नई दिल्ली : भारत में 50 वर्ष से कम आयु के 5 लाख से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु हार्ट अटैक से हुई है. शुक्रवार को यह जानकारी राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने दी. उन्होंने कहा कि फाईजर की वैक्सीन जो अमेरिका में कई लोगों को लगाई गई थी, जब उन पर दबाव आया, तो अब जाकर उन्होंने बताया है कि इस वैक्सीन के क्या-क्या साइड इफेक्ट हैं. उन्होंने कहा कि शायद हमें इस पर भी आत्मचिंतन करने की आवश्यकता है.
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Cases of Sudden Cardiac Arrests have taken a serious turn in India especially impacting the youth under 50. Requested MoH&FW to take more serious measure to compile data, check reasons through my zero hour intervention pic.twitter.com/TcenlrNZEq
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) December 8, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) December 8, 2023Cases of Sudden Cardiac Arrests have taken a serious turn in India especially impacting the youth under 50. Requested MoH&FW to take more serious measure to compile data, check reasons through my zero hour intervention pic.twitter.com/TcenlrNZEq
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) December 8, 2023
कोविड के गंभीर स्वरूप में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जो दवाइयां बताई गई, क्या उसमें कहीं कोई कमी रह गई. प्रियंका चतुर्वेदी ने राज्यसभा में कहा कि यह एक महत्वपूर्ण विषय है. इस पर खास तौर पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस विषय पर गाइडलाइंस दिए हैं लेकिन वह इतनी पुख्ता नहीं है कि इस समस्या का समाधान दे सकें. शुक्रवार को राज्यसभा में उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जिन्हें Heart attack की कोई समस्या नहीं थी, लेकिन अचानक हार्ट अटैक से उनकी मृत्यु हो गई. राज्यसभा सांसद ने इसे कोरोना से जोड़ा. Priyanka Chaturvedi ने कहा कि भारत में हार्ट अटैक की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को इस विषय पर थोड़ी और ज्यादा रिसर्च कर डाटा एकत्र करना चाहिए. इसके जरिए यह देखा जाना चाहिए कि कोरोना के उपरांत क्या प्रभाव हो रहे हैं. इसके साथ ही यह भी देखा जाना चाहिए कि जो दवाई व जो वैक्सीन है, उसको लेकर हमें रिसर्च, फ्रेमवर्क बनाना पड़ेगा. राज्यसभा में उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय को फ्रेमवर्क बनाना होगा कि 50 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों में हार्ट अटैक को कैसे काबू में ला सकते है. Rajya Sabha MP Priyanka Chaturvedi ने कहा कि लैंसेट (रिसर्च पत्रिका) की स्टडी बताती है कि भारत में 5 से 6 लाख लोगों की हार्ट अटैक से मृत्यु हुई है और यह सभी 50 वर्ष से कम आयु के थे. यह सिर्फ उनके परिवारों के लिए ही बल्कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी दुख का विषय है. युवाओं की हार्ट अटैक से मृत्यु होना चिंता का कारण है.
चतुर्वेदी के मुताबिक कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां क्रिकेट खेलते खेलते हुए खिलाड़ी की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई. Rajya Sabha MP Priyanka Chaturvedi ने कहा कि मैं स्वास्थ्य मंत्रालय से डेटाबेस बनाने की अपील करती हूं. रोज हम इस प्रकार की खबरों से रूबरू हो रहे हैं कि कभी कोई क्रिकेट खेलते खेलते तो कोई डांडिया करते-करते हार्ट अटैक से मर रहा है, जबकि इन व्यक्तियों की Heart attack की कोई हिस्ट्री नहीं थी. उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेन में बीते दिनों 38 साल के एक स्वस्थ युवा को अचानक हार्ट अटैक आया.