ETV Bharat / sukhibhava

डब्ल्यूएचओ ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के निरंतर उपयोग की सिफारिश की - Vaccination against covid-19कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण

एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन पर लगे रोक के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बड़ा बयान दिया है। डब्ल्यूएचओ ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के उपयोग की सिफारिश की है। उनका मानना है कि टीकाकरण के बाद लोगों के मौत का कारण थ्रोम्बोम्बोलिक (रक्त के जमने) हो जरूरी नहीं है।

AstraZeneca vaccine
एस्ट्राजेनेका वैक्सीन
author img

By

Published : Mar 18, 2021, 5:19 PM IST

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि यह अभी भी एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन के उपयोग की सिफारिश करता है, क्योंकि इसके जोखिमों पर इसका लाभ भारी पड़ता है। संगठन ने बुधवार को अपने एक बयान में कहा, 'कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण से किसी अन्य बीमारी या किन्हीं अन्य वजहों के चलते होने वाली मौत का जोखिम कम नहीं होगा। थ्रोम्बोम्बोलिक (रक्त वाहिकाओं में क्लॉट) की घटनाएं अकसर होती रहती हैं। वीनस थ्रोम्बोम्बोलिज्म विश्व स्तर पर दिल की तीसरी सबसे बड़ी आम बीमारी है।'

सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की खुराक लेने के बाद लोगों के खून में थक्का जमने की सुर्खियों के बाद यूरोपीय संघ के देशों में वैक्सीन के उपयोग पर लगाई जा रही रोक के मद्देनजर यह बयान सामने आया है।

पढ़े : सूखे मेवे बढ़ा सकते हैं पुरुषों में स्पर्म काउंट

इस बयान में कहा गया, 'प्रतिरक्षण के दौरान संभावित प्रतिकूल घटनाओं के प्रति कार्रवाई करना देशों के लिए जरूरी है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि इन्हें वैक्सीनेशन से जोड़ा जाए। बहरहाल कारणों की जांच करना एक बेहतर अभ्यास है। यह इस बात को भी दर्शाता है कि निगरानी प्रणाली अच्छे से काम कर रही है या नहीं और प्रभावी नियंत्रण सही से लागू है या नहीं इत्यादि।'

(आईएएनएस)

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि यह अभी भी एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन के उपयोग की सिफारिश करता है, क्योंकि इसके जोखिमों पर इसका लाभ भारी पड़ता है। संगठन ने बुधवार को अपने एक बयान में कहा, 'कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण से किसी अन्य बीमारी या किन्हीं अन्य वजहों के चलते होने वाली मौत का जोखिम कम नहीं होगा। थ्रोम्बोम्बोलिक (रक्त वाहिकाओं में क्लॉट) की घटनाएं अकसर होती रहती हैं। वीनस थ्रोम्बोम्बोलिज्म विश्व स्तर पर दिल की तीसरी सबसे बड़ी आम बीमारी है।'

सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की खुराक लेने के बाद लोगों के खून में थक्का जमने की सुर्खियों के बाद यूरोपीय संघ के देशों में वैक्सीन के उपयोग पर लगाई जा रही रोक के मद्देनजर यह बयान सामने आया है।

पढ़े : सूखे मेवे बढ़ा सकते हैं पुरुषों में स्पर्म काउंट

इस बयान में कहा गया, 'प्रतिरक्षण के दौरान संभावित प्रतिकूल घटनाओं के प्रति कार्रवाई करना देशों के लिए जरूरी है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि इन्हें वैक्सीनेशन से जोड़ा जाए। बहरहाल कारणों की जांच करना एक बेहतर अभ्यास है। यह इस बात को भी दर्शाता है कि निगरानी प्रणाली अच्छे से काम कर रही है या नहीं और प्रभावी नियंत्रण सही से लागू है या नहीं इत्यादि।'

(आईएएनएस)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.