नई दिल्ली: निशानेबाजी में ओलंपिक मेडल विजेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर (Rajyavardhan Singh Rathore) बुधवार को द्वारका पहुंचे. यहां वह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी (Indraprastha University) में आयोजित 17वें खेल प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने छात्रों को संबोधित भी किया.
राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि एक जीत के पीछे कई हार छुपी होती है. एक पदक के पीछे कई नाकामी छुपी होती है. यही तो किसी भी खेल स्पर्धा की ख़ासियत है. जीत और हार इसके दो पहलू हैं. हमारा फ़ोकस परिणाम पर होना चाहिए, न कि हार-जीत के द्वन्द पर. ज्ञान बिना एक्शन बेकार है. अगर असफलता बार-बार मिल रही है तो हमें अपने ज्ञान और एक्शन दोनों पर पुनर्विचार की जरूरत है. हमें खुद से संवाद की जरूरत है, तभी सुधार संभव है.
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इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के कुलपति पद्मश्री प्रो. डॉक्टर महेश वर्मा ने कहा कि जीवन में काम आने वाले बहुत सारे व्यावहारिक ज्ञान हम खेल से ही सीखते हैं. खेल हमें सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है.
बता दें, इस 17वें 3 दिवसीय एनुअल स्पोर्ट्स मीट (17th Annual Sports Meet) का आयोजन बुधवार से किया गया, जिसका समापन 16 दिसंबर को होगा. उद्घाटन के मौके पर सभी टीमों ने कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों के सामने परेड कर अपनी-अपनी टीमों की उपस्थिति दर्ज कराई. तीन दिवसीय वार्षिक खेल प्रतियोगिता के दौरान विभिन्न संस्थानों की टीमें अलग-अलग प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा करेंगे.
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