ETV Bharat / state

द्वारका कोर्ट परिसर में गैंगस्टर की हत्या की थी योजना, स्पेशल सेल ने गैंग के गुर्गे को किया गिरफ्तार

Gangster arrested: दिल्ली में दूसरे गैंग के सदस्य की हत्या की योजना बनाने वासे आरोपी को स्पेशल सेल की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. वह द्वारका कोर्ट परिसर में वारदात को अंजाम देने वाला था.

gangster arrested who planned to murder his rival
gangster arrested who planned to murder his rival
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Dec 11, 2023, 7:16 AM IST

नई दिल्ली: राजधानी में स्पेशल सेल की टीम ने एक गैंग के सदस्य को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने द्वारका कोर्ट परिसर में विरोधी गैंगस्टर को मारने की योजना बनाई थी और आगामी शुक्रवार को वारदात को अंजाम देने वाला था. हालांकि इसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया.

गिरफ्तार बदमाश की पहचान अंकित के रूप में हुई है, जिसके कब्जे से दो पिस्टल, पांच जिंदा कारतूस और दो चाकू बरामद किए गए हैं. वह पूर्वी दिल्ली के शकूरपुर का रहने वाला है. उसकी गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस गैंग के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है. दरअसल स्पेशल सेल को पता चला था कि शकूरपुर इलाके में एक लोकल क्रिमनल का ग्रुप इलाके में वर्चस्व बढ़ाने के लिए अपने विरोधी गैंगस्टर मधेश उर्फ माधो को मारने की योजना बना रहा है. इसके बाद एसीपी संजय दत्त और सुनील कुमार की देखरेख में टीम का गठन कर उन्हें आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया.

पुलिस टीम को पता चला कि सागर उर्फ कट्टो और अंकित उर्फ तर्रू, गैंग के मुख्य गुर्गे हैं. यह दोनों प्रतिद्वंद्वी मधेश उर्फ माधो को खत्म करना चाहते थे. उन्होंने द्वारका कोर्ट परिसर के अंदर मधेश को मारने की योजना बनाई थी. 2020 में डाबरी में मधेश पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें वह बच गया था. पुलिस टीम ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए द्वारका कोर्ट के अंदर और बाहर घेराबंदी की और रविवार को अंकित को कोर्ट से सटी सड़क पर तब दबोचा गया, जब वह कार से जा रहा था.

पूछताछ करने पर आरोपी से पुलिस को पता चला कि 2017 में अंकित उर्फ तर्रू ने सत्यवती कॉलेज में संस्कृत (ऑनर्स) में एडमिशन लिया था. लेकिन ग्रेजुएशन के फर्स्ट इयर में ही उसने सागर उर्फ कट्टो और उनके अन्य सहयोगियों के साथ, बदला लेने के लिए 2018 में शकूरपुर के राकेश उर्फ भोली की हत्या कर दी. राकेश, मधेश उर्फ माधो का सहयोगी था, जिस गैंग ने लकी नामक युवक की हत्या कर दी थी.

यह भी पढ़ें-पहले तो सहकर्मी का फोन चुराया और फिर धोखाधड़ी से किए पैसे ट्रांसफर, दो आरोपी गिरफ्तार

2020 में वह कोविड-19 के कारण अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आया. बाहर आते ही उसने सागर उर्फ कट्टो और जॉनसन के साथ मधेश उर्फ माधो पर जानलेवा हमला किया, जिसमें उसको गिरफ्तार कर लिया गया. जब जुलाई 2021 में जमानत पर बाहर आया तो कुछ समय बाद रानी बाग पुलिस ने उसको अवैध हथियारों के साथ पकड़ लिया. वह और सागर उर्फ कट्टो, लकी की हत्या के कारण मधेश से दुश्मनी रखते थे और उसे खत्म करना चाहते थे. इस बीच उन्हें सूचना मिली थी कि वह द्वारका कोर्ट जाएंगे, जहां उसे मारने की योजना बनाई गई.

यह भी पढ़ें-नोएडा: रेकी कर घरों में चोरी करने वाले गिरोह के चार बदमाशों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

नई दिल्ली: राजधानी में स्पेशल सेल की टीम ने एक गैंग के सदस्य को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने द्वारका कोर्ट परिसर में विरोधी गैंगस्टर को मारने की योजना बनाई थी और आगामी शुक्रवार को वारदात को अंजाम देने वाला था. हालांकि इसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया.

गिरफ्तार बदमाश की पहचान अंकित के रूप में हुई है, जिसके कब्जे से दो पिस्टल, पांच जिंदा कारतूस और दो चाकू बरामद किए गए हैं. वह पूर्वी दिल्ली के शकूरपुर का रहने वाला है. उसकी गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस गैंग के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है. दरअसल स्पेशल सेल को पता चला था कि शकूरपुर इलाके में एक लोकल क्रिमनल का ग्रुप इलाके में वर्चस्व बढ़ाने के लिए अपने विरोधी गैंगस्टर मधेश उर्फ माधो को मारने की योजना बना रहा है. इसके बाद एसीपी संजय दत्त और सुनील कुमार की देखरेख में टीम का गठन कर उन्हें आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया.

पुलिस टीम को पता चला कि सागर उर्फ कट्टो और अंकित उर्फ तर्रू, गैंग के मुख्य गुर्गे हैं. यह दोनों प्रतिद्वंद्वी मधेश उर्फ माधो को खत्म करना चाहते थे. उन्होंने द्वारका कोर्ट परिसर के अंदर मधेश को मारने की योजना बनाई थी. 2020 में डाबरी में मधेश पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें वह बच गया था. पुलिस टीम ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए द्वारका कोर्ट के अंदर और बाहर घेराबंदी की और रविवार को अंकित को कोर्ट से सटी सड़क पर तब दबोचा गया, जब वह कार से जा रहा था.

पूछताछ करने पर आरोपी से पुलिस को पता चला कि 2017 में अंकित उर्फ तर्रू ने सत्यवती कॉलेज में संस्कृत (ऑनर्स) में एडमिशन लिया था. लेकिन ग्रेजुएशन के फर्स्ट इयर में ही उसने सागर उर्फ कट्टो और उनके अन्य सहयोगियों के साथ, बदला लेने के लिए 2018 में शकूरपुर के राकेश उर्फ भोली की हत्या कर दी. राकेश, मधेश उर्फ माधो का सहयोगी था, जिस गैंग ने लकी नामक युवक की हत्या कर दी थी.

यह भी पढ़ें-पहले तो सहकर्मी का फोन चुराया और फिर धोखाधड़ी से किए पैसे ट्रांसफर, दो आरोपी गिरफ्तार

2020 में वह कोविड-19 के कारण अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आया. बाहर आते ही उसने सागर उर्फ कट्टो और जॉनसन के साथ मधेश उर्फ माधो पर जानलेवा हमला किया, जिसमें उसको गिरफ्तार कर लिया गया. जब जुलाई 2021 में जमानत पर बाहर आया तो कुछ समय बाद रानी बाग पुलिस ने उसको अवैध हथियारों के साथ पकड़ लिया. वह और सागर उर्फ कट्टो, लकी की हत्या के कारण मधेश से दुश्मनी रखते थे और उसे खत्म करना चाहते थे. इस बीच उन्हें सूचना मिली थी कि वह द्वारका कोर्ट जाएंगे, जहां उसे मारने की योजना बनाई गई.

यह भी पढ़ें-नोएडा: रेकी कर घरों में चोरी करने वाले गिरोह के चार बदमाशों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.