अंक सुधार के विशेष अवसर की परीक्षा को हस्तक्षेप रहित-पारदर्शी बनाने के लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा कड़े कदम उठाए गए हैं. बोर्ड के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में सैकेण्डरी/सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) मार्च-2001 से जुलाई-2018 तक के परीक्षार्थियों के लिए एक विषय में अंक सुधार करने का विशेष अवसर दिया गया है.
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हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह ने बताया कि सैकेण्डरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) अंक सुधार विशेष अवसर परीक्षा में 661 परीक्षार्थी 03 परीक्षा केंद्रों पर और सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) अंक सुधार विशेष अवसर परीक्षा में 1460 परीक्षार्थी 05 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देंगे.
डॉ. सिंह ने कहा कि इन परीक्षाओं के सफल बनाने हेतु सभी परीक्षार्थियों तथा परीक्षा ड्यूटी पर तैनात अमले पर पैनी निगाहें रखी जाएगी. परीक्षा केंद्रों पर कोई अनियमितता पाई जाती है तो इसकी सूचना तुरंत बोर्ड मुख्यालय पर दें. उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्र पर नियुक्त स्टाफ को बोर्ड द्वारा जारी पहचान-पत्र लगाना अनिवार्य है.
बिना पहचान-पत्र के कोई भी व्यक्ति परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश नहीं कर सकता है. स्वंय भी पहचान-पत्र लगाकर रखेंगे. उन्होंने बताया कि परीक्षा के दौरान किसी भी पर्यवेक्षक के पास मोबाइल नहीं होना चाहिए. परीक्षा आरम्भ होने से पहले वे अपना मोबाइल केंद्र अधीक्षक के पास जमा करवा देंगे.
डॉ. सिंह ने कहा कि सभी परीक्षा केंद्रों पर बोर्ड के एक-एक कर्मचारी की बतौर ऑब्जर्वर नियुक्ति की गई है, जो सभी परीक्षार्थियों की तलाशी भी लेंगे. उन्होंने बताया कि केंद्र पर नियुक्त ऑब्जर्वर द्वारा पूरे समय तक परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया जाना है. परीक्षा केंद्र की ओपनिंग एवं क्लोजिंग भी अपनी उपस्थिति में करवाई जानी है. परीक्षा समाप्ति उपरांत अपनी निरीक्षण रिपोर्ट केंद्र अधीक्षक की निरीक्षण डायरी में दर्ज करेंगे.
डॉ. सिंह ने बताया कि परीक्षाओं में अनुचित साधनों का प्रयोग करने वालों तथा सहायता प्रदान करने वालों के खिलाफ ‘शून्य सहनशीलता’ की नीति अमल में लाई जाएगी. परीक्षा आरम्भ होने से पूर्व सभी विद्यार्थियों की तलाशी के बाद ही परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति होगी.