नई दिल्ली: बढ़ती महंगाई के बीच टमाटर के भाव ने सब्जी का स्वाद खराब कर रखा है. इसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पहाड़ी इलाकों में रुक-रुक कर हो रही बारिश और उसके बाद भूस्खलन के बाद खराब हुई सड़क यातायात का असर राजधानी दिल्ली में लाल होते टमाटर पर पड़ रही है. यहां टमाटर अभी भी डबल सेंचुरी के पार है. आने वाले एक-डेढ़ महीने में इसकी कीमत अभी इसी तरह रहने का अनुमान है.
दुकानदारों का कहना है कि जब तक हिमाचल प्रदेश से टमाटर आना शुरू नहीं हो जाता है. तब तक इसकी कीमत इसी तरह रहेगा. टमाटर अभी बेंगलुरु से हाइब्रिड वाला आ रहा है. द्वारका के सबसे बड़े डाबड़ी सब्जी मंडी के दुकानदार दीपक ने बताया कि टमाटर के रेट बढ़ने का कारण बारिश है. वहां बारिश की वजह से फसलें काफी खराब हो गई, जिसके चलते दिल्ली में टमाटर की सप्लाई काफी कम हो गई. उन्होंने कहा कि यहां ज्यादातर टमाटर हिमाचल प्रदेश से आता है, जिससे उसकी कीमत काफी कम रहती है. दुकानदार ने कहा कि वह खुद हिमाचल प्रदेश गए और वहां खेतों में फसल को खराब देखा.
दिल्ली के बाजारों में टमाटर का भाव: दुकानदार ने कहा कि अभी मार्केट में दो प्रकार के टमाटर देसी और हाइब्रिड आ रहे हैं, जो ज्यादातर बेंगुलरू से आ रहे हैं, जिसके कारण कीमत अभी 200 से 280 रुपए किलो तक अलग-अलग जगह बिक रहा है. चूंकि हिमाचल से दिल्ली आने वाले रास्ते कई जगह काफी खराब हो चुके हैं, इसलिए वहां से आने वाली सब्जियां जैसे गोभी, शिमला, टमाटर सबके रेट बहुत ज्यादा बढ़े हुए हैं. दुकानदारों का अनुमान, एक से दो महीने में टमाटर की कीमतें सामान्य हो जाएंगी.
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