नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को तिहाड़ जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट देने के मामले में जांच के लिए बनी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट LG को सौंप दी है. इसके बाद LG ने आदेश जारी करते हुए जैन को मिलने वाली सुवीधाओं को छीन लिया है. साथ ही उनके लोगों से मिलने पर भी कुछ दिनों का प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह आदेश LG ने जेल मैनुअल के हिसाब से तय किया है.
जेल में मसाज और खाने का वीडियो सामने आने के बाद LG ने दिल्ली सरकार के गृह विभाग के प्रमुख सचिव अश्विनी कुमार की अध्यक्षता में कमेटी गठित किया था. इसमें कानून विभाग के प्रमुख सचिव और विजिलेंस विभाग के सचिव भी शामिल थे. कमेटी ने भी अपनी रिपोर्ट में जेल प्रबंधन से जुड़ी कई खामियों को उजागर किया था. साथ ही इसको दूर करने के लिए कुछ सुझाव भी दिए हैं.
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जांच कमेटी ने पाया कि जेल में बंद प्रभावशाली और पैसे वाले कई कैदी दूसरे कैदियों के जेल अकाउंट कार्ड का दुरुपयोग कर रहे हैं. इसे रोकने के लिए कमेटी ने जेल महानिदेशक को कार्ड के सही इस्तेमाल के लिए नई एसओपी बनाने और प्रभावी बायोमैट्रिक सिस्टम लागू करने का सुझाव दिया है. कमेटी ने जेल में बंद कैदियों को लालच देकर डराकर उनसे प्रभावशाली कैदियों के काम करवाने के चलन पर रोक लगाने के लिए भी SOP तैयार करने का सुझाव दिया.
बता दें, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन का जेल में मसाज कराते हुए वीडियो वायरल हो गया (Satyendar Jain getting massage in jail video) हो गया था. इसके बाद जेल नंबर 7 के सुपरिटेंडेंट अजीत कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था. इस संबंध में ईडी ने भी कोर्ट में शिकायत की थी कि वह जेल में रहकर भी अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं और जेल के नियमों का उल्लंघन करते हुए सुविधाओं का आनंद ले रहे हैं
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