नूंह: जिले के गृह रक्षा विभाग में रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है. एक पूर्व होम गार्ड का आरोप है कि विभाग ने बिना किसी कारण उसे नौकरी से निकाला दिया और बाद में विभाग के ही दो कर्मचारियों ने दोबारा नौकरी दिलाने के नाम पर 90 हजार रुपये की ठगी की.
कर्मचारी ने की 90 हजार की ठगी
गृह रक्षा विभाग में करीब 5 साल तक नौकरी करने वाले गुलाम जफर ने बताया कि उसे बीते साल बिना किसी कारण के ही नौकरी से निकाल दिया गया था. नौकरी से निकाले जाने के बाद गृह रक्षा विभाग में कार्यरत मनोज कुमार और फूलराम ने उसे दोबारा नौकरी पर रखने की एवज में 90 हजार रुपये लिए थे. पीड़ित जवान ने बताया कि उसने जेवरात गिरवी रख कर दोनों को नगदी दे दी थी, लेकिन उसके बावजूद भी उसे नौकरी नहीं मिली.
पीड़ित ने बयां की दास्तान
पीड़ित ने बताया कि अब परिवार का गुजारा मुश्किल से हो रहा है. उसने ये भी कहा कि उसने नियुक्ति के समय भी 50 हजार रुपये की रिश्वत दी थी. इस बात की शिकायत पीड़ित होम गार्ड कमांडर से लेकर डीसी, एसपी और विभाग के अधिकारियों से कर चुका है, लेकिन कुछ नहीं हुआ. विभाग के कमांडर विजयपाल ने माना कि पीड़ित जवान को बिना किसी नियम के निकाला गया था. उन्होंने कहा कि डिस्चार्ज करने से पहले नोटिस दिया जाता है और उसके जवाब आने पर कार्रवाई की जाती है.
विभाग ने लिया संज्ञान
दो कर्मचारियों द्वारा 90 हजार रुपये की रिश्वत लेने की बात पर उन्होंने कहा कि ये मामला बेहद गंभीर है. इससे विभाग की छवि खराब हुई है. दोनों कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है. विभाग में इस मामले के संज्ञान में आने के बाद पीड़ित जवान को इंसाफ मिलने की आस जग गई है. इसके साथ ही रिश्वत लेने वाले दो होमगार्ड जवानों पर भी कार्रवाई हो सकती है.
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