दिल्ली के महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने रविवार को महिला एवं बाल विकास विभाग में हाल में ही नियुक्त कल्याण अधिकारियों और सुपरवाइजरों के साथ बैठक की. उन्होंने इस बैठक में कोविड-19 के समय में सरकार की ओर से आंगनवाड़ी योजना के तहत लाभार्थियों को प्रदान किए जा रहे पोषक आहार के वितरण में पूरी सावधानी बरतने की बात कही.
राजेंद्र पाल गौतम ने कहा, 'हम सभी का लक्ष्य दिल्ली से कुपोषण की समाप्ति होना चाहिए. इसके लिए राजधानी में सभी शिशुओं और मांओं को कुपोषण से बचाने के कार्य को अपना नैतिक दायित्व समझने पर ही योजना और उसमें कार्यरत व्यक्तियों की सार्थकता सिद्ध होगी. इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को पूरी ईमानदारी से जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा.'
इस अवसर पर विभाग ने महिला एवं बाल विकास मंत्री को आंगनवाड़ी लाभार्थियों का सर्वेक्षण कराये जाने की योजना के बारे में जानकारी दी. इस प्रस्तुति में आंगनवाड़ी लाभार्थियों को सरकार की ओर से प्राप्त होने वाली सुविधाओं और इस योजना से संबंधित उनकी प्रतिक्रियाओं, सुझावों तथा विचारों से अवगत होने के उद्देश्य से तैयार की गई, प्रश्नावली भी दिखाई गई. इस सर्वेक्षण के प्रश्नों के संबंध में सर्वेक्षण टीम के साथ एक मॉक ड्रिल भी हुई.
गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना के नए मामले प्रतिदिन नया रिकॉर्ड बना रहे हैं. बीते कई दिनों से हर 24 घंटे में 7 हजार या उससे आसपास नए कोरोना रोगी सामने आ रहे हैं. ऐसे में दिल्ली सरकार का मानना है कि राजधानी में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है. साथ ही यह समय तीसरी लहर का सर्वोच्च स्तर यानी पीक है.
जहां दिल्ली सरकार का मानना है कि यह कोरोना की तीसरी लहर और उसका पीक आ चुका है. वहीं सरकार यह भी मान रही है कि अब दिल्ली में कोरोना के मामले और नहीं बढ़ने चाहिए.
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, 'दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है. हालांकि हम जल्द ही इससे बाहर आ जाएंगे.'