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बचपन के दोस्त ने की थी साथियों के साथ मिलकर चोरी, 6 गिरफ्तार

नेबसराय इलाके के एक घर में हुई चोरी की गुत्थी दक्षिणी जिला पुलिस ने सुलझा लिया है. इस मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को भी दबोचा लिया है.

six pepole arrested for theft in nebsarai
नेबसराय चोरी
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Published : Oct 10, 2020, 2:49 AM IST

नई दिल्लीः नेबसराय इलाके में एक घर के अंदर हुई चोरी की गुत्थी सुलझाते हुए दक्षिणी जिला पुलिस ने छह आरोपियों को धर दबोचा, जिनमें एक पीड़ित का ही बचपन का दोस्त है, वहीं चोरी की इस घटना का मास्टरमाइंड भी है. घर से चुराई गई ज्वेलरी को मुथूठ फाइनेंस कंपनी में गिरवी रख पांच लाख से ज्यादा की रकम उठाई गई, जो आपस में इन्होंने बांट ली.

बचपन के दोस्त ने की थी साथियों के साथ मिलकर चोरी

आरोपियों की पहचान मदनगीर निवासी पुनीत अरोड़ा (पीड़ित का दोस्त), दक्षिणपुरी निवासी अमित, आकाश, बुद्ध विहार निवासी लक्षमण, मंगोलपुरी निवासी गोर्वधन व बुद्ध विहार निवासी लाल सिंह के तौर पर हुई. इस संबंध में डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने जानकारी दी है.

डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर के मुताबिक, तीस सितंबर को ज्वाहर पार्क खानपुर निवासी ने अपने घर हुई चोरी की शिकायत नेब सराय थाने में दी. पुलिस को बताया कि वह 29 सितंबर को परिवार के साथ लुधियाना गए थे. अगले दिन सुबह पड़ोसियां ने घर के ताले टूटे होने की सूचना दी. वह दिल्ली लौटे, तो पता चला घर में रखी सोने और डायमंड की चालीस लाख रुपये कीमत की ज्वेलरी गायब है. दस हजार रुपये, एलसीडी टीवी व कुछ कपड़े भी चोरी हुए हैं.

स्पेशल स्टाफ ने जुटाई जानकारी

स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर गिरीश कुमार की टीम ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे चैक किए. स्विफ्ट कार में सवार होकर आए पांच लोग संदिग्ध नजर आए. पीड़ित प्रॉपर्टी के बिजनेस से जुड़ा हुआ है, जिसने 28 सितंबर को बेटी के घर जाने का प्लान बनाया. इसके लिए उसने अपने बचपन के दोस्त और किराए पर दुकान कर रहे पुनीत अरोड़ा से गाड़ी ड्राइविंग कर साथ चलने के लिए निवेदन किया था.

मामले में पुनीत का नाम सामने आने पर पुलिस ने उससे भी सवाल जवाब किए, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया. इस बीच पुनीत अरोड़ा ने कुछ पदार्थ खा लिया जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसके हावभाव संदेह पैदा कर रहे थे. अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उससे फिर पूछताछ की गई. साथ ही इसके संपर्क में रहने वाले अमित और डैनी से भी सवाल जवाब किए.

आखिर में पुनीत ने वारदात में अपना हाथ होने की बात स्वीकार ली, जिसके बाद हुए खुलासे पर पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इनकी निशानदेही पर चोरी का एलसीडी टीवी, गिरवी रखी ज्वेलरी की स्लीप व छह मोबाइल जब्त किए.

ऐसे बनाया चोरी का प्लान...

पुनीत को लगता था कि पीड़ित ने अपने घर में मोटा कैश रखा हुआ है. जब उसे यह जानकारी मिली कि वह पंजाब जाएगा तो उसने अमित, डैनी और अपने अंकल लक्षमण के संग मिलकर घर में चोरी की प्लानिंग कर ली. पुनीत ने दिन में अपने साथियों को पीड़ित का घर दिखा दिया था. चोरी से पहले बकायदा घर की डुप्लीकेट चाबी भी बनाई गई.

घटना वाली रात पुनीत पीड़ित और उसके परिवार को पंजाब लेकर निकल गया और पीछे से सिग्नल मिलने पर अमित ने अपने साथियों के संग मिलकर घर में सेंध लगा दी. इसके बाद ज्वेलरी गिरवी रख करीब पौने छह लाख रुपये उठाए, जिन्हें आरोपियों ने अपास में बांट लिया था.

पुलिस को अब इस केस में जितेंद्र की तलाश है. पुनीत अरोड़ा मदनगीर मार्केट में क्रॉकरी शॉप चलाता है. अमित फाइनेंस के बिजनेस से जुड़ा है. वह झपटमारी के मामले में भी शामिल रह चुका है. पुनीत ने इससे दो लाख रुपये ब्याज पर ले रखे थे.

नई दिल्लीः नेबसराय इलाके में एक घर के अंदर हुई चोरी की गुत्थी सुलझाते हुए दक्षिणी जिला पुलिस ने छह आरोपियों को धर दबोचा, जिनमें एक पीड़ित का ही बचपन का दोस्त है, वहीं चोरी की इस घटना का मास्टरमाइंड भी है. घर से चुराई गई ज्वेलरी को मुथूठ फाइनेंस कंपनी में गिरवी रख पांच लाख से ज्यादा की रकम उठाई गई, जो आपस में इन्होंने बांट ली.

बचपन के दोस्त ने की थी साथियों के साथ मिलकर चोरी

आरोपियों की पहचान मदनगीर निवासी पुनीत अरोड़ा (पीड़ित का दोस्त), दक्षिणपुरी निवासी अमित, आकाश, बुद्ध विहार निवासी लक्षमण, मंगोलपुरी निवासी गोर्वधन व बुद्ध विहार निवासी लाल सिंह के तौर पर हुई. इस संबंध में डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने जानकारी दी है.

डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर के मुताबिक, तीस सितंबर को ज्वाहर पार्क खानपुर निवासी ने अपने घर हुई चोरी की शिकायत नेब सराय थाने में दी. पुलिस को बताया कि वह 29 सितंबर को परिवार के साथ लुधियाना गए थे. अगले दिन सुबह पड़ोसियां ने घर के ताले टूटे होने की सूचना दी. वह दिल्ली लौटे, तो पता चला घर में रखी सोने और डायमंड की चालीस लाख रुपये कीमत की ज्वेलरी गायब है. दस हजार रुपये, एलसीडी टीवी व कुछ कपड़े भी चोरी हुए हैं.

स्पेशल स्टाफ ने जुटाई जानकारी

स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर गिरीश कुमार की टीम ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे चैक किए. स्विफ्ट कार में सवार होकर आए पांच लोग संदिग्ध नजर आए. पीड़ित प्रॉपर्टी के बिजनेस से जुड़ा हुआ है, जिसने 28 सितंबर को बेटी के घर जाने का प्लान बनाया. इसके लिए उसने अपने बचपन के दोस्त और किराए पर दुकान कर रहे पुनीत अरोड़ा से गाड़ी ड्राइविंग कर साथ चलने के लिए निवेदन किया था.

मामले में पुनीत का नाम सामने आने पर पुलिस ने उससे भी सवाल जवाब किए, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया. इस बीच पुनीत अरोड़ा ने कुछ पदार्थ खा लिया जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसके हावभाव संदेह पैदा कर रहे थे. अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उससे फिर पूछताछ की गई. साथ ही इसके संपर्क में रहने वाले अमित और डैनी से भी सवाल जवाब किए.

आखिर में पुनीत ने वारदात में अपना हाथ होने की बात स्वीकार ली, जिसके बाद हुए खुलासे पर पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इनकी निशानदेही पर चोरी का एलसीडी टीवी, गिरवी रखी ज्वेलरी की स्लीप व छह मोबाइल जब्त किए.

ऐसे बनाया चोरी का प्लान...

पुनीत को लगता था कि पीड़ित ने अपने घर में मोटा कैश रखा हुआ है. जब उसे यह जानकारी मिली कि वह पंजाब जाएगा तो उसने अमित, डैनी और अपने अंकल लक्षमण के संग मिलकर घर में चोरी की प्लानिंग कर ली. पुनीत ने दिन में अपने साथियों को पीड़ित का घर दिखा दिया था. चोरी से पहले बकायदा घर की डुप्लीकेट चाबी भी बनाई गई.

घटना वाली रात पुनीत पीड़ित और उसके परिवार को पंजाब लेकर निकल गया और पीछे से सिग्नल मिलने पर अमित ने अपने साथियों के संग मिलकर घर में सेंध लगा दी. इसके बाद ज्वेलरी गिरवी रख करीब पौने छह लाख रुपये उठाए, जिन्हें आरोपियों ने अपास में बांट लिया था.

पुलिस को अब इस केस में जितेंद्र की तलाश है. पुनीत अरोड़ा मदनगीर मार्केट में क्रॉकरी शॉप चलाता है. अमित फाइनेंस के बिजनेस से जुड़ा है. वह झपटमारी के मामले में भी शामिल रह चुका है. पुनीत ने इससे दो लाख रुपये ब्याज पर ले रखे थे.

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