नूंह: हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी को कोर्ट से जमानत मिल गई है. बजरंगी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत के बाद 30 अगस्त को नूंह जिला अदालत में पेश किया गया, जहां से अदालत ने उसे बेल दे दी. बिट्टू बजरंगी को नूंह में हिंसा फैलाने के आरोप में 15 अगस्त को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था. उसके ऊपर ब्रज मंडल यात्रा को लेकर भड़काऊ भाषण देने और शोभा यात्रा के दौरान पुलिस से अवैध हथियार छीनने का आरोप है.
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नूंह हिंसा में नाम आने के बाद बिट्टू बजरंगी को नूंह की तावड़ू सीआईए ने फरीदाबाद से अरेस्ट करके कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. नूंह जिले की जेल में एक धर्म विशेष के लोगों के ज्यादा होने के चलते उसे फरीदाबाद की नीमका जेल में रखा गया था. 30 अगस्त को बिट्टू बजरंगी को एडीजे नूंह संदीप कुमार दुग्गल की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जमानत मिल गई.
कल बिट्टू बजरंगी की जमानत के लिए अर्जी लगाई थी. उसके ऊपर बुधवार को संदीप दुग्गल की कोर्ट में जमकर बहस हुई. जो आरोप बिट्टू बजरंगी पर लगाए थे वो सभी गलत थे. बिट्टू बजरंगी पर धारा 395, 97 धाराएं लगाई गईं जो लूट और डकैती की हैं. उन्होंने किसी प्रकार की कोई लूट-डकैती नहीं की थी. संदीप कुमार दुग्गल एडीजे की कोर्ट ने उन्हें बेल दे दी है. जज ने अंजलि जैन की कोर्ट में 50 हजार रुपए कि जमानत राशि भी भरने के आदेश दिए गए. चरण सिंह राघव, वकील, बिट्टू बजरंगी
जेल से बाहर आने के बाद क्या बोला नूंह हिंसा का आरोपी बिट्टू बजरंगी?: फरीदाबाद नीमका जेल से बाहर आकर बिट्टू बजरंगी ने कहा कि, '17 अगस्त को मुझे नीमका जेल भेजा गया था, आज (बुधवार, 30 अगस्त) जमानत मिली है. उसने कहा कि मेरे ऊपर जो धाराएं लगाई गई हैं वो गलत हैं. पुलिस प्रशासन ने जो कार्रवाई की थी उसकी वजह से मैं जेल के अंदर गया लेकिन फिलहाल आज मुझे जमानत मिल गई है, जिसके बाद में पहले की तरह ही सक्रिय रूप से गौ रक्षा और धर्म के बेहतरी के लिए अपना काम करता रहूंगा.'
बता दें कि, नूंह हिंसा का आरोपी बिट्टू बजरंगी खुद को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद का नेता बताता रहा है. लेकिन, हिंसा के आरोप में जेल जाने के बाद विश्व हिंदू परिषद ने उससे पल्ला झाड़ लिया. वीएचपी ने सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट लिखकर कहा कि, बिट्टू बजरंगी का बजरंग दल या फिर वीएचपी से कोई संबंध नहीं है. उसने जो किया उसका वो समर्थन नहीं करता.
नूंह की एडिशनल एसपी उषा कुंडू ने बिट्टू बजरंगी और उसके साथियों पर तलवार छीनने के आरोप लगाए थे. गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने एक दिन की रिमांड पर लेकर बिट्टू बजरंगी से 7 तलवार बरामद भी की थी. सीआईए नूंह के जवान सादे कपड़ों में जब बिट्टू बजरंगी को फरीदाबाद से गर्दन पकड़कर ला रहे थे तो सीसीटीवी में तस्वीर कैद हो गई थी.
आपको बता दें कि 31 जुलाई को नूंह जिले में विश्व हिंदू परिषद की ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान हिंसा फैसल गई थी. शोभा यात्रा पर कुछ लोगों ने नल्हड़ शिव मंदिर के पास पथराव शुरू कर दिया था. जिसके बाद देखते ही देखते हिंसा की आग भड़क उठी और उपद्रव शुरू हो गया. करीब 100 से ज्यादा गाड़ियां जला दी गईं. इस हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें गुरुग्राम पुलिस के 2 होमगार्ड भी शामिल हैं.