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इन योग आसनों से पाएं एसिडिटी और पेट फूलने से राहत - पेट फूलना

योग हमारे स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए एक बेहतर विकल्प है। गलत भोजन की आदतें और जंक फूड हमारे पेट में एसिडिटी और पेट फूलना जैसी समस्या को जन्म देता है, जो पेट में एसिड का अतिरिक्त उत्पादन होने से उत्पन्न होता है। इससे पेट में जलन, दर्द, कब्ज जैसी समस्याएं भी नजर आती है। आइये इन चार आसान योग आसनों से पाएं पेट की तकलीफों से छुटकारा।

Get relief from acidity with yoga
योग से पाएं अम्लता से राहत
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Published : Mar 17, 2021, 2:38 PM IST

प्रोसेस्ड, तैलीय और जंक फूड, एसिडिटी, पेट फूलना और गैस जैसी समस्याओं का कारण बनते हैं। ये गैस्ट्रिक ग्रंथियों द्वारा पेट में एसिड का अतिरिक्त उत्पादन करते हैं। इस एसिड के अधिक स्राव से पेट में जलन, दर्द, कब्ज और यहां तक भूख ना लगने जैसे लक्षण नजर आते है।

नियमित रूप से योग अभ्यास करने से आप अच्छे स्वास्थ्य, दीर्घायु, फिटनेस, सहनशक्ति में वृद्धि और साथ ही प्रतिरक्षा को बढ़ावा देते हैं। ग्रैंड मास्टर अक्षर ने चार सरल योग आसन सांझा किया हैं, जो पेट फूलने जैसी समस्या को दूर करने और पाचन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

वज्रासन

Vajrasana
वज्रासन

भोजन के ठीक बाद किया जाने वाला एकमात्र मुद्रा है, जिसे भरे पेट में भी किया जा सकता है।

⦁ धीरे-धीरे सांस अंदर-बाहर करते हुए समस्थिति मुद्रा में खड़े हो जाएं

⦁ आप अपनी आंखें बंद रख सकते हैं

⦁ अपनी भुजाओं को अपनी ओर सीधा रखें

⦁ धीरे-धीरे अपनी आंखें खोलें और घुटने के बल बैठ जाएं

⦁ अपने पैर की उंगलियों को बाहर की ओर मोड़ते हुए एड़ी पर बैठें

⦁ अपनी एड़ी को पास रखें

⦁ अपनी हथेलियों को अपने घुटनों के ऊपर रखें

⦁ अपनी रीढ़ को सीधा रखें और आगे की ओर देखें

⦁ कुछ देर के लिए इस आसन को बनाएं रखें

मलासन

Malasana
मलासन

⦁ समस्थिति मुद्रा से, अपने घुटनों को मोड़ें और अपने श्रोणि को नीचे करें

⦁ आप एक स्क्वैट मुद्रा में आ जाये

⦁ अपने पैरों को ज़मीन पर रखें और घुटनों को दूर रखें

⦁ अपनी बाहों को घुटनों पर टिकाकर आगे की ओर झुकें

⦁ रीढ़ की हड्डी सीधा रखें

एका पद बढ़ा मलासन

Eka Pada Badha Malasana
एका पद बढ़ा मलासन

⦁ समस्थिति मुद्रा से, अपने घुटनों को मोड़ें और अपने श्रोणि को नीचे करें

⦁ आप एक स्क्वैट मुद्रा में आ जाये

⦁ अपने पैरों को ज़मीन पर रखें और घुटनों को दूर रखें

⦁ अपने दाहिने हाथ को ऊपर उठाएं और इसे अपने दाहिने घुटने के चारों ओर बाहर से लपेटें

⦁ अपने बाएं हाथ से अपने दाहिने हाथ को पीछे से लॉक करें

⦁ अपनी रीढ़ को यथासंभव सीधा रखते हुए आगे देखें

⦁ दूसरी तरफ दोहराएं

दंडासन

Dandasana
दंडासन

⦁ अपने पैरों को सीधा कर बैठें

⦁ अपने पैर की उंगलियों को एक लचीली स्थिति में रखते हुए सक्रिय करें

⦁ पीठ सीधी रखें

⦁ दोनों भुजाओं को ज़मीन के समानान्तर रखते हुए फैलाएं

पढ़े : योग से करें डेस्क जॉब के चलते होने वाले दर्द को अलविदा

विशेषज्ञ कहते हैं- 'योग मुद्राएं आपके शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त रखने और सुचारू रूप से काम करने के लिए आंतरिक अंगों के कार्य को अनुकूलित करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। योग भी आपके पाचन तंत्र को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका हो सकता है, क्योंकि योग अभ्यास तनाव को दूर रखता है।'

प्रोसेस्ड, तैलीय और जंक फूड, एसिडिटी, पेट फूलना और गैस जैसी समस्याओं का कारण बनते हैं। ये गैस्ट्रिक ग्रंथियों द्वारा पेट में एसिड का अतिरिक्त उत्पादन करते हैं। इस एसिड के अधिक स्राव से पेट में जलन, दर्द, कब्ज और यहां तक भूख ना लगने जैसे लक्षण नजर आते है।

नियमित रूप से योग अभ्यास करने से आप अच्छे स्वास्थ्य, दीर्घायु, फिटनेस, सहनशक्ति में वृद्धि और साथ ही प्रतिरक्षा को बढ़ावा देते हैं। ग्रैंड मास्टर अक्षर ने चार सरल योग आसन सांझा किया हैं, जो पेट फूलने जैसी समस्या को दूर करने और पाचन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

वज्रासन

Vajrasana
वज्रासन

भोजन के ठीक बाद किया जाने वाला एकमात्र मुद्रा है, जिसे भरे पेट में भी किया जा सकता है।

⦁ धीरे-धीरे सांस अंदर-बाहर करते हुए समस्थिति मुद्रा में खड़े हो जाएं

⦁ आप अपनी आंखें बंद रख सकते हैं

⦁ अपनी भुजाओं को अपनी ओर सीधा रखें

⦁ धीरे-धीरे अपनी आंखें खोलें और घुटने के बल बैठ जाएं

⦁ अपने पैर की उंगलियों को बाहर की ओर मोड़ते हुए एड़ी पर बैठें

⦁ अपनी एड़ी को पास रखें

⦁ अपनी हथेलियों को अपने घुटनों के ऊपर रखें

⦁ अपनी रीढ़ को सीधा रखें और आगे की ओर देखें

⦁ कुछ देर के लिए इस आसन को बनाएं रखें

मलासन

Malasana
मलासन

⦁ समस्थिति मुद्रा से, अपने घुटनों को मोड़ें और अपने श्रोणि को नीचे करें

⦁ आप एक स्क्वैट मुद्रा में आ जाये

⦁ अपने पैरों को ज़मीन पर रखें और घुटनों को दूर रखें

⦁ अपनी बाहों को घुटनों पर टिकाकर आगे की ओर झुकें

⦁ रीढ़ की हड्डी सीधा रखें

एका पद बढ़ा मलासन

Eka Pada Badha Malasana
एका पद बढ़ा मलासन

⦁ समस्थिति मुद्रा से, अपने घुटनों को मोड़ें और अपने श्रोणि को नीचे करें

⦁ आप एक स्क्वैट मुद्रा में आ जाये

⦁ अपने पैरों को ज़मीन पर रखें और घुटनों को दूर रखें

⦁ अपने दाहिने हाथ को ऊपर उठाएं और इसे अपने दाहिने घुटने के चारों ओर बाहर से लपेटें

⦁ अपने बाएं हाथ से अपने दाहिने हाथ को पीछे से लॉक करें

⦁ अपनी रीढ़ को यथासंभव सीधा रखते हुए आगे देखें

⦁ दूसरी तरफ दोहराएं

दंडासन

Dandasana
दंडासन

⦁ अपने पैरों को सीधा कर बैठें

⦁ अपने पैर की उंगलियों को एक लचीली स्थिति में रखते हुए सक्रिय करें

⦁ पीठ सीधी रखें

⦁ दोनों भुजाओं को ज़मीन के समानान्तर रखते हुए फैलाएं

पढ़े : योग से करें डेस्क जॉब के चलते होने वाले दर्द को अलविदा

विशेषज्ञ कहते हैं- 'योग मुद्राएं आपके शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त रखने और सुचारू रूप से काम करने के लिए आंतरिक अंगों के कार्य को अनुकूलित करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। योग भी आपके पाचन तंत्र को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका हो सकता है, क्योंकि योग अभ्यास तनाव को दूर रखता है।'

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