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नारायणा में बंद और बदहाल सब-वे, लोगों ने उठाए दिल्ली सरकार पर सवाल, जानिए पूरा मामला - दिल्ली सरकार

राजधानी दिल्ली के नारायणा में बंद और बदहाल सब वे पर स्थानीय लोगों ने सवाल उठाए हैं. लोगों का कहना है जब इस सब वे का इस्तेमाल ही नहीं हो रहा तो फिर इसे बनाया ही क्यों गया और इस पर लाखों-करोड़ों रुपए क्यों बर्बाद किए गए.

सब-वे
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Published : Mar 13, 2023, 1:02 PM IST

नारायणा में बंद और बदहाल सब वे

नई दिल्ली: वेस्ट दिल्ली के नारायणा में लोगों की सुविधाओं और उनके सुरक्षित सड़क पार करने के लिए पीडब्ल्यूडी ने लगभग दो दशक पहले सबवे बनाया था. हालांकि पिछले 5 साल से अधिक समय से यह सब वे पूरी तरह से बंद है. लोगों को इसकी वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. साथ ही जान जोखिम में डालकर लोगों को सड़क पार करना पड़ता है.

स्थानीय लोग इसके लिए पीडब्ल्यूडी के साथ-साथ दिल्ली सरकार को दोषी ठहरा रहे हैं. लोगों का कहना है जब इस सबवे को सालों साल तक बंद ही रखना था तो फिर इसे बनाया ही क्यों गया और इस पर इतने पैसे क्यों बर्बाद किए गए. दरअसल नारायणा में सबवे को बनाने की जरूरत लोगों की मांग के बाद तब सामने आई थी. जब नारायणा गांव और दूसरी तरफ कॉलोनी बाजार आने-जाने में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. क्योंकि बीच में रिंग रोड है, जहां हर वक्त ट्रैफिक की आवाजाही रहती थी, तब लोगों की मांग पर पीडब्ल्यूडी ने इस सबवे को करीब 20 साल पहले बनाया गया था.

हालांकि स्थानीय लोगों का ये भी आरोप है कि जब सबवे खुला हुआ था तो उसके अंदर रोशनी की व्यवस्था नहीं थी. शाम होते ही स्मैकिए अंदर बैठा करते थे. इसकी वजह से लोगों ने इसका इस्तेमाल बंद कर दिया था. वहीं महिलाएं और लड़कियां दिन में भी इसमें जाने से कतराती थी. धीरे-धीरे इसकी बदहाली बढ़ती गई और इसे दुरुस्त करने की बजाय बंद कर दिया. अब लोग सवाल उठा रहे हैं कि लाखों-करोड़ों लगाकर लोगों की सुविधाओं के लिए इस सब वे को बनाया गया. बावजूद इसके लोगों की समस्या अभी भी सालों से जस की तस बनी हुई है और लोग अभी भी जान जोखिम में डालकर ट्रैफिक के बीच से सड़क पार करते हैं.

ये भी पढ़ें: AAP Councilor Assaulted Man: आप पार्षद पर मारपीट का आरोप, लोगों ने किया प्रदर्शन

बीजेपी के पूर्व पार्षद प्रमोद तंवर का कहना गांव के लोगों की सुविधाओं को देखते हुए दो पहिया वाहन की आवाजाही के लिए रेम्प भी बनाया गया था. इसके शूरू होने से लोगों को सड़क पार करने में काफी आसानी होती थी, लेकिन बिना किसी जानकारी के 5 साल पहले इस सबवे पर ताला जड़ दिया गया. इसकी वजह से लोगों का सबवे से आना जाना बंद हो गया.

ये भी पढ़ें: वसंत कुंजः आवारा कुत्तों के काटने से बीते दो दिनों में दो बच्चों की मौत

नारायणा में बंद और बदहाल सब वे

नई दिल्ली: वेस्ट दिल्ली के नारायणा में लोगों की सुविधाओं और उनके सुरक्षित सड़क पार करने के लिए पीडब्ल्यूडी ने लगभग दो दशक पहले सबवे बनाया था. हालांकि पिछले 5 साल से अधिक समय से यह सब वे पूरी तरह से बंद है. लोगों को इसकी वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. साथ ही जान जोखिम में डालकर लोगों को सड़क पार करना पड़ता है.

स्थानीय लोग इसके लिए पीडब्ल्यूडी के साथ-साथ दिल्ली सरकार को दोषी ठहरा रहे हैं. लोगों का कहना है जब इस सबवे को सालों साल तक बंद ही रखना था तो फिर इसे बनाया ही क्यों गया और इस पर इतने पैसे क्यों बर्बाद किए गए. दरअसल नारायणा में सबवे को बनाने की जरूरत लोगों की मांग के बाद तब सामने आई थी. जब नारायणा गांव और दूसरी तरफ कॉलोनी बाजार आने-जाने में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. क्योंकि बीच में रिंग रोड है, जहां हर वक्त ट्रैफिक की आवाजाही रहती थी, तब लोगों की मांग पर पीडब्ल्यूडी ने इस सबवे को करीब 20 साल पहले बनाया गया था.

हालांकि स्थानीय लोगों का ये भी आरोप है कि जब सबवे खुला हुआ था तो उसके अंदर रोशनी की व्यवस्था नहीं थी. शाम होते ही स्मैकिए अंदर बैठा करते थे. इसकी वजह से लोगों ने इसका इस्तेमाल बंद कर दिया था. वहीं महिलाएं और लड़कियां दिन में भी इसमें जाने से कतराती थी. धीरे-धीरे इसकी बदहाली बढ़ती गई और इसे दुरुस्त करने की बजाय बंद कर दिया. अब लोग सवाल उठा रहे हैं कि लाखों-करोड़ों लगाकर लोगों की सुविधाओं के लिए इस सब वे को बनाया गया. बावजूद इसके लोगों की समस्या अभी भी सालों से जस की तस बनी हुई है और लोग अभी भी जान जोखिम में डालकर ट्रैफिक के बीच से सड़क पार करते हैं.

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बीजेपी के पूर्व पार्षद प्रमोद तंवर का कहना गांव के लोगों की सुविधाओं को देखते हुए दो पहिया वाहन की आवाजाही के लिए रेम्प भी बनाया गया था. इसके शूरू होने से लोगों को सड़क पार करने में काफी आसानी होती थी, लेकिन बिना किसी जानकारी के 5 साल पहले इस सबवे पर ताला जड़ दिया गया. इसकी वजह से लोगों का सबवे से आना जाना बंद हो गया.

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