नई दिल्ली : एशिया की बड़ी और पॉश उपनगरी में गिनी जाने वाली दिल्ली की द्वारका उपनगरी को करोड़ों रुपये खर्च कर सुनियोजित तरीके से बनाया और बसाया गया है, लेकिन पिछले कुछ महीनों से लगातार यहां पर सड़क और फुटपाथ के जर्जर होने की समस्या उभर कर सामने आ रही है.इससे लोगों को परेशानी तो होती ही है, कई बार इसके गंभीर परिणाम भी लोगों को भुगतने पड़ते हैं. वहीं, संबंधित विभाग भी इसकी सुध लेते नजर नहीं आते हैं.
तस्वीरें द्वारका सेक्टर 16 स्थित आईपी यूनिवर्सिटी और साइबर क्राइम ऑफिस के सामने की फुटपाथ की हैं, जिनमें आप देख सकते हैं कि फुटपाथ का एक हिस्सा अचानक भरभरा कर गिर जाने की वजह से यहां पर बड़ा सा गड्ढा बन गया है. इस दौरान आसपास कोई मौजूद नही था, वरना कोई अप्रिय घटना घट सकती थी. अगर इस फुटपाथ को जल्द ही दुरुस्त नहीं किया गया तो, आने वाले दिनों में कई हादसों का कारण बन सकता है. इससे पहले भी कई बार द्वारका इलाके में खुले सीवर, टूटे फुटपाथों की वजह से कई हादसे हो चुके हैं, जिनमें से पिछले साल एक हादसे में एक बुजुर्ग महिला की मौत भी हो गयी थी.
इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के सामने इस धंसे फुटपाथ की शुरुआत छोटे से गड्ढे के रूप में हुई जो धीरे-धीरे इस हालत में पहुंच गया. अगर समय रहते इस पर ध्यान दिया जाता तो आज यहां की तस्वीर ऐसी नहीं होती. लोग सड़क पर चलने वाली तेज रफ्तार गाड़ियों से बचने के लिए फुटपाथ का सहारा लेते हैं, लेकिन फुटपाथ जब ऐसे खतरनाक हो तो लोग किस रास्ते चलेंगे.
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पूर्व विधायक राजेश गहलोत ने कहा कि डीडीए को इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए, जिससे कि ऐसे खतरनाक हालात ना बन पाएं। जरूरत है रेग्युलर मेंटेनेंस और देखभाल की जिससे ऐसी स्थिति उत्पन्न ना हो और लोगों के मन मे फुटपाथ पर चलने के दौरान किसी प्रकार के डर की आशंका भी ना रहे।