नई दिल्ली: अगले साल होने वाले दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है और अब बस इंतजार 3 सितंबर को कोर्ट के फैसले का सब इंतजार कर रहे हैं. चुनावों के लिए सभी पार्टियां सतर्क हो गई हैं और अपना वर्चस्व कायम करने के लिए सिख मतदाताओं को जोड़ने का काम शुरू कर दिया है.
गुरुद्वारा चुनाव की तैयारी
दिल्ली कमेटी पर 2 बार से बादल दल काबिज है और इस बार भी बादल दल दिल्ली कमेटी पर जमे रहने के लिए जी जान से जुटा हुआ है. दिल्ली कमेटी के चुनावों की तैयारी के बारे में जब कमेटी के सदस्य और धर्म प्रचार कमेटी के पूर्व चेयरमैन परमजीत सिंह राणा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि फिलहाल तो चुनावी लिस्ट को लेकर मामला कोर्ट में पेंडिंग है और 3 सितंबर को कोर्ट का फैसला आना है. उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
पंथक पार्टी ही टिक सकती है
उन्होंने कहा कि वैसे तो सभी पार्टियां चुनाव के लिए तैयार है. बस एक बार कोर्ट का फैसला आ जाए. हालांकि, पिछले दिनों कुछ नई पार्टियों के आने के बारे में यह मानते हैं कि जो पंथक पार्टी है और अकाल तख्त को समर्थन करती है. वही आगे आएंगे और वही पार्टी टिक सकती है. जो वास्तव में लोगों के लिए काम करेगी वरना छोटी-मोटी पार्टियों का कोई फर्क चुनाव पर नहीं पड़ने वाला है. अब सबकी निगाहें कोर्ट के फैसले पर है, जो 3 सितंबर को आएगा. फिर उसके बाद गुरुद्वारा चुनाव की दशा और निर्धारण तय किया जाएगा. लेकिन तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं.