हिसार: सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु बाबा नानक देव की 591वीं जयंति के मौके पर हिसार में भाईचारे की मिसाल पेश की गई. मुंबई से आए सूफी संत गुलाम हैदर अली ने हिसार के गुरुद्वारा में गुरु नानक देव की कथा पढ़ी और सभी को भाईचारे का संदेश दिया.
इस मौके पर बातचीत के दौरान गुलाम हैदर अली ने बताया कि वो काफी समय से गुरु नानक देव की शिक्षाओं को ग्रहण कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी की जयंति भारत के अलावा पाकिस्तान में भी धूमधाम से मनाई जाती है. उनकी शिक्षाएं हर धर्म के लिए प्रासंगिक हैं. गुरु नानक देव जी का संदेश नाम जपो, कीरत करो और वंड छको पूरी मानवता के लिए प्रेरणादायक है.
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गुरु नानक जयंति के मौके पर गुरुद्वारे में सिख धर्म के अलावा अन्य धर्म के अनुयायियों ने भी गुरु कीर्तन में भाग लिया और लंगर चखा. हालांकि इस बार कोरोना के कारण लंगर की व्यवस्था गुरुद्वारा में बैठकर खाने के बजाए घर ले जाकर खाने के लिए की गयी थी.