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एंटी नारकॉटिक्स टास्क फोर्स ने एक महीने में 3 हजार किमी का सफर तय कर 7 ड्रग्स तस्करों को पकड़ा - क्राइम ब्रांच के एंटी नारकॉटिक्स टास्क फोर्स

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के एंटी नारकॉटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) की टीम ने एनडीपीएस एक्ट के इनामी वांटेड और भगौड़ों सहित कुल सात ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है. उधर, एंटी नारकोटिक्स सेल की पुलिस टीम ने दो शराब तस्करों को भी गिरफ्तार किया है.

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Published : Dec 23, 2022, 5:16 PM IST

सात ड्रग तस्करों को गिरफ्तार करने में कामयाबी

नई दिल्लीः देश भर में चलाए जा रहे 'नशा मुक्त भारत' अभियान के तहत दिल्ली के क्राइम ब्रांच की पुलिस एक तरफ जहां कई ऑपरेशन चला कर ड्रग तस्करों और इसके सप्लायरों की धर-पकड़ में लगी हुई है, तो वहीं दूसरी तरफ ड्रग्स की तस्करी के मामलों के भगौड़ों और वांटेड आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी प्रयासरत है. इसी क्रम में क्राइम ब्रांच के एंटी नारकॉटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) की टीम ने एनडीपीएस एक्ट के इनामी वांटेड और भगौड़ों सहित कुल सात ड्रग तस्करों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है.

स्पेशल सीपी रविन्द्र सिंह यादव के अनुसार, एनडीपीएस के मामलों के इनामी वांटेड और फरार चल रहे भगौड़े आरोपियों की पकड़ के लिए डीसीपी अमित गोयल और एसीपी अनिल शर्मा की देखरेख में इंस्पेक्टर जय भगवान, देवेंद्र, एएसआई अशोक, रूपेश, हेड कॉन्स्टेबल मनीष और प्रमोद की टीम का गठन किया गया था.

पुलिस टीम ने इनामी वांटेड और भगौड़े ड्रग्स तस्करों के खिलाफ देश भर में कई ऑपरेशन चलाया और उनके बारे में जानकारियों को विकसित कर उनके लोकेशन को ट्रैक किया. इस दौरान देश भर में तीन हजार किलोमीटर का सफर और कई राज्यों में छापेमारी के बाद क्राइम ब्रांच की ANTF ने कुल सात ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है.

इसमें वर्ष 2011 में क्राइम ब्रांच में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामले का 50 हजार का इनामी वांटेड भगौड़ा भी शामिल है, जिसकी पहचान मुकेश सिंह के रूप में हुई है. ये बिहार के जहानाबाद स्थित अरवल का रहने वाला है. इसे कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई थी. 13 अप्रैल 2020 में इसे आठ सप्ताह की इमरजेंसी परोल पर छोड़ा गया था, लेकिन उसके बाद से ये लगातार फरार चल रहा था. पुलिस ने बिहार के आसपास और जहानाबाद इलाके में गहन तलाशी अभियान चला कर इसे अरवल से गिरफ्तार किया.

इसी कड़ी में 2018 के एक एनडीपीएस मामले में क्राइम ब्रांच ने प्रवीण यादव, भरत शर्मा और हरेंद्र मंडल को गिरफ्तार किया था, जिनमें से 9 अक्टूबर 2021 में हरेंद्र मंडल को अंतरिम बेल दी गयी थी, लेकिन बेल अवधि समाप्त होने पर सरेंडर करने के बदले वो फरार हो गया. उसकी तलाश में पुलिस ने उड़ीसा में गहन तलाशी अभियान चलाया, जहां उन्हें आरोपी के दिए गए पते से भी फरार होने का पता चला. पुलिस ने उसके कई संभावित ठिकानों पर छापेमारियां की. आखिरकार पुलिस को उसके बिहार में होने का पता चला, जिसके बाद पुलिस टीम बिहार के दरभंगा पहुंची और वहां से उसे दबोच लिया.

वहीं क्राइम ब्रांच पुलिस ने विभिन्न ऑपरेशन में दिल्ली के करण विहार के रहने वाले एक वांटेड ड्रग तस्कर अमित, बरेली, यूपी के फरमान अली उर्फ आरिफ, होशियारपुर, पंजाब के सुरेंद्र कुमार, उत्तम नगर दिल्ली के भरत कुमार और हापुड़ के राहुल सिंह को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. ये सभी इनके खिलाफ दर्ज एनडीपीएस मामलों में फरार चल रहे थे और पुलिस लंबे समय से इनकी तलाश में थी. पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

उधर, एंटी नारकोटिक्स सेल की पुलिस टीम ने दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 2450 क्वार्टर अवैध शराब का बरामद किया गया. गिरफ्तार किए गए शराब तस्करों की पहचान ऋषि उर्फ रिंकू और दिनेश के रूप में हुई है. यह दोनों पालम के साध नगर इलाके के रहने वाले हैं. शराब तस्करी में इस्तेमाल लग्जरी गाड़ी को भी पुलिस टीम ने जब्त किया है.

डीसीपी द्वारका एम हर्षवर्धन ने बताया कि नए साल को लेकर जिले में स्पेशल ड्राइव चलाया गया है, जिसमें ऑपरेशन सेल की टीम भी अपने इंफॉर्मेशन की मदद से धरपकड़ कर रही है. इसी कड़ी में एसीपी राम अवतार की देखरेख में एंटी नारकोटिक्स सेल के इंचार्ज सुभाष चंद, हेड कॉन्स्टेबल दिनेश और कॉन्स्टेबल प्रदीप की टीम इस लग्जरी गाड़ी को ट्रेप करने में कामयाब रही.

ये भी पढ़ेंः भलस्वा दुष्कर्म मामले में महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को जारी किया नोटिस

इन्हें सूचना मिली थी कि एक गाड़ी में शराब की बड़ी खेप द्वारका सेक्टर 23 इलाके में आने वाली है. इस सूचना पर पुलिस टीम ने वहां पर ट्रैप लगाया, जिस गाड़ी में शराब की खेप जा रही थी. जब उसके ड्राइवर को रोका गया और उसमें सवार दूसरे शख्स से भी पूछताछ की गई. जब गाड़ी की तलाशी ली गई तो उसमें से शराब के क्वार्टर से भरे 49 कार्टून बरामद किए गए. उनके खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस टीम अब यह प्रयास कर रही है कि यह दोनो शराब कहां से लाते थे और आगे कहां इसे बेचते थे?

यह भी पढ़ें- भलस्वा दुष्कर्म मामला: 24 घंटे बाद भी कार्रवाई न होने पर परिजनों ने किया आउटर रिंग रोड जाम

सात ड्रग तस्करों को गिरफ्तार करने में कामयाबी

नई दिल्लीः देश भर में चलाए जा रहे 'नशा मुक्त भारत' अभियान के तहत दिल्ली के क्राइम ब्रांच की पुलिस एक तरफ जहां कई ऑपरेशन चला कर ड्रग तस्करों और इसके सप्लायरों की धर-पकड़ में लगी हुई है, तो वहीं दूसरी तरफ ड्रग्स की तस्करी के मामलों के भगौड़ों और वांटेड आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी प्रयासरत है. इसी क्रम में क्राइम ब्रांच के एंटी नारकॉटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) की टीम ने एनडीपीएस एक्ट के इनामी वांटेड और भगौड़ों सहित कुल सात ड्रग तस्करों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है.

स्पेशल सीपी रविन्द्र सिंह यादव के अनुसार, एनडीपीएस के मामलों के इनामी वांटेड और फरार चल रहे भगौड़े आरोपियों की पकड़ के लिए डीसीपी अमित गोयल और एसीपी अनिल शर्मा की देखरेख में इंस्पेक्टर जय भगवान, देवेंद्र, एएसआई अशोक, रूपेश, हेड कॉन्स्टेबल मनीष और प्रमोद की टीम का गठन किया गया था.

पुलिस टीम ने इनामी वांटेड और भगौड़े ड्रग्स तस्करों के खिलाफ देश भर में कई ऑपरेशन चलाया और उनके बारे में जानकारियों को विकसित कर उनके लोकेशन को ट्रैक किया. इस दौरान देश भर में तीन हजार किलोमीटर का सफर और कई राज्यों में छापेमारी के बाद क्राइम ब्रांच की ANTF ने कुल सात ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है.

इसमें वर्ष 2011 में क्राइम ब्रांच में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामले का 50 हजार का इनामी वांटेड भगौड़ा भी शामिल है, जिसकी पहचान मुकेश सिंह के रूप में हुई है. ये बिहार के जहानाबाद स्थित अरवल का रहने वाला है. इसे कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई थी. 13 अप्रैल 2020 में इसे आठ सप्ताह की इमरजेंसी परोल पर छोड़ा गया था, लेकिन उसके बाद से ये लगातार फरार चल रहा था. पुलिस ने बिहार के आसपास और जहानाबाद इलाके में गहन तलाशी अभियान चला कर इसे अरवल से गिरफ्तार किया.

इसी कड़ी में 2018 के एक एनडीपीएस मामले में क्राइम ब्रांच ने प्रवीण यादव, भरत शर्मा और हरेंद्र मंडल को गिरफ्तार किया था, जिनमें से 9 अक्टूबर 2021 में हरेंद्र मंडल को अंतरिम बेल दी गयी थी, लेकिन बेल अवधि समाप्त होने पर सरेंडर करने के बदले वो फरार हो गया. उसकी तलाश में पुलिस ने उड़ीसा में गहन तलाशी अभियान चलाया, जहां उन्हें आरोपी के दिए गए पते से भी फरार होने का पता चला. पुलिस ने उसके कई संभावित ठिकानों पर छापेमारियां की. आखिरकार पुलिस को उसके बिहार में होने का पता चला, जिसके बाद पुलिस टीम बिहार के दरभंगा पहुंची और वहां से उसे दबोच लिया.

वहीं क्राइम ब्रांच पुलिस ने विभिन्न ऑपरेशन में दिल्ली के करण विहार के रहने वाले एक वांटेड ड्रग तस्कर अमित, बरेली, यूपी के फरमान अली उर्फ आरिफ, होशियारपुर, पंजाब के सुरेंद्र कुमार, उत्तम नगर दिल्ली के भरत कुमार और हापुड़ के राहुल सिंह को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. ये सभी इनके खिलाफ दर्ज एनडीपीएस मामलों में फरार चल रहे थे और पुलिस लंबे समय से इनकी तलाश में थी. पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

उधर, एंटी नारकोटिक्स सेल की पुलिस टीम ने दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 2450 क्वार्टर अवैध शराब का बरामद किया गया. गिरफ्तार किए गए शराब तस्करों की पहचान ऋषि उर्फ रिंकू और दिनेश के रूप में हुई है. यह दोनों पालम के साध नगर इलाके के रहने वाले हैं. शराब तस्करी में इस्तेमाल लग्जरी गाड़ी को भी पुलिस टीम ने जब्त किया है.

डीसीपी द्वारका एम हर्षवर्धन ने बताया कि नए साल को लेकर जिले में स्पेशल ड्राइव चलाया गया है, जिसमें ऑपरेशन सेल की टीम भी अपने इंफॉर्मेशन की मदद से धरपकड़ कर रही है. इसी कड़ी में एसीपी राम अवतार की देखरेख में एंटी नारकोटिक्स सेल के इंचार्ज सुभाष चंद, हेड कॉन्स्टेबल दिनेश और कॉन्स्टेबल प्रदीप की टीम इस लग्जरी गाड़ी को ट्रेप करने में कामयाब रही.

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इन्हें सूचना मिली थी कि एक गाड़ी में शराब की बड़ी खेप द्वारका सेक्टर 23 इलाके में आने वाली है. इस सूचना पर पुलिस टीम ने वहां पर ट्रैप लगाया, जिस गाड़ी में शराब की खेप जा रही थी. जब उसके ड्राइवर को रोका गया और उसमें सवार दूसरे शख्स से भी पूछताछ की गई. जब गाड़ी की तलाशी ली गई तो उसमें से शराब के क्वार्टर से भरे 49 कार्टून बरामद किए गए. उनके खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस टीम अब यह प्रयास कर रही है कि यह दोनो शराब कहां से लाते थे और आगे कहां इसे बेचते थे?

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