नई दिल्ली: होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर चुके एक शख्स ने मेट्रो में सफर के दौरान एक महिला का पर्स चोरी कर लिया. इस पर्स में 15 लाख रुपये के गहने रखे हुए थे.
कुछ गहनों को बेचकर वह मौज-मस्ती कर रहा था, लेकिन सीसीटीवी की मदद से पुलिस उस तक पहुंच गई. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर चोरी किये गए गहने बरामद कर लिए हैं.
डीसीपी मोहम्मद अली के अनुसार 30 जून को एक महिला ने आईजीआई मेट्रो स्टेशन पर चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी.
महिला ने बताया कि द्वारका सेक्टर 21 से सेक्टर 8 जाने के दौरान किसी ने उनका बैग चोरी कर लिया. इस बैग में सोने और हीरे के 15 लाख रुपये के गहने रखे हुए थे.
इस घटना को ध्यान में रखते हुए स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर राम मेहर सिंह की टीम को जांच में लगाया गया था.
सीसीटीवी से मिला पुलिस को सुराग
पुलिस टीम ने सबसे पहले मेट्रो स्टेशन में लगे हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाली. जिसमें एक शख्स ने महिला का पर्स द्वारका सेक्टर 10 मेट्रो स्टेशन से उठाया और बाहर निकल गया.
यह भी पता चला कि वह झिलमिल मेट्रो स्टेशन से सवार हुआ था. पुलिस टीम ने इस शख्स के बारे में झिलमिल और शाहदरा इलाके में जाकर छानबीन की. इस दौरान पुलिस टीम को सूचना मिली कि वह जीटीबी एन्क्लेव स्थित एमआइजी फ्लैट में रहता है.
इस जानकारी पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसका नाम राजेश ठाकुर है.
मौका मिलते ही चोरी किया पर्स
आरोपी ने पुलिस को बताया कि वारदात वाले दिन वह मेट्रो के उसी कोच में सफर कर रहा था जिसमें महिला थी.
इस दौरान उसने देखा कि महिला के पास काफी सामान है और वह अपने पर्स को लेकर बहुत सतर्क है. वह बार-बार उस पर्स की तरफ ध्यान दे रही थी.
इसलिए जब उसे मौका मिला तो वह पर्स लेकर फरार हो गया. इस पर्स में गहने रखे हुए थे.
इसमें से उसने कुछ गहने सुशीलन नामक जौहरी को पांच लाख रुपये में बेच दिए थे. उसने इसमें से 3.5 लाख रुपये अपने बैंक खाते में जमा कर लिए थे, जबकि 65 हजार रुपये नकद उसके पास थे.
एक लाख रुपये कर डाले खर्च
आरोपी ने पुलिस को बताया कि इनमें से एक लाख रुपये वह खर्च कर चुका था. उसने कुछ रकम रिश्तेदारों को लौटा दी जिनसे उसने कर्ज लिया था. वहीं बाकी के पैसे से उसने मौज-मस्ती की.
बेचे हुए गहने एवं आरोपी के पास मौजूद गहने पुलिस ने बरामद कर लिए हैं. आरोपी राजेश ठाकुर ने होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया हुआ है. वह कमिशन एजेंट का काम कर रहा था.