नई दिल्ली: देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. इसी के तहत सोमवार रात 14 अगस्त को सुभाष नगर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें देश के बंटवारे के समय विस्थापन का दर्द झेलने वाले और जान गवाने वाले लोगों को याद कर श्रद्धांजलि दी गई. इलाके के बुजुर्गों को बुलाकर सम्मानित भी किया गया कार्यक्रम का आयोजन बीजेपी नेता गगन साहनी के तरफ से किया गया था. जिसमें वेस्ट जिला बीजेपी के अध्यक्ष राज कुमार ग्रोवर, बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुभाष आर्य, बीजेपी के युवा नेता तेजेंद्र पाल सिंह बग्गा सहित कई और नेता शामिल हुए. सभी उपस्थित लोगों ने मिलकर सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ कर ईश्वर से प्रार्थना की कि 1947 जैसी त्रासदी दोबारा न देखनी पड़े. देश मजबूत संपन्न और समृद्ध बना रहे.
बीजेपी नेता गगन साहनी ने बताया की इस इलाके के करीब 90 प्रतिशत लोग बटवारे के वक्त पाकिस्तान से आकर यहां बस गए थे. कई लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया. इसलिए हर साल की तरह इस साल भी अपनों की याद में कार्यक्रम का आयोजन किया गया और उन्हे श्रद्धांजलि दी गई. साथ ही उस समय के बुजुर्ग जिन्होंने बंटवारे का दर्द झेला उनको सम्मानित किया गया.
1947 कि भीषण त्रासदी नहीं भूल पाएगा देश
बता दें कि पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा है. लेकिन 14 अगस्त 1947 कि उस भीषण त्रासदी को कभी भूल नहीं पाया जब भारत के भूगोल, समाज और संस्कृति का बंटवारा हो गया था. बंटवारे की वजह से करोड़ों लोगों को अपने मकान, दुकान और तमाम संपत्ति छोड़कर विस्थापित होना पड़ा था. इस दौरान हुए दंगों में लाखों लोगों ने अपनों को हमेशा के लिए खो दिया था. लिहाजा, अगर 14 अगस्त को भारत के इतिहास का सबसे मुश्किल दिन कहा जाना गलत नहीं होगा.
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