नई दिल्ली : द्वारका जिले की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने एक ऐसे शातिर लूटेरे को पकड़ा है, जो लूट के बाद खुद को पुलिस से बचाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र में एडमिट हो गया. इस मामले में गिरफ्तार आरोपी की पहचान, एमडी नसीम के रूप में हुई है. ये बिंदापुर के जेजे कॉलोनी के रहने वाले हैं.
डीसीपी द्वारका शंकर चौधरी ने इस गिरफ़्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि 26 जनवरी को द्वारका साउथ पुलिस को सेक्टर 6 के पास दो बदमाशों के राहगीर का गला दबा कर मोबाइल और 900 रुपये कैश लूट की शिकायत मिली थी, जिसके बाद शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर इसकी गंभीरता को देखते हुए एसीपी ऑपरेशन विजय सिंह की देखरेख में स्पेशल स्टाफ पुलिस के इंस्पेक्टर नवीन कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन कर आरोपियों को पकड़ा गया.
पुलिस ने इलाके से सीसीटीवी फुटेजों को खंगालते हुए सूत्रों को सक्रिय किया. साथ ही लूटे गए मोबाइल के IMEI नम्बर को सर्विलांस पर लगाया. सैकड़ों घंटों के फुटेजों की जांच, सूत्रों से मिली सूचना से एक आरोपी एमडी नसीम के इस वारदात में शामिल होने का पता चला जो गाजियाबाद के नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती था. इसके बाद पुलिस टीम ने वारदात में उसकी संलिप्तता की दोहरी पुष्टि के लिए दोबारा सुरागों और फुटेजों की जांच की, जिसमें आरोपी के संलिप्त होने के प्रमाण पाये जाने पर 29 जनवरी को उसे गाजियाबाद के नशा मुक्ति केंद्र से पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
सख्ती से पूछताछ में उसने अपने सहयोगी बौआ के साथ मिल कर 26 जनवरी को राहगीर से लूट में शामिल होने की बात स्वीकारते हुए बताया कि उसे नशे की लत है. इसी वजह से वो वारदातों को अंजाम देता है. इससे पहले भी उसने 21 जनवरी को एक मोबाइल लूटा था, लेकिन वो बेच नहीं पाया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसके घर से 26 और 21 जनवरी को लूट गए मोबाइल बरामद कर लिए हैं. इस पर पहले से दो आपराधिक मामले दर्ज हैं. इस मामले में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है. साथ ही उसके साथी की गिरफ्तारी के लिए उसकी तलाश में भी लग गयी है.
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