अंबाला: प्रदेश के अंबाला छावनी (Ambala Cantonment) से 30 जून तक सभी रेल गाड़ियां रिस्टोर होने की संभावना (All trains restored In Ambala Cantonment) है. जिससे प्रदेश और साथ लगते राज्यों के यात्रियों को भी सुविधा मिलेगी. बता दें, हरियाणा में बिजली की कमी का असर रेलवे पर भी पड़ा. जिसकी दिक्क्त दूर होते ही रेलवे यात्रियों को सब सुविधाएं मिल (trains restored In Ambala by 30 June) पाएंगी. अंबाला रेल मंडल के डीआरएम ने पूरी जानकारी देते हुए बताया अब ट्रेनों में ज्यादा लगेज ले जाने वालों पर भी सख्ती की जाएगी. रेलवे कोविड के बाद धीरे-धीरे अब रिस्टोर हो रहा है.
डीआरएम रेलवे गुरविंदर मोहन सिंह (DRM Railway Gurvinder Mohan Singh) ने बताया कि आने वाले दिनों में सभी ट्रेनें ट्रैक पर आ जाएंगी और बिजली की कमी पूरी होते ही रेलवे यात्रियों की परेशानी को पूरे तरीके से दूर किया जाएगा. डीआरएम ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए सरकार ने भीड़ को कम करने के उद्देश्य से सभी गाड़ियों को रिजर्व कर दिया था और जरनल टिकट की सेल बंद कर दी थी. उन्होंने कहा कि अप्रैल में सरकार ने सभी ट्रेनस को डी-रिजर्व कर दिया था लेकिन रिजर्वेशन का समय 120 दिन होता है इसीलिए धीरे-धीरे सभी गाड़ियों को डी-रिजर्व कर दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि 30 जून तक सभी गाड़िया डी-रिजर्व हो जाएगी जिससे यात्रियों को सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी. डीआरएम ने बंद पड़ी गाड़ियों के बारे में बताया की अभी तक लगभग 45 प्रतिशत ही रेलगाड़ियां चल पाई हैं. उनका कहना है कि बिजली की खपत ज्यादा होने के कारण व खेतों में बुवाई का समय भी चल रहा है जिस कारण किसानों को ज्यादा बिजली की जरूरत है. इसे देखते हुए रेल गाड़ियों के लिए बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही थी. जिसका प्रभाव कुछ रेलगाड़ियों पर पड़ा.
डीआरएम ने कहा कि वर्तमान में रेलवे द्वारा एक ही रेल गाड़ी चलाई जा रही है. जैसे-जैसे गर्मी खत्म होगी, विभाग को ज्यादा बिजली उपलब्ध हो जाएगी और विभाग ट्रेन पुरी तरह से चला पाएगा. वहीं ट्रेन में सामान लेकर यात्रा करने वाले लोगों के लिए डीआरएम ने कहा कि यात्रियों के लिए अलग-अलग केटेगिरी के लिए सामान ले जाने की लिमिट है जो पहले से ही है जिसमें ज्यादा सामान लेकर जाने वाले यात्रियों को टिकट लेनी होती है, लेकिन कुछ लोग इस रूल को मान नहीं रहे हैं. इसलिए इस कानून में कुछ सख्ताई लाई जाएगी जिससे दूसरे यात्रियों को कोई परेशानी न हो.