नई दिल्ली : नए साल पर दिल्ली वाले अपनी कई आदतों को बदलने के साथ-साथ दिल्ली के हालात बदलने से लेकर कोरोना से भी छुटकारा पाना चाहते हैं. इसके अलावा दिल्ली में कई बदलाव चाहते हैं. कुछ छात्र रोजगार को लेकर चिंतित है और उन्होंने उम्मीद जताई कि नए साल में केंद्र और दिल्ली सरकार लोगों के रोजगार को लेकर गंभीरता दिखाएगी. आइए जानते हैं कि यहां के लोगों का कैसा रिजोलुसन है.
दिल्ली के युवाओं का कहना है कि नए साल के मौके पर अपनी भविष्य को लेकर कुछ नया करने की सोच रहे हैं. साथ ही उनका कहना है कि पिछले कुछ समय से दिल्ली के हालात बिगड़े है और आपसी भाईचारा पर इसका असर दिख रहा है. दिल्ली का फिर वही माहौल को बेहतर बनाने के प्रयास होने चाहिए. युवा अपने भविष्य को लेकर चिंतित है. साथ ही अपनी पढ़ाई को और बेहतर करना चाह रहे हैं. पढ़ाई के साथ-साथ स्टार्टअप पर भी जोर दे रहे हैं.
वहीं, स्कूली बच्चे नए साल में मोबाइल पर आधारित जो पढ़ाई कोरोना के बाद से हुई उसे वह कम करना चाहते हैं. क्योंकि उससे मोबाइल देखने की आदतों में बढ़ोतरी हो रही हैं. इसका असर पढ़ाई भी हो रहा हैं. वहीं, कुछ लोग दिल्ली और केंद्र सरकार के बीच होने वाले विवाद को कम करना चाहते हैं. दोनों ही सरकार को मिलजुल कर काम करना चाहिए. ताकि दिल्ली में लोगों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर मिले.
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वहीं, कुछ लोग नए साल में बाहर खाने की आदतों को कम करना चाहते हैं या फिर बदलना चाहते हैं. इसके पीछे उनका तर्क है कि सेहत सबसे जरूरी है. एक बार फिर से कोरोना के बढ़ते खतरे को लेकर लोगों की चिंता बढ़ गई है और ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि नए साल में कोरोना जैसी महामारी से निजात मिले. ताकि परिवार के साथ-साथ बच्चों के साथ बाहर घूम फिर सकें.
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