नई दिल्ली : नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने यात्री ट्रेन संचालन में सार्वजनिक-निजी भागीदारी पर कहा है कि यह देश में इस तरह की अच्छी पहल है, जहां भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे का उपयोग करके यात्री व्यवसाय शुरू करने के लिए निजी संस्थाएं आधुनिक प्रौद्योगिकी गाड़ियों का संचालन करेंगी.
मीडिया से बात करते अमिताभ कांत उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे का आधुनिकीकरण हर किसी के लिए एक जीत की स्थिति है! क्वालिटी ट्रेन सेवाएं, नई तकनीक और वैल्यू एडेड सेवाएं यूजर्स के अनुभव को बढ़ाएंगी.
उन्होंने कहा कि यह भारतीय रेलवे के साथ-साथ निवेशकों के लिए भी एक फायदे की स्थिति पैदा करती है.
उन्होंने कहा कि जिस निजी क्षेत्र का निवेश हम देख रहे हैं, वह लगभग 30,000 करोड़ रुपये का है.
अमिताभ कांत ने आगे कहा कि हम 109 मूल गंतव्य युग्मों (Origin Destination pairs) को देख रहे हैं, जिन्हें 151 ट्रेनों की आवश्यकता वाले 12 समूहों में विभाजित किया गया है. इसके लिए पारदर्शी प्रतिस्पर्धी बोली लगाई जाएगी.
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उन्होंने बताया कि उद्धरण के लिए रिक्वेस्ट पहले ही मंगाई जा चुकी है और आवेदनों के लिए नियत तारीख 7 अक्टूबर, 2020 है. विश्वास है कि यह भारत में रेलवे की आधुनिक तकनीक के लिए दुनिया भर से निवेश लाएगा.