Geeta : गीता पाठ से मिलेगा श्री हरि विष्णु और बृहस्पति ग्रह का आशीर्वाद

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Published : Oct 27, 2022, 7:09 AM IST

Updated : Feb 3, 2023, 8:30 PM IST

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चर-अचर जो भी तुम्हें अस्तित्व में दिख रहा है, वह कर्मक्षेत्र तथा क्षेत्र के ज्ञाता का संयोग मात्र है. यदि मनुष्य कर्म फलों का त्याग तथा आत्म-स्थित होने में असमर्थ हो तो उसे ज्ञान अर्जित करने का प्रयास करना चाहिए. निष्काम भाव से कर्म करने के प्रयास में न तो हानि होती है न ही ह्रास, अपितु इस पथ पर की गई अल्प प्रगति भी महान भय से रक्षा कर सकती है. विधि-विधान से किये हुए परधर्म से गुणरहित किन्तु स्वभाव से नियत अपना धर्म श्रेष्ठ है. जो सभी प्राणियों का उद्गम है और सर्वव्यापी है, उस भगवान की उपासना करके मनुष्य अपना कर्म करते हुए पूर्णता प्राप्त कर सकता है. Geetasar . Todays Motivational Quotes . Lord vishnu worship .
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:30 PM IST

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