नई दिल्लीः यूं तो समय-समय पर दिल्ली पुलिस कम्युनिटी पुलिसिंग को बढ़ावा देने की कोशिश करती रही है, लेकिन वर्तमान दिल्ली पुलिस के कमिश्नर की अगुवाई में खासतौर पर ऐसे कार्यक्रमों को बढ़ावा मिल रहा है. इसी के तहत वेस्ट जिले की पुलिस ने एक नई पहल शुरू की है. पहल के तहत छोटी उम्र में अपराध के रास्ते पर निकल पड़े बच्चे को मुख्यधारा से जोड़ने की कवायद शुरू की गई है.
राह से भटके किशोर फिर से अपराध के दलदल में न फंसे, इसके लिए पश्चिमी जिला पुलिस ने संकल्प मुहिम शुरू की है. इस बीच डीसीपी दीपक पुरोहित की निगरानी में एसएचओ अनिल शर्मा की पहल पर इन बच्चों को कंप्यूटर ट्रेनिंग दी गई. ट्रेनिंग पूरा होने के बाद इनमें से कई बच्चों को पुलिस की ही पहल पर अच्छी कंपनियों में नौकरी भी मिली है. फिलहाल सौ से अधिक बच्चों को जॉब मिला है, जिसमें 19 से कम उम्र में अपराध में शामिल बच्चे शामिल हैं.
दरअसल, इस कोशिश को एक नया नाम दिया गया है 'संकल्प'. इस नाम से एक फिल्म भी बनाई गई और जनकपुरी के सूरजमल इंस्टिट्यूट में आयोजित कार्यक्रम को खासतौर पर दिल्ली के सीपी एसएन श्रीवास्तव ने ना सिर्फ देखा, बल्कि इन बच्चों का हौसला भी बढ़ाया. इस दौरान दिल्ली पुलिस के मुखिया ने वेस्ट दिल्ली पुलिस की जमकर तारीफ की.
नुक्कड़ नाटक के जरिए दिया संदेश
इस खास मौके पर बच्चों ने नुक्कड़ नाटक के जरिए अपराध से बचने और कोरोना से बचाव का संदेश भी दिया. कार्यक्रम के आयोजन के दौरान दिल्ली पुलिस कमिश्नर के अलावा स्पेशल सीपी संजय सिंह, वेस्टर्न रेंज की ज्वाइंट सीपी शालिनी सिंह. वेस्ट जिले के डीसीपी दीपक पुरोहित, द्वारका और आउटर जिले के डीसीपी के साथ-साथ वेस्ट जिले के कई थानों के एसएचओ और अन्य पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए.