दिल्ली हिंसा में महेंद्र सिंह ने बचाई सात लोगों की जान, किए गए सम्मानित - बहादुरी के लिए सम्मानित
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दिल्ली में हुई हिंसा में जहां 50 से ज्यादा लोगों की जान गई है वहीं अपनी बहादुरी और समझ से सात से ज्यादा लोगों की जान बचाने वाले महेंद्र सिंह की चारों तरफ तारीफ हो रही है. 24 फरवरी की शाम को हिंसा भड़कने के बाद महेंद्र सिंह और उनके बेटे इंद्रजीत सिंह ने गोकुलपुरी से कर्दम पुरी में 60 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित पहुंचाया था. 1984 में महेंद्र सिंह को एक हिंदू परिवार द्वारा भीड़ से बचाया गया था और महेंद्र सिंह ने कहा कि उन्हें किसी ने बचाया था इसीलिए गोकुलपुरी में हुई हिंसा में उन्होंने लोगों को बचाकर 36 साल पहले का कर्ज उतारा है. गोकुलपुरी में महेंद्र सिंह की इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान है और आज अमृतसर से सांसद गुरजीत सिंह औजला उनसे मिलने गए.
गुरजीत सिंह औजला ने महेंद्र सिंह और उनके बेटे इंद्रजीत सिंह, उनकी पत्नी को बहादुरी के लिए सम्मानित किया. इसके साथ ही औजला ने कहा कि सबकी मदद करना सिख धर्म के उसूलों में है और जो महेंद्र सिंह ने किया उस पर पूरी सिख कौम को नाज है.