इस्लामाबाद : पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि मुल्क के उत्तर-पश्चिम खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत से सीवेज के नमूनों में वाइल्ड पोलियोवायरस पाया गया है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वायरस 10 अप्रैल को केपी के हंगू जिले और प्रांतीय राजधानी पेशावर से एकत्र किए गए पर्यावरण के नमूनों में भी पाया गया था. पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल कादिर पटेल ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान पोलियो के खिलाफ लड़ाई में मिलकर काम करना जारी रखेंगे.
इस साल जनवरी में अफगानिस्तान के पूर्वी नांगरहार प्रांत में पाए गए पोलियोवायरस से दो वायरस आनुवंशिक रूप से जुड़े हुए हैं. खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत में लगातर पोलियो के मामले सामने आ रहे हैं. अगस्त 2022 के खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत में दौरान पोलियो वायरस के पांच नमूने पाए गए थे.
बढ़ रहे लगातार पोलियो के मामले
इसी प्रकार पाकिस्तान के इस्लामाबाद में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) की राष्ट्रीय पोलियो प्रयोगशाला ने अगस्त 2022 में कराची के लांधी इलाके में एक सीवेज लाइन से एकत्र किए गए पर्यावरण के नमूने में वाइल्ड पोलियो वायरस टाइप-1 का पता लगाया था. पाकिस्तान में अगस्त के दौरान पाए गए 11 मामलों में से पांच-पांच खैबर-पख्तूनख्वा (केपी) और पंजाब से है, जबकि सिंध से एक मामला सामने आया है.
एमपॉक्स भी का पहला मामला
पिछले मंगलवार को पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की थी कि देश में एमपॉक्स का पहला मामला दर्ज किया गया है, जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने पिछले दिन एक मरीज में एमपॉक्स संक्रमण की पुष्टि की थी .
Mpox : Zynios Vaccine की 1 खुराक 78% तक एमपॉक्स के खिलाफ प्रभावी