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Online Cheating In Delhi: पतंजलि की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से लाखों की ठगी, वेब डिजाइनर गिरफ्तार

दिल्ली के साइबर सेल थाना पुलिस ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले का खुलासा करते हुए वेब डिज़ाइनर को गिरफ्तार किया है. ठग पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाकर ठगी की घटना को अंजाम दे रहा था. फिलहाल मामले में दूसरे साथी की तलाश की जा रही है.

फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से लाखों की ठगी
फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से लाखों की ठगी
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Published : Mar 25, 2023, 12:57 PM IST

फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से लाखों की ठगी

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में साइबर सेल थाना पुलिस ने ऑनलाइन चीटिंग के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी वेब डिज़ाइनर है, उसने कई मल्टीनेशनल कंपनियों का फेक वेबसाइट बना रखा था. आरोपी के पास से 2 लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि गिरफ्तार युवक की पहचान राहुल कुमार के रूप में हुई है, जो दिल्ली के लक्ष्मीनगर का रहने वाला है. फिलहाल पुलिस इसके दूसरे साथी की तलाश कर रही है.

पुलिस के अनुसार एक शख्स ने ठगी के मामले की शिकायत द्वारका साइबर थाने में की थी. उसने पुलिस को बताया कि वह अपनी पत्नी के इलाज के लिए ऑनलाइन सर्च कर रहा था. इस दौरान गूगल पर एक शख्स का मोबाइल नंबर मिला, जिसने अपने आपको डॉक्टर सचिन अग्रवाल बताया. डॉक्टर ने इस दाैरान पीड़ित से 50,000 रुपये एक बैंक अकाउंट में डिपॉजिट करने के लिए कहा, पीड़ित ने जब रुपये जमा कर दिए, तो फिर डॉक्टर से दोबारा संपर्क नहीं हो पाया.

हालांकि उसके बाद फिर पीड़ित शख्स ने गूगल पर किसी और डॉक्टर की जानकारी हासिल की. उसमें भी बताया गया कि एक एकाउंट में 45,600 रुपये जमा करना है. उस रकम को जमा करने के बाद फिर पीड़ित को 56,800 रुपये दूसरे अकाउंट में जमा करने के लिए कहा गया, लेकिन पीड़ित ने अपने आप को ठगा महसूस किया, जिसके बाद उसने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई. उसने पुलिस को बताया की उसके साथ 95,600 अमाउंट की धोखाधड़ी हो गई है.

टेक्निकल सर्विलांस से खुली पोल: वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी ऑपरेशन राम अवतार की देखरेख में एसएचओ जगदीश कुमार, इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह, सब इंस्पेक्टर विकास कुमार, हेडकांस्टेबल प्रवेश और अमित की टीम बनाई गई. जांच के दौरान टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पुलिस ने आरोपी के मोबाइल नंबर के बारे में जानकारी हासिल की.

ये भी पढ़ें: Snatching Case in Delhi : पुलिस ने गोल्ड चेन के साथ तीन बदमाशों को दबोचा

भोले-भाले लोगों को करते थे टारगेट: पुलिस ने सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी राहुल को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह वेबसाइट बनाने का काम करता है. उसके साथ इस ठगी की वारदात में सुमित नाम का शख्स भी शामिल है. यह लोग भोले-भाले लोगों को टारगेट करते हैं और पतंजलि सहित दूसरी बड़ी कंपनियों के नाम की आड़ में इलाज करवाने के बहाने लोगों से मोटी रकम ठगते हैं. पता चला कि इस वारदात में शामिल सुमित बिहार के राजगीर का रहने वाला है.

ये भी पढ़ें: Smuggler Arrested With illegal liquor: 105 कार्टून अवैध शराब के साथ तस्कर गिरफ्तार

फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से लाखों की ठगी

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में साइबर सेल थाना पुलिस ने ऑनलाइन चीटिंग के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी वेब डिज़ाइनर है, उसने कई मल्टीनेशनल कंपनियों का फेक वेबसाइट बना रखा था. आरोपी के पास से 2 लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि गिरफ्तार युवक की पहचान राहुल कुमार के रूप में हुई है, जो दिल्ली के लक्ष्मीनगर का रहने वाला है. फिलहाल पुलिस इसके दूसरे साथी की तलाश कर रही है.

पुलिस के अनुसार एक शख्स ने ठगी के मामले की शिकायत द्वारका साइबर थाने में की थी. उसने पुलिस को बताया कि वह अपनी पत्नी के इलाज के लिए ऑनलाइन सर्च कर रहा था. इस दौरान गूगल पर एक शख्स का मोबाइल नंबर मिला, जिसने अपने आपको डॉक्टर सचिन अग्रवाल बताया. डॉक्टर ने इस दाैरान पीड़ित से 50,000 रुपये एक बैंक अकाउंट में डिपॉजिट करने के लिए कहा, पीड़ित ने जब रुपये जमा कर दिए, तो फिर डॉक्टर से दोबारा संपर्क नहीं हो पाया.

हालांकि उसके बाद फिर पीड़ित शख्स ने गूगल पर किसी और डॉक्टर की जानकारी हासिल की. उसमें भी बताया गया कि एक एकाउंट में 45,600 रुपये जमा करना है. उस रकम को जमा करने के बाद फिर पीड़ित को 56,800 रुपये दूसरे अकाउंट में जमा करने के लिए कहा गया, लेकिन पीड़ित ने अपने आप को ठगा महसूस किया, जिसके बाद उसने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई. उसने पुलिस को बताया की उसके साथ 95,600 अमाउंट की धोखाधड़ी हो गई है.

टेक्निकल सर्विलांस से खुली पोल: वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी ऑपरेशन राम अवतार की देखरेख में एसएचओ जगदीश कुमार, इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह, सब इंस्पेक्टर विकास कुमार, हेडकांस्टेबल प्रवेश और अमित की टीम बनाई गई. जांच के दौरान टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पुलिस ने आरोपी के मोबाइल नंबर के बारे में जानकारी हासिल की.

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भोले-भाले लोगों को करते थे टारगेट: पुलिस ने सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी राहुल को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह वेबसाइट बनाने का काम करता है. उसके साथ इस ठगी की वारदात में सुमित नाम का शख्स भी शामिल है. यह लोग भोले-भाले लोगों को टारगेट करते हैं और पतंजलि सहित दूसरी बड़ी कंपनियों के नाम की आड़ में इलाज करवाने के बहाने लोगों से मोटी रकम ठगते हैं. पता चला कि इस वारदात में शामिल सुमित बिहार के राजगीर का रहने वाला है.

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