नई दिल्ली: उत्तरी जिले की साइबर सेल टीम (North District Cyber Cell) ने लोगों के साथ साइबर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है. पुलिस टीम ने मामले की जांच करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही उनके पास से 15 मोबाइल फोन, 39 सिम कार्ड, 12 बैंक खातों की पासबुक, एक लैपटॉप, तीन वाईफाई डोंगल पुलिस टीम ने बरामद किए हैं. एक और जहां कोरोना संक्रमण से पहले ही लोग महामारी का शिकार हो रहे थे, वहीं दूसरी ओर यह ठग लोगों को अपने जाल में फंसा रहे थे. लोगो को फोन पर मैसेज भेजते और उन्हें मैसेज खोलने के लिए भी फोन करते और कई लोगों से ओटीपी नंबर भी शेयर करने की बात करते, लेकिन कुछ लोगों के साथ बिना ओटीपी नंबर के ही ठगी हो रही थी.
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बुराड़ी थाने में हुई शिकायत दर्ज
उत्तरी जिले के डीसीपी एन्टो अल्फोंस (DCP Anto Alphonse of Northern District) ने बताया कि बीते 8 मार्च को बुराड़ी थाना इलाके में एक शिकायत दर्ज की गई, जिसमें पीड़ित ने बताया कि उनके फोन पर मैसेज आया और उनके खाते से 37000 रुपये निकाल लिए गए. जिसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी, पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया और आरोपियों की जांच शुरू कर दी. बाद में इस मामले को उत्तरी जिले की साइबर सेल टीम को सौंप दिया गया. साइबर सेल टीम के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर रोहित और उनकी टीम ने एसीपी ऑपरेशन जयपाल सिंह की देखरेख में मामले को समझाते हुए बड़ी कामयाबी हासिल की. मामले की जांच करते हुए पुलिस टीम ने जानकारी के आधार पर एक के बाद एक कड़ी जोड़नी शुरू की और 100 से अधिक मोबाइल नंबरों की तकनीकी जांच के बाद पुलिस को सफलता मिली. जिसमें पुलिस ने विकास (31), अविनाश उर्फ धन्ना (36), विक्की उर्फ हिमांशु उर्फ सोनू (27) को गिरफ्तार किया है, जिन पर पहले भी धोखाधड़ी के कई मामले दिल्ली, फरीदाबाद और गुरुग्राम में दर्ज हैं.
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साइबर सेल की टीम ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
आरोपी ठगी के माध्यम से लोगों को अपने जाल में फंसा रहे थे और पूरे देश में इनका गोरखधंधा चल रहा था. पुणे, पणजी, बेंगलुरु, कोयंबटूर, इंदौर, सूरत, जयपुर, चंडीगढ़, शिमला, आगरा, करनाल के अलावा कई शहरों में साइबर ठगी की शिकायत पुलिस को मिली. आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह हर बार नए सिम कार्ड का इस्तेमाल करते थे ताकि उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो. वह वारदात को अंजाम देने के बाद उस शहर या उस इलाके के होटल में ज्यादा देर तक नहीं रुकते थे. आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए एक रात से ज्यादा किसी होटल में नहीं रुके. मुख्य आरोपी विकास विकास झा ने दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी को भी कुछ साल पहले अपनी ठगी का शिकार बनाया था.
लैपटॉप, डोंगल, 39 सिम, 58 हजार रुपए और 12 पासबुक बरामद
फिलहाल पुलिस टीम ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और इनके पास से एक लैपटॉप, तीन वाईफाई डोंगल, 39 फर्जी सिम कार्ड, 85000 रुपये नकद, 12 बैंकों की पासबुक और तीन फर्जी आधार कार्ड भी पुलिस टीम ने बरामद कर लिए हैं और आरोपियों को जेल भेज दिया है.