अंबाला: सुबह दिन निकलने के साथ ही अंबाला छावनी के बाजारों में वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगना आम बात हो गई है. बाजारों में दुकानदारों के वाहनों सहित यहां आने वाले ग्राहक भी अपने वाहनों को लाइन में खड़ा नहीं करते, जिसके कारण बाजार में दोपहर हो या शाम या फिर रात वाहनों की बेतरतीब लाइने के कारण जाम लगना आम बात हो गई है.
हालांकि अंबाला कैंट के सदर बाजार चौराहे पर खड़े पुलिस के जवान इन वाहन चालकों को बार-बार अनाउंसमेंट द्वारा और खुद जाकर भी वाहन को तरतीब में लगाने की सलाह देते हैं लेकिन बावजूद इसके वाहन चालक उन्हें किसी न किसी का डर दिखाकर अपने वाहन बेतरतीब खड़े करने से बाज नहीं आ रहे हैं.
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फ्रूट बेचने वाले भी सड़क के बीच बने चौंक में रेहड़ी खड़ी रखते हैं जिससे चारों तरफ दोपहिया और तिपहिया वाहनों की भीड़ लगी रहती है और इस भीड़ के कारण पैदल चलने वालों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि ट्रैफिक पुलिस हो या दूसरी पुलिस इन वाहनों को तरतीब में लाने के काफी प्रयास करती है लेकिन बावजूद इसके बाजारों में जाम की स्थिति पैदा हो जाती है.
अंबाला कैंट सदर थाना के थाना प्रभारी नरेंद्र राणा का कहना है कि वह वाहनों को तरतीब में लाने की कोशिश में लगे रहते हैं लेकिन बावजूद इसके कई लोग जेब्रा में भी अपने वाहन खड़े कर देते हैं जिसको वह समझा-बुझाकर एक साइड पर करवाते हैं. नहीं मानने वालों पर सख्ती भी की जा रही है.
हालांकि सब कुछ देखने के बावजूद भी उनका कहना था कि अंबाला में ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त है. विकास के कार्यों और आम जनता को जिम्मेदार ठहराकर पुलिस अधिकारी ने तो अपनी जिम्मेदारी पूरी कर दी पर अंबाला छावनी के निवासियों को ट्रैफिक समस्या से निजात कब मिलेगी इसका कोई हल नहीं बताया.
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