महिला हो या पुरुष, अपने जीवन में कभी ना कभी सेक्स ड्राइव या शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा में कमी की समस्या का सामना करते ही हैं. वैसे तो उम्र ज्यादा बढ़ने पर सेक्स ड्राइव तथा सेक्स की इच्छा में कमी आना एक आम बात होती है, लेकिन कई बार कम उम्र में भी कई प्रकार की शारीरिक व मानसिक समस्याओं के चलते महिलाओं व पुरुषों में सेक्स को लेकर अनिच्छा बढ़ने लगती है. वहीं कई बार ऐसा किसी गंभीर रोग के प्रभाव स्वरूप भी हो सकता है. लेकिन चिंता की बात यह है कि सिर्फ महिलायें ही नहीं बल्कि पुरुष भी आमतौर पर इस समस्या के लक्षण नजर आने पर उसके इलाज के लिए प्रयास करना तो दूर बल्कि उसके बारे में बात करने से भी कतराते हैं. जो कई बार उनके सम्पूर्ण स्वास्थ्य पर असर डालने का साथ उनके आपसी रिश्तों को भी प्रभावित करने लगता हैं.
सेक्स के फायदे
लखनऊ उत्तर प्रदेश के सेक्सोलॉजिस्ट डॉ इरफान कुरैशी (एमडी जनरल मेडिसिन)बताते हैं कि पुरुषों व महिलाओं दोनों में अच्छे व नियमित सेक्स संबंध शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक स्वास्थ्य को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं, जैसे तनाव कम होता है, मन प्रसन्न रहता है, शरीर में दर्द में राहत मिलती है, रक्त संचार बेहतर होता है जिससे हृदय रोग से बचाव हो सकता है व रक्तचाप नियंत्रित रहता है, इम्यून सिस्टम बेहतर होता है, त्वचा अच्छी होती है, नींद की गुणवत्ता अच्छी होती है , कैलोरी बर्न होती है तथा शरीर शेप में रहता है यानी कमर से मोटापा कम होता है, आदि.
वह बताते हैं कि अच्छे सेक्स के दौरान हमारे शरीर में डोपामाइन, ऑक्सीटोसिन, नॉर-एपिनेफ्रीन, सेरोटोनिन तथा प्रोलैक्टिन जैसे हार्मोन का निर्माण व स्राव बढ़ जाता है. जो ना सिर्फ अंगों में संवेदनशीलता व एक्साइटमेंट को बढ़ाते हैं, बल्कि मन को प्रसन्न रखने के साथ कपल में प्रेम भी बढ़ाते है. इसके साथ ही इन हार्मोन का स्राव शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को कई तरह से लाभ पहुंचाता हैं.
सेक्स को लेकर अनिच्छा के कारण
डॉ इरफान कुरैशी बताते हैं कि महिला हो या पुरुष, दोनों में शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक स्वास्थ्य व आपसी व्यवहार से जुड़े कारणों के चलते सेक्स को लेकर अनिच्छा की समस्या देखने में आ सकती है. दोनों में इसके लिए अलग-अलग कारण जिम्मेदार हो सकते हैं.
महिलाओं में सेक्स को लेकर अनिच्छा के कारण
वह बताते हैं कि आम स्वास्थ्यपरक कारण, बढ़ती उम्र व हार्मोन में असंतुलन के अलावा महिलाओं में सेक्स ड्राइव में कमी के लिए कई बार साथी का व्यवहार भी जिम्मेदार होता है. आमतौर पर ज्यादातर पुरुष संबंध बनाने के दौरान अपनी पसंद, अपने आराम व अपने ऑर्गेज्म को ही ज्यादा तवज्जो देते हैं. क्या महिला शारीरिक संबंध बनाने के लिए शरीर व मन दोनों से तैयार है, ऐसी क्या क्रियाएं हैं जो उसे उत्तेजित व आनंदित करती है, क्या वह इस क्रिया में उतना ही आनंदित है जितना पुरुष है और क्या वह संबंधों के दौरान ऑर्गेज़्म महसूस कर पाती है? इस बारे में ज्यादातर पुरुष ना तो सोचते हैं और ना ही सेक्स के दौरान महिला की इच्छा का भी ध्यान रखते हैं. ऐसे में एक समय के बाद कई महिलाओं के लिए शारीरिक संबंध सिर्फ एक रूटीन बन कर रह जाता है जिसमें उन्हे ज्यादा संतोष व खुशी नहीं मिल पाती है. यह उनमें यौन संबंधों को लेकर अनिच्छा का कारण भी बनने लगता है.
वहीं कई बार मेनोपॉज के दौरान या शरीर में हार्मोन में असंतुलन के चलते या फिर किसी रोग या संक्रमण के कारण महिलाओं की योनि में सूखापन बढ़ने लगता है, यानी योनि में प्राकृतिक ल्यूब्रिकेन्ट का काम करने वाले डिस्चार्ज का स्राव कम होने लगता है. ऐसे में उन्हे सेक्स के दौरान दर्द व असहजता महसूस होने लगती है . यह भी कई बार उनमें सेक्स को लेकर अनिच्छा का कारण बन जाता है. इनके अलावा भी महिलाओं में यौन इच्छा में कमी के कई कारण हो सकते हैं. जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
- बच्चे के जन्म के बाद खासतौर पर नॉर्मल डिलीवरी में योनि में टांकों के कारण दर्द व असहजता
- योनि या प्रजनन अंगों में किसी संक्रमण या रोग
- मेनोपॉज के कारण हार्मोन में असंतुलन
- मल्टीपल (एक से ज्यादा )पार्टनर के साथ सेक्स के कारण
- किसी रोग, थेरेपी या दवा के प्रभाव के कारण
- पूर्व में किसी प्रकार के यौन शोषण या दुर्घटना के कारण
- पेशाब करते समय जलन या दर्द
- योनी से असामान्य रक्तस्राव
- तनाव व थकान, आदि.
- पुरुषों में सेक्स को लेकर अनिच्छा होने के कारण
वह बताते हैं कि पुरुषों में अपेक्षाकृत यह समस्या ज्यादा नजर आती है. आमतौर पर हर 5 पुरुषों में से 1 को तनाव, हार्मोन में असंतुलन, जीवनशैली जनित कारणों तथा स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते कामेच्छा में कमी की समस्या का सामना करना पड़ता है. वह बताते हैं कि पुरुषों में सेक्स को लेकर अनिच्छा के लिए जिम्मेदार कारणों में से कुछ इस प्रकार हैं.
- लिंग में संरचनात्मक समस्या
- प्रोस्टेट जैसी समस्या
- कैंसर व उस जैसे कुछ गंभीर रोग
- रेडिएशन उपचार या कीमोथेरेपी जैसी थेरेपी का पार्श्व प्रभाव
- कुछ दवाओं व स्टेरॉयड के पार्श्व प्रभाव के चलते जैसे एंटीडिप्रेसेंट व रक्तचाप की दवा आदि.
- अर्थराइटिस तथा मधुमेह जैसी अवस्था(कोमोरबीटी)
- यौन रोग और संक्रमण
- हार्मोन में असंतुलन विशेषकर टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी
- पोर्नोग्राफी की लत
- नियमित तौर पर हस्तमैथुन करना
- खराब आहार संबंधी आदतें
- व्यायाम की कमी
- धूम्रपान, ज्यादा शराब पीना या नशीले पदार्थों का सेवन करना
- ज्यादा मात्रा में कैफीन का सेवन करना
- नींद में कमी या नींद की गुणवत्ता में कमी, आदि.
- अनदेखा ना करें
डॉ इरफान कुरैशी बताते हैं कि सेक्स ड्राइव में कमी या सेक्स करने की इच्छा के कम होने को आज भी बड़ी संख्या में लोग एक बड़ी समस्या के रूप में नहीं देखते हैं. ज्यादातर लोग इसे अनदेखा करते हैं तथा दूसरों से इस बारे में बात तक करने में शर्म महसूस करते हैं, जो सही नहीं है. सेक्स मानव शरीर के लिए एक जरूरी क्रिया है जो कई तरह के फायदे शरीर को पहुंचाती है. वहीं कई बार सेक्स को लेकर अनिच्छा को कुछ गंभीर रोगों व अवस्थाओं के लक्षण के रूप में भी देखा जाता है. ऐसे में इस समस्या की अनदेखी कभी कभी दूसरे रोगों या समस्याओं के समय से इलाज में को लेकर भी देरी करा सकती है.
वह बताते हैं यदि किसी पुरुष या महिला में यह समस्या हो रही है तो सबसे पहले इसके लक्षणों व कारणों को समझने का प्रयास करें. जैसे यदि कोई पुरुष या महिला गंभीर तनाव, अवसाद या पीटीएसड़ी जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो उन्हे अपनी समस्या को प्रबंधित करने का प्रयास करना चाहिए. इसके लिए वह नियमित योग, ध्यान या व्यायाम की मदद ले सकता है वहीं यदि इन समस्याओं के लक्षण तथा प्रभाव तीव्र हो तो चिकित्सक या काउंसलर की मदद जरूरी हो जाती है. वहीं यदि किसी रोग, उपचार या दवा के प्रभाव के कारण या हार्मोन संबंधी समस्या के कारण ऐसा हो रहा हो तो चिकित्सक से सलाह जरूर लेनी चाहिए. Sex Drive Lacking
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