आजकल ब्रेन स्ट्रोक brain stroke जैसी समस्या देखने को मिल रही है. ब्रेन स्ट्रोक brain stroke एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है. जहां एक रोगी शरीर के आधे हिस्से पर अचानक होश खो देने जैसी फोकल कमी विकसित करता है.स्ट्रोक मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाता है. इसलिए व्यक्ति अपनी समस्याओं को पहचानने में सक्षम नहीं हो सकता. ब्रेन स्ट्रोक वह समस्या होती है, जिसमें ब्लड की सप्लाई बराबर नहीं हो पाती. ब्लड की सप्लाई नहीं हो पाने के कारण खून का थक्का जमने लगता है. चक्कर आना बेहोश होने जैसी समस्या या लक्षण दिखाई पड़ने लगते हैं. कभी-कभी इस वजह से लोगों की मौत भी हो जाती है. ऐसे समय में ब्लड का प्रेशर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. Diet during brain stroke .
खासतौर पर यह समस्या 40 और 50 वर्ष की आयु में ज्यादा देखने को मिलता है. ओल्ड एज पर आर्टिरीज सिकुड़ने लगती है. आर्टिरीज सिकुड़ने के कारण ब्लड की सप्लाई बराबर नहीं हो पाती, यदि कोई स्ट्रोक की समस्या से ग्रसित है. तो उनका डाइट प्रॉपर होना चाहिए, जिससे स्ट्रोक जैसी समस्या से बचा जा सकता . diet during brain stroke है. Dietician Dr Sarika Srivastava . diet during brain stroke cure . brain stroke patients care . Brain stroke cure .
ब्रेन स्ट्रोक के दौरान कैसी हो डाइट : डाइटिशियन डॉक्टर सारिका श्रीवास्तव Dietician Dr Sarika Srivastava का कहना है कि "स्ट्रोक जैसी समस्या देखने को मिलती है, तो सबसे पहले एप्पल सिडर वेनेगर को भोजन में शामिल करना चाहिए. जो ब्लड क्लॉटिंग को दूर करने में मदद करता है. गर्म तासीर की चीजें को डाइट में शामिल करनी what should be diet during brain stroke चाहिए. जैसे दालचीनी अदरक और कच्ची हल्दी ब्लड क्लॉट को दूर करने में मदद करती है. अपनी डाइट में लौकी और सूप जैसी चीजों को भी शामिल करना आवश्यक है. मल्टीग्रेंस और काढ़ा जैसी चीजों को भी डाइट में शामिल करना चाहिए."
स्ट्रोक की समस्या में क्या ना करें : डाइटिशियन डॉक्टर सारिका श्रीवास्तव बताती हैं कि स्ट्रोक जैसी समस्या आने पर पालक का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए. यह स्ट्रोक को बढ़ाने का काम करता है. ऐसे समय में बेरिस का उपयोग किया जा सकता है. यह स्ट्रोक को कम करने में मदद करता है, और ब्लड क्लॉट को भी कम करता है. ऐसे समय में खासतौर पर मरीजों को गर्म तासीर वाली चीजों को डाइट में देना चाहिए. ऐसे मरीजों को तली भूनी और मिर्च मसालेदार वाली चीजें डाइट में नहीं देनी चाहिए. इससे बिल्कुल परहेज करना चाहिए. ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाली सभी चीजों को बंद कर देना चाहिए. यहां तक की नमक का उपयोग भी कम कर देना चाहिए. यदि ब्लड प्रेशर बढ़ रहा हो तो, सोडियम वाली सभी चीजों को बंद करके पोटेशियम वाली चीजों को डाइट में शामिल करना चाहिए. पपीता गाजर कुम्हड़ा स्ट्रोक को कम करने वाला होता है."
सर्वाइकल कैंसर : देश को मिलेगी पहली स्वदेशी वैक्सीन, महज इतने रुपये में होगी उपलब्ध