नई दिल्ली : एक फरवरी को आम बजट (Union Budget 2022) पेश होना है और करोना काल में हजारों लोगों के रोजगार छिन गए, व्यापार प्रभावित हुआ. ऐसे में बजट से आम लोगों की बहुत सारी उम्मीदें हैं, चाहे वह टैक्स की कमी हो या फिर शिक्षा, रोजगार और या फिर स्वास्थ्य की चिंता. आम लोगों में किस तरह की उम्मीदें हैं और वह क्या-क्या राय रखते हैं. इस पर लोगों की प्रतिक्रिया, जानते हैं.
जहां एक तरफ लोग बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा मान रहे, उन्हें उम्मीद है कि इस बजट में रोजगार को लेकर कुछ न कुछ योजनाएं होंगी. वहीं दूसरी ओर कई लोगों का मानना है की शिक्षा में बजट को बढ़ाना चाहिए साथ ही पिछले दो साल से कोरोना के कारण जो पेरेंट्स स्कूलों को बेवजह तरह-तरह की फीस दे रहे हैं उस पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए.
ये भी पढ़ें: Union Budget 2022 : दिल्ली के लोगों को बजट से क्या हैं उम्मीदें, पढ़िए
कुछ लोगों की राय है कि 80 C के तहत आयकर के दायरे (Income Tax Slab) को बढ़ाना चाहिए. स्टैंडर्ड रिडक्शन जो की 50 हजार है उसे कम से कम दो लाख करना चाहिए, ताकि नौकरीपेशा वाले लोगों को उसका फायदा मिल सके. लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी सरकार को इस बजट में ध्यान देना चाहिए. मेडिकल रीइंबर्समेंट पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है वहीं कुछ लोग स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की बात कह रहे हैं. इसके पीछे उनका तर्क है कि कोरोना के कारण गरीबी रेखा से नीचे (Below Poverty Line) गुजर बसर करने वाले लोग हों या फिर मध्यमवर्गीय (middle class) उन्हें छोटी मोटी समस्या के लिए भी अस्पताल भागना पड़ता है.
ये भी पढ़ें: आगामी बजट पर युवाओं की राय, शिक्षा व्यवस्था मजबूत होगी तभी खुलेंगे रोजगार के द्वार
अब यह तो एक फरवरी को ही पता चलेगा कि लोगों ने जिस तरह की अपेक्षाएं रखी थी कि आज सरकार का वह बजट उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरता है या फिर कुछ खास वर्ग के लोगों को निराशा मिलती है. कुछ को उनकी अपेक्षाएं इस बजट से पूरी होती हुई दिख रहे हैं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप